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Brihaspati Dev Puja: इस तरह गुरुवार को करें बृहस्पति देव की पूजा और व्रत, मनोकामना होती है पूरी

Brihaspati Dev Puja आज गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति की पूजा का विधान माना गया है। मान्यता है कि बृहस्पति भगवान की पूजा करने से व्यक्ति के परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। तो आइए जानते हैं कैसे करें बृहस्पति देव की पूजा।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Thu, 01 Apr 2021 08:00 AM (IST)Updated: Thu, 01 Apr 2021 08:00 AM (IST)
Brihaspati Dev Puja: इस तरह गुरुवार को करें बृहस्पति देव की पूजा और व्रत, मनोकामना होती है पूरी
Brihaspati Dev Puja: इस तरह गुरुवार को करें बृहस्पति देव की पूजा और व्रत, मनोकामना होती है पूरी

Brihaspati Dev Puja: आज गुरुवार के दिन भगवान बृहस्पति की पूजा का विधान माना गया है। मान्यता है कि बृहस्पति भगवान की पूजा करने से व्यक्ति के परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही कहा जाता है कि इनकी पूजा करने से जल्द विवाह के योग भी बनते हैं। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि बृहस्पति देव की पूजा और व्रत करने के लिए कई नियम हैं। तो आइए जानते हैं कैसे करें बृहस्पति देव की पूजा।

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इस तरह करें बृहस्पति भगवान की पूजा:

गुरुवार की पूजा पूरे विधि-विधान के साथ की जानी बेहद आवश्यक है। इस दिन सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए। फिर नित्यकर्मों से निवृत्त होकर स्नानादि कर लेना चाहिए। फिर बृहस्पति देव का पूजन करें। बृहस्पति देव को पूजा के दौरान पीली वस्तुएं, पीले फूल, चने की दाल, मुनक्का, पीली मिठाई, पीले चावल और हल्दी चढ़ाई जाती है। इस दिन केले के वृक्ष की भी पूजा की जाती है। साथ ही कथा भी सुनी जाती है। केले के वृक्ष की पूजा करते समय जल में हल्दी डालकर अर्पित करनी चाहिए। साथ ही केले की जड़ में चने की दाल और मुनक्का अर्पित करना चाहिए। फिर दीपक जलाएं और वृक्ष की आरती करें।

इस दिन एक ही समय भोजन ग्रहण करना चाहिए। खाने ने चने की दाल या पीली चीज ही खाई जानी चाहिए। इस दिन नमक नहीं खाना चाहिए। साथ ही पीले वस्त्र पहनने चाहिए। कहा जाता है कि बृहस्पति भगवान की कथा सुनते समय और पूजन करते समय व्यक्ति का मन, कर्म और वचन से शुद्ध होना चाहिए। तभी मनोकामना की पूर्ति होती है।

डिसक्लेमर

'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।' 


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