Move to Jagran APP

Narasimha Jayanti 2022: नरसिंह जयंती आज, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

Narasimha Jayanti 2022 आज के दिन भगवान विष्णु ने दैत्य हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए नरसिंह अवतार लिया था। भगवान का यह अवतार आधे नर और आधे सिंह का है। जानिए नरसिंह जयंती का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि।

By Shivani SinghEdited By: Published: Sat, 14 May 2022 09:28 AM (IST)Updated: Sat, 14 May 2022 09:28 AM (IST)
Narasimha Jayanti 2022: नरसिंह जयंती आज, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
Narasimha Jayanti 2022: नरसिंह जयंती आज, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

नई दिल्ली, Narasimha Jayanti 2022: वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को नरसिंह जयंती मनाई जाती है। आज के दिन भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त प्रहलाद को राक्षस राज हिरण्यकश्यप से बचाने के लिए नरसिंह का अवतार लिया था। उन्होंने इस अवतार में दानव का वध कर धर्म की स्थापना की थी। जानिए नरसिंह जयंती का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व।

loksabha election banner

नरसिंह जयंती 2022 की तिथि और मुहूर्त

नरसिंह जयंती के दिन शाम के समय पूजा की जाती है। इसके पीछे का कारण है कि राक्षस हिरण्यकश्यप को वरदान था कि उसे किसी भी प्रहर, जमीन, हवा,आकाश, आग और कोई भी इंसान, देवी-देवता, पशु-पक्षी नहीं मार सकता है। इसलिए भगवान विष्णु ने अपने भक्त प्रहलाद को बचाने के लिए नरसिंह अवतार लिया और वह एक खंभे को फाड़ के निकले। इसके साथ ही उन्होंने दहलीज में अपनी जांघों में हिरण्यकश्यप को रखकर वध किया था। इसके साथ ही वध करने के लिए दिन के ढलने और शाम के प्रारंभ के मध्य का समय चुना था। इस कारण शाम के समय भगवान नरसिंह की पूजा करना शुभ माना जाता है।

चतुर्दशी तिथि प्रारंभ: 14 मई 2022, शनिवार दोपहर 3 बजकर 23 मिनट तक

चतुर्दशी तिथि समाप्त: 15 मई 2022, रविवार दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक

मध्याह्न संकल्प का शुभ समय: सुबह 10 बजकर 57 मिनट से दोपहर 01 बजकर 40 मिनट तक

सायंकाल पूजा समय: शाम 04 बजकर 22 मिनट से 07 बजकर 05 मिनट तक

नरसिंह जयंती 2022 की पूजा विधि

आज दिनभर श्री हरि के अवतार नरसिंह भगवान का ध्यान करें। वहीं पूजा के लिए एक चौकी में पीले रंग का कपड़ा बिछाकर तस्वीर या फिर मूर्ति स्थापित कर दें। इसके बाद शंख या फिर लोटे के माध्यम से जलाभिषेक करें। इसके बाद श्री हरि के अवतार को फूल, माला, पीला चंदन, अक्षत आदि चढ़ा दें। इसके बाद नारियल, केसर, फलों और मिठाई का भोग लगा दें। फिर घी का दीपक और धूप जलाकर भगवान का ध्यान करते हुए मंत्रों का जाप करें। इसके साथ ही सूर्योदय से लेकर दूसरे दिन सूर्योदय तक बिना अन्न खाएं व्रत रखें।

नरसिंह जयंती का धार्मिक महत्व

नरसिंह जयंती हिंदू धर्म के पवित्र व्रतों में से एक है। इस दिन भगवान श्री हरि विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए नरसिंह अवतार लिया था। इसलिए माना जाता है कि आज के दिन विधि-विधान से भगवान नरसिंह की पूजा करने से सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है और घर में सुख-शांति बनी रहती है।

Pic Credit- instagram/theastrologic

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.