महाकाल में प्रसाद के लिए भेज दी 500 किलो खराब खारक
महाकालेश्वर मंदिर में बिकने वाली ड्रायफ्रूट प्रसादी के लिए 500 किलो खराब खारक भेजने का मामला सामने आया है। रविवार को मंदिर के अधिकारियों ने जांच के बाद कोठारी प्रभारी को इसे लौटाने के निर्देश दिए। सप्लायर पर कार्रवाई होगी।
उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर में बिकने वाली ड्रायफ्रूट प्रसादी के लिए 500 किलो खराब खारक भेजने का मामला सामने आया है। रविवार को मंदिर के अधिकारियों ने जांच के बाद कोठारी प्रभारी को इसे लौटाने के निर्देश दिए। सप्लायर पर कार्रवाई होगी।
मंदिर प्रबंध समिति द्वारा परिसर स्थित काउंटरों से लड्डू व ड्रायफ्रूट प्रसादी का विक्रय किया जाता है। पिछले कुछ समय से श्रद्धालु ड्रायफ्रूट प्रसादी की क्वालिटी को लेकर संतुष्ट नजर नहीं थे। श्रद्धालुओं की शिकायत तथा इससे प्रभावित हो रही मंदिर की साख को लेकर 'नईदुनिया' ने समाचार भी प्रकाशित किया था। लेकिन आला अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया।
रविवार को अधिकारियों को जानकारी मिली की कोठारी में घटिया क्वालिटी की गीली खारक रखी हुई है। इसका उपयोग प्रसाद बनाने में नहीं हो सकता, बावजूद प्रसाद तैयार किया जा रहा है। इस पर सहायक प्रशासनिक अधिकारी दिलीप गरूढ़ ने खारक की जांच की। शिकायत सही पाने पर उन्होंने कोठारी प्रभारी को फटकार लगा इसे वापस लौटाने के निर्देश दिए।
यह पहला मामला नहीं
प्रसाद के लिए घटिया ड्रायफ्रूट सप्लाय का यह पहला मामला नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में कई बार ऐसे मामले सामने आए, लेकिन हर बार जिम्मेदारों ने इस पर पर्दा डाल दिया। पिछली बार इसके लिए तीन सदस्सीय समिति गठित कर दी गई थी। उस समय जिम्मेदारों ने कहा था कि जब भी कोठार में ड्रायफ्रूट आएगा, समिति जांच करेगी। ऐसे में घटिया क्वालिटी की खारक मिलने पर जांच समिति ही सवालों के घेरे में आ गई है।
प्रसाद का कृत्रिम संकट पैदा कर रहे!
सूत्र बताते हैं कि पिछले करीब 1 माह से कोठार विभाग के कर्मचारी मंदिर में प्रसाद का कृत्रिम संकट पैदा कर रहे हैं। इससे मंदिर के काउंटरों पर भीड़ लग जाती है। लोग प्रसाद नहीं मिलने पर हल्ला मचाने लगते हैं। इसका फायदा उठाते हुए खराब ड्रायफ्रूट से तैयार प्रसाद को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में काउंटरों पर भेजा जाता है।
अगर कुछ श्रद्धालु प्रसाद की क्वालिटी की शिकातय भी करते हैं तो कोठार प्रभारी माल सप्लाय में देरी तथा कोठार में कर्मचारियों की कमी बताकर जैसे-तैसे प्रसाद उपलब्ध करवाने का बहाना बना लेते हैं। मंदिर के अधिकारी व सप्लायर के बीच सांठगांठ होने की बात भी सामने आ रही है।
जांच में खारक घटिया क्वालिटी की पाई गई। इसे लौटाने के निर्देश दिए हैं। सप्लायर पर कार्रवाई के लिए आला अधिकारियों को लिखित में जानकारी दी जाएगी।
-दिलीप गरूढ़, सहायक प्रशासनिक अधिकारी
मामले की जानकारी मिली है। इसकी जांच की जाएगी। मामला मंदिर की साख से जुड़ा है। दोषियों को बक्शा नहीं जाएगा। -रोहन सक्सेना, प्रभारी प्रशासक, महाकाल मंदिर