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Chandra Grahan 2020: आज लगने वाला है छाया चंद्रग्रहण, जानें समय, इसका महत्व और प्रभाव

Chandra Grahan 2020 आज 5 जून ​दिन शुक्रवार को चंद्रग्रहण लगने वाला है। चंद्रग्रहण की विशेष बात यह है कि ये छाया चंद्रग्रहण है।

By Kartikey TiwariEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 03:58 PM (IST)Updated: Fri, 05 Jun 2020 07:46 AM (IST)
Chandra Grahan 2020: आज लगने वाला है छाया चंद्रग्रहण, जानें समय, इसका महत्व और प्रभाव
Chandra Grahan 2020: आज लगने वाला है छाया चंद्रग्रहण, जानें समय, इसका महत्व और प्रभाव

Chandra Grahan 2020: 43 वर्षों के बाद अन्तरिक्ष में ऐसा योग बन रहा है, जिसके कारण एक माह के अन्दर तीन ग्रहण लग रहे हैं। इसमें दो चन्द्रग्रहण और एक सूर्यग्रहण शामिल है। आज 5 जून ​दिन शुक्रवार को चंद्रग्रहण लगने वाला है, इसके बाद फिर 5 जुलाई को भी चंद्रग्रहण लगेगा। इन दोनों चंद्रग्रहण की विशेष बात यह है कि ये दोनों ही छाया चंद्रग्रहण होंगे। ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं छाया चंद्रग्रहण और उसके पड़ने वाले प्रभावों के बारे में।

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ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट का कहना है कि 5 जून और 5 जुलाई को लगने वाला चंद्रग्रहण छाया ग्रहण है, अतः इन दोनों छाया ग्रहण का मोक्ष समय और इनसे उत्पन्न सूतक का विचार शास्त्र में उल्लिखित नहीं है। ऐसे में 5 जून को लगने वाले चंद्रग्रहण का सूतक काल और मोक्ष समय नहीं होगा।

दोनों ही चंद्रग्रहण का स्पर्श समय रात्रि 11 बजकर 16 मिनट से देर रात 02 बजकर 34 मिनट तक की मान्यता होगी, लेकिन छाया चंद्रग्रहण का पूर्ण मोक्ष समय निर्धारित नहीं है।

छाया चंद्रग्रहण का प्रभाव

ज्योतिषाचार्य भट्ट का हना है कि छाया चंद्रग्रहण किसी भी विशेष राशि के गर्भस्थ नहीं होने के कारण लोक मान्य नहीं है। यह बात अवश्य है कि इन दोनों छाया चंद्रग्रहण का दुष्प्रभाव शासक एवं शासन की व्यवस्थाओं पर अवश्य ही पड़ेगा।

इन छाया चंद्रग्रहण से राष्ट्र के प्रमुख नेता को कोई कष्ट होगा तथा देश में आर्थिक समस्या और प्राकृतिक आपदा के योग भी छाया ग्रहण के कारण बनेंगे। आपको बता दें कि इस छाया ग्रहण में चन्द्रमा का कोई भी पक्ष पृथ्वी की छाया से ग्रस्त नहीं होगा, किन्तु चन्द्रमा की कान्ति कुछ धीमी अवश्य दिखाई देगी।

यही कारण है कि इसका धर्मशास्त्रीय प्रभाव एवं प्रतिबन्ध नहीं होता है। छाया ग्रहण की विस्तृत व्याख्या शास्त्र में नहीं के बराबर है। मुख्य रूप से रविवार, 21 जून को लगने वाला सूर्य ग्रहण ही ज़्यादा प्रभावशाली होगा। चूँकि पृथ्वी की छाया चन्द्रमा पर नहीं पड़ेगी, इसलिए पृथ्वी-लोक पर इसका प्रभाव मान्य नहीं है।


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