Maa Siddhidatri Aarti And Puja Mantra: आज महानवमी को करें मां सिद्धिदात्री की आरती, इन मंत्रों का जाप है फलदायी
Maa Siddhidatri Aarti And Puja Mantra आज महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री के बीज मंत्र प्रार्थना तथा स्तुति मंत्र का स्मरण करें और फिर मां सिद्धिदात्री की आरती करें।
Maa Siddhidatri Aarti And Puja Mantra: आज चैत्र नवरात्रि का नौवां दिन है, यह महानवमी या दुर्गा नवमी के नाम से लोकप्रिय है। महानवमी के दिन मां दुर्गा के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना होती है। आज के दिन मां सिद्धिदात्री की आराधना से भक्तों के सभी शोक, भय और रोग का नाश हो जाता है। श्रद्धापूर्वक माता की पूजा करने से समस्त सिद्धियां प्राप्त होती हैं। मां सिद्धिदात्री जीवन में होने वाली अनहोनी से भी रक्षा करती हैं, वह मोक्ष दायिनी भी हैं। भगवान शिव भी मां सिद्धिदात्री का आराधना करते हैं। आज महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री के बीज मंत्र, प्रार्थना तथा स्तुति मंत्र का स्मरण करें और फिर मां सिद्धिदात्री की आरती करें। आपकी पूजा-अर्चना से प्रसन्न होकर देवी सिद्धिदात्री आपकी सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करेंगी।
मां सिद्धिदात्री की स्तुति
या देवी सर्वभूतेषु माँ सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।
मां सिद्धिदात्री की प्रार्थना
सिद्ध गन्धर्व यक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।
मंत्र
1. अमल कमल संस्था तद्रज:पुंजवर्णा, कर कमल धृतेषट् भीत युग्मामबुजा च।
मणिमुकुट विचित्र अलंकृत कल्प जाले; भवतु भुवन माता संत्ततम सिद्धिदात्री नमो नम:।
2. ओम देवी सिद्धिदात्र्यै नमः।
मां सिद्धिदात्री बीज मंत्र
ह्रीं क्लीं ऐं सिद्धये नम:।
मां सिद्धिदात्री की आरती/Maa Siddhidatri Ki Aarti
जय सिद्धिदात्री मां, तू सिद्धि की दाता।
तू भक्तों की रक्षक, तू दासों की माता।
तेरा नाम लेते ही मिलती है सिद्धि।
तेरे नाम से मन की होती है शुद्धि।
कठिन काम सिद्ध करती हो तुम।
जभी हाथ सेवक के सिर धरती हो तुम।
तेरी पूजा में तो ना कोई विधि है।
तू जगदम्बे दाती तू सर्व सिद्धि है।
रविवार को तेरा सुमिरन करे जो।
तेरी मूर्ति को ही मन में धरे जो।
तू सब काज उसके करती है पूरे।
कभी काम उसके रहे ना अधूरे।
तुम्हारी दया और तुम्हारी यह माया।
रखे जिसके सिर पर मैया अपनी छाया।
सर्व सिद्धि दाती वह है भाग्यशाली।
जो है तेरे दर का ही अम्बे सवाली।
हिमाचल है पर्वत जहां वास तेरा।
महा नंदा मंदिर में है वास तेरा।
मुझे आसरा है तुम्हारा ही माता।
भक्ति है सवाली तू जिसकी दाता।
मां सिद्धदात्री की पूजा का महत्व
आज महानवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से भक्तों के भय, शोक और रोग नष्ट हो जाते हैं। उनको समस्त सिद्धियां प्राप्त होती हैं। माता रानी अपने भक्त से प्रसन्न होकर उसे मोक्ष भी प्रदान करती हैं।
आज क्या करें
आज मां सिद्धिदात्री को तिल का भोग लगाएं, इससे माता रानी आपकी किसी भी अनहोनी से रक्षा करेंगी। महानवमी के दिन हवन और कन्या पूजन भी होता है, उसे स्वयं कर लें या फिर स्थगित कर दें।