Vishnu Ji Vrat Vidhi: गुरुवार के दिन इस तरह रखें विष्णु जी का व्रत, इन बातों का रखें ख्याल
Vishnu Ji Vrat Vidhi वैदिक समय से ही श्रीहरि विष्णु विश्व की सर्वोच्च शक्ति तथा नियन्ता के रूप में माने गए हैं। हिन्दू धर्म के ग्रंथो में विष्णु परमेश्वर के तीन मुख्य रूपों में से एक रूप हैं।
Vishnu Ji Vrat Vidhi: वैदिक समय से ही श्रीहरि विष्णु विश्व की सर्वोच्च शक्ति तथा नियन्ता के रूप में माने गए हैं। हिन्दू धर्म के ग्रंथो में विष्णु परमेश्वर के तीन मुख्य रूपों में से एक रूप हैं। पुराणों में विष्णु जी को जगत का पालनहार माना गया है। पुराणानुसार विष्णु जी की पत्नी लक्ष्मी हैं। इनके पुत्र कामदेव हैं। साथ ही इनका निवास क्षीर सागर है। विष्णु जी का शयन शेषनाग के ऊपर है। मान्यता है कि विष्णु जी की नाभि से कमल उत्पन्न होता है। इसी कमल में ब्रह्मा जी स्थित हैं।
अधिक मास चल रहा है। अधिक मास का आज पहला गुरुवार है। आज का दिन श्रीहरि विष्णु को समर्पित है। गुरुवार के दिन विष्णुजी की पूजा की जाती है। बता दें कि अधिकमास के अधिपति भी विष्णु जी ही हैं। ऐसे में अगर आप आज व्रत कर रहे हैं तो इस लेख में हम आपको गुरुवार का व्रत कैसे किया जाना चाहिए इसकी जानकारी दे रहे हैं।
इस तरह करें गुरुवार का व्रत:
- व्रत के दिन सुबह उठकर विष्णु जी का नाम लें और व्रत का संकल्प करें। सच्चे मन से 7 गुरुवार तक विष्णु जी का व्रत करने से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती हैं।
- हर गुरुवार श्रीहरि की पूजा करें और फिर गुरुवार व्रत कथा सुनें।
- इस दिन पीले वस्त्र ही पहनें।
- विष्णु जी को पीले फल चढ़ाएं। वैसे इस दिन केले का प्रसाद बहुत शुभ माना जाता है।
- गुरवार को व्रत करते समय दिन में केवल एक बार भोजन करना चाहिए। इस दिन बिना नमक का पीले रंग का भोजन खाना चाहिए। चने की दाल का इस्तेमाल इस दिन शुभ होता है।
- शाम के समय भी कथा सुनें उसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।
- इस दिन कपड़े धोना मना होता है। साथ ही बाल या दाढ़ी बनवाना भी वर्जित माना गया है।
- व्रत के दिन किसी भी व्यक्ति का उपहास नहीं करना चाहिए। सेवा पुण्य कमाने चाहिए।