महादेव की राजधानी काशी में है देवगुरू बृहस्पति का मंदिर
काशी है महादेव की राजधानी और यहां पर स्वयं भोलेनाथ ने देवगुरू बृहस्पति का स्थान सुनिश्चित किया था।
महादेव के घर में बृहस्पति को स्थान
वाराणसी में दशाश्मेध घाट मार्ग और बाबा विश्वनाथ के निकट ही स्थित है गुरु मंदिर। बताते हैं कि ये मंदिर अति प्राचीन है। इसके महात्मय के चलते इस वृहस्पति मंदिर भक्तों का ताता लगा रहता है। काशी शिवशंकर का निवास स्थान बताया जाता है और वहीं पर बृहस्पति गुरू के मंदिर को भी स्थापित किया गया था। ये मंदिर काशी के सभी मंदिरों से सर्वोच्च स्थान पर स्थापित है।
स्वयं शिव ने दिया स्थान
स्थानीय जानकारों की मानें तो पौराणिक कथा है कि जब महादेव ने काशी को अपनी राजधानी बनाया तब अनेक देवता भी यहां वास करने की इच्छा जताने लगे। सभी ने महादेव से अपने लिए स्थान का अनुरोध किया। तब भोलेनाथ ने निश्चय किया कि वे भगवान वृहस्पति को जो सभी देवों के गुरु है, को अपने निकट स्थान देंगे। महादेव ने काशी विश्वनाथ मंदिर से कुछ ही दूर पर उनको स्थान देने का निर्णय करते हुए उन्हें देवों में सर्वोच्च मानकर और नौ ग्रहों में सर्वश्रेष्ठ होने के चलते उनका मंदिर सभी से ऊंचा बनवाया।