मात्र सिंदूर से निर्मित है गणेश जी के इस प्राचीन मंदिर की मूर्ति
इंदौर में गणपति का एक प्राचीन मंदिर है जिससे में स्थापित मूर्ति मात्र सिंदूर से बनाया गया है।
होल्कर राजवंश ने बनवाया
खजराना मंदिर इन्दौर का प्रसिद्ध गणेश मंदिर है। यह मंदिर विजय नगर से कुछ दूरी पर खजराना चौक के पास में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण अहिल्या बाई होल्कर द्वारा किया गया था। इस मंदिर में मुख्य मूर्ति भगवान गणपति की है, जो केवल सिन्दूर द्वारा निर्मित है। इस मंदिर में गणेश जी के अतिरिक्त माता दुर्गा जी, महाकालेश्वर की भूमिगत शिवलिंग, गंगा जी की मगरमच्छ पर जलधारा मूर्ति, लक्ष्मी जी का मंदिर, साथ ही हनुमान जी की झांकी मन मुग्ध करने वाली है। यहां शनि देव मंदिर एवं साई नाथ का भी भव्य मंदिर विराजमान है, यहां इस तरह की अनुभूति होती है,जैसे सारे देवी, देवता एक स्थान पर उपस्थित हो गये हों।
उल्टे स्वास्तिक की मान्यता
यहा मंदिर की व्यवस्था बहुत ही उत्तम कोटि की है। इस मंदिर में 10,000 से लोग हर दिन दर्शन करते है। कहते हैं यहां जो भी भक्त अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिये गणेश जी के पीठ पर उल्टा स्वास्तिक बनाता है,गणपति जी उसकी मनोकामना पूर्ण करते हैं। मनोकामना पूर्ण होने के पश्चात पुनः सीधा स्वास्तिक बनाते हैं। यहां गणेश जी की विशेष आराधना बुध वार और चतुर्थी को की जाती है, इस दिनों भक्तों की अपार भीड़ दर्शनार्थ जुटते हैं।