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बातचीत से ही हल होती हैं समस्याएं

भावनात्मक लगाव के साथ ही सेक्सुअल इंटीमेसी भी जरूरी है और कई बार अच्छे सेक्स संबंध भावनात्मक लगाव पैदा करने में सहायक होते हैं।

By Edited By: Published: Mon, 23 Jan 2017 04:17 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jan 2017 04:17 PM (IST)
बातचीत से ही हल होती हैं समस्याएं
दांपत्य जीवन में सेक्स की अहमियत से इंकार नहीं किया जा सकता मगर कई बार अन्य मसले संबंधों पर इतना हावी हो जाते हैं कि सेक्स को लोग भूलने लगते हैं। इस कारण तनाव बढता जाता है और कुंठाएं बढ कर झगडों में बदल जाती हैं। पार्टनर्स के बीच कोई भी समस्या हो, उसका प्रभाव सेक्स संबंधों पर पडता है मगर दूसरी ओर एक बेहतर सेक्स क्रिया कई तनावों या परेशानियों से बचने का माध्यम भी बन सकती है। अगर रिश्तों में किसी तरह की समस्या नजर आ रही है तो बातचीत करें, देखें कि समस्या कहां और कितनी गहरी है। मैं अकसर इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के बारे में पढता हूं। शायद यह आम समस्या है। कई नीम हकीम भी इसके इलाज का दावा करते हैं। जानने की जिज्ञासा है कि जितना इसे प्रचारित किया जा रहा है, वाकई क्या यह समस्या इतनी बडी है? या फिर इसे जरूरत से ज्यादा महत्व दिया जा रहा है? मेडिकल प्रोफेशन के दौरान आपके पास ऐसे कितने पेशेंट्स आए? क्या उनकी समस्या इतनी गंभीर थी कि ट्रीटमेंट लेना पडे? कृपया इस पर थोडी जानकारी दें। एम.जे., मुंबई -मुझे खुशी है कि आपने यह सवाल उठाया। इससे पता चला कि पुरुष अब ऐसी समस्याओं को लेकर जागरूक हो रहे हैं। वाकई ऐसे केसेज हमारे पास कम आते हैं क्योंकि लोग अपनी समस्या बताते नहीं और न ट्रीटमेंट लेते हैं। प्रौढ या वृद्ध इसलिए इलाज नहीं कराते क्योंकि उन्हें लगता है कि बढती उम्र के कारण उन्हें ऐसा हो रहा है। वैसे ज्यादातर यह समस्या 17 से 30 वर्ष की आयु वालों को होती है। अधिकतर लोग शादी के बाद ही सलाह लेते हैं। बहुत कम हैं, जो शादी से पहले भी इतने जागरूक हों। युवाओं में इसके फिजिकल से ज्यादा मनोवैज्ञानिक कारण हैं। जैसे, परफॉर्मेंस का भय व एंग्जाइटी। काम या ऑफिस के तनाव से भी यह समस्या हो सकती है। वैसे अधिकतर लोगों की समस्या मनोवैज्ञानिक सलाह से काफी हद तक दूर हो जाती है। कुछ लोगों को ही ट्रीटमेंट की जरूरत पडती है। युवाओं में 17 और प्रौढों में 50 प्रतिशत लोग इरेक्शन संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि लगभग हर पुरुष जीवन में एक बार इस समस्या से जूझता है। शादी के तुरंत बाद तलाक के मामलों में भी सेक्सुअल डिस्फंक्शन एक बडा कारण है। मेरी उम्र 29 वर्ष है जबकि मेरे पति 32 साल के हैं। हमारी शादी को लगभग दो वर्ष होने वाले हैं और अभी कोई बच्चा नहीं है। शुरुआत में हमारे रिश्ते अच्छे रहे लेकिन पिछले लगभग छह महीने से पति की सेक्स में दिलचस्पी घट रही है। इसकी एक वजह मेरा इंकार भी है। दरअसल वह स्मोकिंग करते हैं, जिससे मुझे समस्या होती है। मैंने कई बार उन्हें यह बताने की कोशिश की है मगर वह नजरअंदाज कर देते हैं। हमारी नई शादी हुई है और अभी से समस्याएं पैदा होंगी तो आगे क्या होगा? कृपया मुझे बताएं कि पति की यह आदत कैसे छुडाऊं ताकि हमारे रिश्ते फिर से सामान्य हो सकें। डी.एस., दिल्ली -आपकी समस्या स्पष्ट नहीं है। आप पति की स्मोकिंग की आदत से परेशान हैं या सेक्स फ्रीक्वेंसी कम होने से? आप एक ओर सेक्स क्रिया से इंकार करती हैं, दूसरी ओर यह भी कहती हैं कि पति दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। आप पति की नैगिंग से पहले खुद को सुधारें। ऐसा लगता है कि स्वयं को अपराध-बोध से बचाने के लिए आप एक बहाना बुन रही हैं। देखिए, कुछ आदतें समय के साथ ही बदलती हैं, उन्हें एक झटके में नहीं छोडा जा सकता। सेक्स से इंकार करके आप अपनी उम्र और रिश्तों का आकर्षण खो रही हैं। आप भविष्य के बारे में तो सोच रही हैं मगर वर्तमान की उपेक्षा कर रही हैं। पति से बात करें, उन्हें नकारें नहीं, इससे वह आहत हो सकते हैं। आपने यह नहीं लिखा है कि क्या कभी उन्होंने आपकी पहलकदमी के बावजूद सेक्स से इंकार किया है? उनसे विनम्रता से बात करें और बताएं कि स्मोकिंग की आदत के कारण आपको क्या परेशानियां हो रही हैं। मेरी उम्र 30 साल है। तीन साल की बेटी है। पति दूसरा बच्चा चाहते हैं लेकिन मैं कंसीव नहीं कर पा रही। पति को प्रीमच्योर इजैक्युलेशन की प्रॉब्लम है। वह पिछले एक साल से डायबिटीज की दवाएं भी ले रहे हैं। हमें डॉक्टर ने बताया कि डायबिटीज में भी यह समस्या हो सकती है। इससे पहले एक बार मैं प्रेग्नेंट हुई थी लेकिन दो महीने में ही मिसकैरेज हो गया। कृपया बताएं कि क्या हमें दूसरे बच्चे की प्लैनिंग करनी चाहिए या फिर कोई अन्य उपाय सोचना चाहिए? डी.एस., अहमदाबाद -यह महज एक भ्रम है कि डायबिटीज की दवा से प्रीमच्योर इजैक्युलेशन की समस्या होती है हालांकि इससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की शिकायत हो सकती है। इस बात का वैज्ञानिक आधार नहीं है कि डायबिटीज में सेक्सुअल डिजायर्स कम होती हों। फिर भी आपके पति को अपनी शुगर नियंत्रित रखनी चाहिए। यदि वह स्मोकिंग या किसी भी रूप में निकोटीन का सेवन करते हैं तो उन्हें यह आदत छोडऩी होगी। बेहतर होगा कि वह किसी यूरोलॉजिस्ट से मिलें और आप स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें। हो सकता है डॉक्टर कोई दवा दें, जिसे सेक्स क्रिया के एक घंटा पहले लेने से प्रीमच्योर इजैक्युलेशन की समस्या में सुधार हो सकता है। ऐसी दवाएं हफ्ते में दो बार से अधिक न लें। मेरी उम्र 52 साल है। पत्नी 48 साल की हैं। पिछले कुछ समय से सेक्स संबंध बनाते हुए दर्द महसूस होता है। पत्नी भी पेनिट्रेशन से बचना चाहती हैं और उन्हें भी दर्द होता है। इससे वह सेक्स संबंधों से भागने लगी हैं। कृपया इसका इलाज बताएं। एम.के., दरभंगा -इस उम्र में ऐसा होना आम बात है। स्त्रियों की वजाइना का लचीलापन कम होने से न सिर्फ उन्हें परेशानी होती है, बल्कि पुरुष को भी पेनिट्रेशन में समस्या आ सकती है। फीमेल हॉर्मोन्स में कमी के कारण वजाइना में ड्राईनेस होती है। इसलिए सेक्स संबंध बनाते समय किसी ल्युब्रिकेशन का इस्तेमाल अवश्य करें। आपकी पत्नी भी कोई चिकित्सीय क्रीम या जेली का इस्तेमाल कर सकती हैं।

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