बचें पैकेज टूर के धोखे से
हर टूरिस्ट की इच्छा होती है कि वह सुकून से ट्रैवल कर सके। कितना अच्छा लगता है न जब किसी नई जगह पर जाएं और वहां कोई टेंशन न लेनी पड़े? सुविधाओं के लिए लोग पैकेज टूर का सहारा लेते हैं।
काम की व्यस्तता के बीच में लोग घूमने-फिरने के लिए बमुश्किल कुछ दिनों का समय निकाल पाते हैं। ऐसे में ट्रैवल एजेंसियों के लुभावने ऑफर्स उन्हें बेहद आकर्षित करते हैं। देश-विदेश के पर्यटन स्थलों के आकर्षक पैकेजों में कई तरह की सुविधाएं शामिल होती हैं जिनसे लोगों का सफर आसान बन जाता है।
क्या हैं फायदे
अमूमन कहीं यात्रा पर जाने के लिए काफी पहले से तैयारियां करनी पडती हैं, विशेषकर जब कहीं दूर या पहली बार जा रहे हों।
किफायती- कंप्लीट टूर पैकेज बुक करवाने से अनावश्यक खर्चों में कटौती की जा सकती है। एजेंसियों को बेस्ट होटल टैरिफ्स की जानकारी होती है। इससे वहां मिलने वाली सुविधाओं का भी सही रेट पर फायदा उठाया जा सकता है। खुद से होटल या बस, ट्रेन और फ्लाइट के टिकट्स बुक करवाने पर उतनी सहूलियत मिल पाना संभव नहीं होता।
कम जिम्मेदारियां- जब ठहरने से लेकर घूमने-फिरने तक की जिम्मेदारी ऑपरेटर या एजेंट के ऊपर होती है तो टूरिस्ट का काम सिर्फ एंजॉय करने भर का ही रह जाता है। रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और होटल के लिए पिक एंड ड्रॉप की सुविधा भी पैकेज में ही शामिल होती है।
सुरक्षित यात्रा- वैसे तो सब सुविधाएं होने के बाद भी अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद ही उठानी चाहिए, पर पैकेज टूर्स सुरक्षित माने जाते हैं। जिन पैकेजों में कई परिवार या दोस्तों के ग्रुप होते हैं, वे अकेले ट्रैवल करने से ज्यादा सेफ होते हैं। इन मुख्य सुविधाओं के अलावा ट्रैवल इंश्योरेंस, टूरिस्ट स्पॉट्स पर लगने वाले टिकट व वहां के भ्रमण की जिम्मेदारी भी ट्रैवल एजेंट्स की ही होती है।
समस्याएं भी नहीं कम
हर चीज के अपने फायदे और नुकसान होते हैं। अगर ट्रैवल एजेंट अधिकृत न हो तो दिक्कतें आ सकती हैं। पैकेज टूर लेने पर कई तरह की बंदिशें भी हो जाती हैं।
पाबंदियां- हर चीज ट्रैवल एजेंट के बुक करवाने से अपने अनुसार कुछ भी करने की आजादी खत्म हो जाती है। कितने बजे, कहां और कैसे घूमना है, यह सब वही तय करता है। अगर किसी जगह पर ज्यादा समय बिताने का मन करे तो वह हमेशा मुमकिन नहीं हो पाता है।
सफर अनजानों के साथ- अगर पैकेज टूर में आपके अलावा और लोग भी शामिल हैं तो जरूरी नहीं है कि आप उन्हें जानते ही हों। ऐसे में कभी तो उन लोगों के साथ आपकी बॉण्डिंग अच्छी बन सकती है तो कभी मनमुटाव भी हो सकता है।
सतर्कता जरूरी है
कई बार ऐसे केस भी सामने आते हैं जिनमें लोगों का दावा होता है कि जो सुविधाएं उन्हें बताई गई थीं, वे वास्तव में मिलीं ही नहीं। ऐसे में परेशानी होना स्वाभाविक है क्योंकि पूरे पैकेज का पेमेंट पहले ही किया जा चुका होता है। कोई ऑफर कितना भी लुभावना क्यों न हो, उसे बुक करवाने से पहले कुछ बातों का खयाल जरूर रखें।
पैकेज टूर की बुकिंग हमेशा अधिकृत एजेंट से ही करवाएं। बुकिंग करवाने से पहले उस एजेंसी के बारे में लोगों की राय जान लें, उनके द्वारा दिखाई गई तसवीरों से ही सम्मोहित न हो जाएं।
जाने से पहले अपने रिजर्वेशन से लेकर होटल बुकिंग तक हर चीज को क्रॉस चेक जरूर करें।
किसी भी तरह के फ्रॉड की आशंका में तुरंत कंप्लेन दर्ज करवाएं। विदेश यात्रा पर विशेष खयाल रखने की जरूरत होती है। ऐसे में ट्रैवल एजेंट, एंबेसी और अपने लॉयर के नंबर्स हमेशा साथ ही रखें।
आंख बंद कर किसी पर भी भरोसा करने से बेहतर है कि अच्छी तरह से जांच-पडताल करने के बाद ही किसी एजेंसी से संपर्क करें। तैयारी के साथ घूमने पर ही यात्रा असल मायने में मंगलमय हो सकेगी। द्य
(थ्रिलोफिलिया डॉट कॉम के संस्थापक अभिषेक डागा से बातचीत पर आधारित)