Narasimha Dwadashi 2021: नरसिम्हा द्वादशी के दिन इस तरह करें पूजा, पढ़ें पूरी विधि
Narasimha Dwadashi Puja Vidhi आज नरसिम्हा द्वादशी है। आज के दिन भगवान विष्णु के अवतार नरसिम्हा की पूजा की जाती है। इस दिन भक्त नरसिम्हा भगवान की विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं। आइए पढ़ते हैं नरसिम्हा भगवान की पूजा विधि।
Narasimha Dwadashi Puja Vidhi: आज नरसिम्हा द्वादशी है। आज के दिन भगवान विष्णु के अवतार नरसिम्हा की पूजा की जाती है। इस दिन भक्त नरसिम्हा भगवान की विधि-विधान के साथ पूजा करते हैं। मान्यता है कि इस दिन पूजा करने से व्यक्ति को सांसारिक सुख, भोग और मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति के सभी कष्ट भी खत्म हो जाते हैं। कहा जाता है कि जो व्यक्ति शुद्ध मन के साथ नरसिम्हा भगवान का व्रत करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। आइए पढ़ते हैं नरसिम्हा भगवान की पूजा विधि।
नरसिम्हा द्वादशी की पूजा विधि:
- नरसिम्हा द्वादशी के दिन भगवान विष्णु के अवतार नरसिम्हा की पूजा की जाती है।
- इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उ जाना चाहिए। सभी नित्यकर्मों से निवृत्त होकर स्नानादि कर लें।
- इसके बाद साफ वस्त्र पहनें। फिर अपने घर के पूजा स्थल में पूर्व दिशा की ओर मुख कर बैठ जाएं।
- फिर एक चौकी लें और उस पर थोड़ा-सा गंगाजल छिड़क दें। इसे शुद्ध कर लें और इस चौकी पर पीले रंग का वस्त्र बिछा लें।
- फिर चौकी पर भगवान नरसिम्हा की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें।
- इसके बाद इन्हें फल, फूल, धुप, दीप, अगरबत्ती, पंचमेवा, कुमकुम, केसर, नारियल, अक्षत एवम पीतांबर अर्पित करें और उनकी पूजा करें।
- फिर नरसिम्हा भगवान के समक्ष घी का दीपक जलाएं और निम्न मंत्र का जाप करें।
ॐ उग्रं वीरं महाविष्णुं ज्वलन्तं सर्वतोमुखम्.
नृसिंहं भीषणं भद्रं मृत्यु मृत्युं नमाम्यहम्.
- इस दिन पूजा करते समय शंख नाद का इस्तेमाल जरूर करें। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है।
- इस दिन अपने घर के मुख्य द्वार पर रोली का तिलक जरुर लगाएं। साथ ही घर के हर दरवाजे पर भी तिलक लगाएं।
- इस दिन किसी निर्धन या ब्राह्मण को अपनी सामर्थ्यनुसार दान करना चाहिए।
डिसक्लेमर
'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'