Maa Brahmacharini Puja Mantra And Aarti: आज मां ब्रह्मचारिणी को इन मंत्रों और आरती से करें प्रसन्न
Maa Brahmacharini Puja Mantra And Aarti आज नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आरती करना फलदायक माना जाता है। पूजा के समय इन मंत्रों का जाप करें और शक्कर का भोग लगाएं।
Maa Brahmacharini Puja Mantra And Aarti: आज नवरात्रि का दूसरा दिन है, इस दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने का विधान है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मां दुर्गा के दूसरे रूप की पूजा होती है। भगवान शिव को पति स्वरूप में पाने के लिए मां ब्रह्मचारिणी ने हजारों वर्ष तक कठोर तप किया, उनके कठोर तप के कारण ही उनका नाम ब्रह्मचारिणी पड़ा है। आज के दिन आप मां ब्रह्मचारिणी को नीचे दिए गए मंत्रों के जाप से प्रसन्न करें और पूजा के अंत में मां ब्रह्मचारिणी की आरती जरूर करें। नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की आरती करना फलदायक माना जाता है।
मां ब्रह्मचारिणी स्तुति मंत्र
या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
मां ब्रह्मचारिणी बीज मंत्र
ब्रह्मचारिणी: ह्रीं श्री अम्बिकायै नम:।
मां ब्रह्मचारिणी पूजा मंत्र
1. ब्रह्मचारयितुम शीलम यस्या सा ब्रह्मचारिणी।
सच्चीदानन्द सुशीला च विश्वरूपा नमोस्तुते।।
2. ओम देवी ब्रह्मचारिण्यै नमः॥
मां ब्रह्मचारिणी की आरती/ Maa Brahmacharini Ki Aarti
जय अंबे ब्रह्माचारिणी माता।
जय चतुरानन प्रिय सुख दाता।
ब्रह्मा जी के मन भाती हो।
ज्ञान सभी को सिखलाती हो।
ब्रह्मा मंत्र है जाप तुम्हारा।
जिसको जपे सकल संसारा।
जय गायत्री वेद की माता।
जो मन निस दिन तुम्हें ध्याता।
कमी कोई रहने न पाए।
कोई भी दुख सहने न पाए।
उसकी विरति रहे ठिकाने।
जो तेरी महिमा को जाने।
रुद्राक्ष की माला ले कर।
जपे जो मंत्र श्रद्धा दे कर।
आलस छोड़ करे गुणगाना।
मां तुम उसको सुख पहुंचाना।
ब्रह्माचारिणी तेरो नाम।
पूर्ण करो सब मेरे काम।
भक्त तेरे चरणों का पुजारी।
रखना लाज मेरी महतारी।
मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का महत्व
सरल स्वभाव वाली मां ब्रह्मचारिणी अपने दाहिने हाथ में जप की माला तथा बाएं हाथ में कमंडल धारण करती हैं। उनकी पूजा करने वाले व्यक्ति को मन से किए गए सभी कार्यों में विजय प्राप्त होती है। उसके अंदर त्याग, सदाचार, संयम और वैराग्य जैसे गुणों की वृद्धि होती है।
आज क्या करें
मां ब्रह्मचारिणी को पूजा में चमेली का फूल अवश्य अर्पित करें। चमेल का फूल मां ब्रह्मचारिणी को अतिप्रिय है। मां मां ब्रह्मचारिणी को पूजा के समय शक्कर का भोग लगाना शुभ होता है। उस भोग को प्रसाद स्वरूप ग्रहण करने से आयु में वृद्धि होती है।