Move to Jagran APP

सोमवार को ऐसा होता है शिव पूजन का विधान

सोमवार को शिव जी की पूजा की जाती है। आइये जाने इस दिन उनकी व्रत पूजा का विधि विधन और पायें पुण्‍य लाभ।

By Molly SethEdited By: Published: Sat, 03 Feb 2018 04:47 PM (IST)Updated: Mon, 28 Jan 2019 07:00 AM (IST)
सोमवार को ऐसा होता है शिव पूजन का विधान
सोमवार को ऐसा होता है शिव पूजन का विधान

व्रत का करें संकल्‍प 

loksabha election banner

सोमवार के दिन सूर्योदय से पूर्व स्नान करके और उसी दिन सोमवार का व्रत का संकल्प ले और शिवालय में जाकर सबसे पहले शुद्ध जल से शिवलिंग का अभिषेक करते हुए निम्‍नलिखित मंत्र का जाप करे।

ऊं महाशिवाय सोमाय नम:।

इसके बाद गाय का कच्चा दूध शिवलिंग पर अर्पित करें। इससे तन, मन, धन तीनों से जुड़ी परेशानियों का अंत होता है। उसके बाद शिवलिंग पर शहद या गन्ने का रस चढ़ाये कहते हैं इससे नौकरी या व्यवसाय से जुड़ी समस्यायें सुलझती हैं। अब कपूर, गंध, पुष्प, धतूरे और भस्म से शिवजी का अभिषेक करे। अंत में आरती करें और अपनी मनोकामना पूर्ति की दिल से प्रार्थना करें।

इन मंत्रों का भी करें जाप

सोमवार को शिवलिंग की पूजा अर्चना के बाद कुश के आसन पर बैठ कर रुद्राक्ष माला से इन शिव के कुछ प्रभावशाली मंत्रों का जप करना भी विलक्षण सिद्धि व मनचाहे लाभ देने वाला होता है। इन मंत्रों का जाप आप अपनी इच्‍छा अनुसार 11 , 21 , 101 ,1001 बार कर सकते है। इन मंत्रों में ऊं नमः शिवाय तो सर्वश्रेष्‍ठ है ही इसके साथ ही ऊं नमः शिवाय शुभं शुभं कुरू कुरू शिवाय नमः ऊं’ के मंत्र का जाप भी बड़ी से बड़ी समस्या और विघ्न को टालने में सहायक होता है। इसके साथ ही नमो नीलकण्ठाय, ऊं पार्वतीपतये नमः, ऊं पशुपतये नम: का जाप भी कर सकते हैं ये अत्‍यंत कल्‍याणकारी हो सकते हैं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.