सफलता में सबसे आगे है सोनाक्षी
दबंग से दबंग 2 तक अभी सोनाक्षी की कुल पांच फिल्में आई हैं। प्रदर्शन के लिहाज से ढाई साल में उनकी यह सक्रियता काफी तेज है। इसी वजह से वे खुद से पहले आई अभिनेत्रियों से लोकप्रियता के मामले में आगे निकलती नजर आ रही हैं। सचमुच उनकी मौजूदगी से फिल्में चलती दिखाई पड़ रही हैं। एक खास नजर उनके फिल्मी करियर पर..।
सोनाक्षी की कामयाबी से फिल्म इंडस्ट्री और उसके बाहर भी उनके आलोचक पैदा हुए हैं। उनकी नजर में सोनाक्षी की सारी कामयाबी लोकप्रिय स्टारों पर निर्भर है। उन्होंने सलमान खान, अक्षय कुमार और अजय देवगन के साथ ही फिल्में की हैं। ये सभी स्वयं ही दर्शकों के चहेते और लोकप्रिय स्टार हैं। सोनाक्षी की असल परीक्षा तब होगी, जब वे अपने हमउम्र और अपेक्षाकृत कम लोकप्रिय स्टार के साथ बॉक्स ऑफिस पर वही कमाल करें। सोनाक्षी के समर्थक इस तर्क में दम नहीं देखते। उनकी राय में फिल्मों के निर्माता-निर्देशक कुछ सोच-समझ कर ही इन बडे सितारों के साथ सोनाक्षी को रखते होंगे। सोनाक्षी ने उन्हें कभी निराश नहीं किया। तभी तो सारे बडे स्टार दोबारा-तिबारा उनके साथ पर्दे पर आने के लिए तैयार रहते हैं।
पारंपरिक हीरोइन की छवि
बाहर से सोनाक्षी की शुरुआत आसान लग सकती है। कह सकते हैं कि वे शत्रुघ्न सिन्हा की बेटी हैं और सलमान खान ने उन्हें पहला मौका दिया। इस सच के बावजूद यह नहीं भूलना चाहिए कि सोनाक्षी ने मिले अवसर का भरपूर उपयोग किया और दर्शकों की कसौटी पर खरी उतरीं। उन्होंने पहली फिल्म से ही अपनी उपस्थिति का मजबूत एहसास करा दिया था। याद करें तो वह दौर कद-काठी में सोनाक्षी जैसी अभिनेत्रियों का नहीं था। फिर भी उन्होंने हिंदी फिल्मों की पुरानी हीरोइनों की परंपरा में खुद को रखा। अपना वजन जरूर कम किया, लेकिन इतना कम नहीं किया कि वह जीरो साइज की नजर आने लगें। बाद में सभी ने देखा कि सोनाक्षी की देहयष्टि ही स्टाइल स्टेटमेंट बन गई। बाकी छरहरी अभिनेत्रियां भी उनकी राह पर मुडती नजर आई। अपनी हर फिल्म में सोनाक्षी हिंदी फिल्मों की पारंपरिक हीरोइन की छवि पेश करती हैं।
पारंपरिक हीरोइन की छवि
अभी उनकी लुटेरे, वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई 2 और बुलेट राजा निर्माणाधीन हैं। इन तीनों फिल्मों में वह ऐसे निर्देशकों के साथ काम कर रही हैं, जो कमर्शियल फिल्ममेकर नहीं माने जाते। विक्रमादित्य मोटवाणी की लुटेरे पीरियड फिल्म है। इसमें सोनाक्षी ने आजादी के पहले की एक लडकी का किरदार निभाया है। फिल्म का पहला ट्रेलर आ चुका है। इस ट्रेलर में सोनाक्षी को देखकर साफ लगता है कि उन्होंने रूपांतरण किया है। साथ ही इस फिल्म में वह अपने हमउम्र रणवीर सिंह के साथ हैं। मिलन लूथरिया की वन्स अपॉन अ टाइम इन मुंबई 2 में वह आठवें दशक की मुंबई की अभिनेत्री का किरदार निभा रही हैं। उनके सामने अक्षय कुमार हैं। इस फिल्म की शूटिंग में शामिल यूनिट के सदस्यों के मुताबिक सोनाक्षी ने अनेक दृश्यों के लंबे संवादों में सभी को प्रभावित किया। इस फिल्म में उनकी काफी इंटेंस भूमिका है। तिग्मांशु धूलिया को हम सभी जानते हैं। उनकी फिल्मों में वास्तविकता का जबर्दस्त टच रहता है।
अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म बुलेट राजा में सैफ अली खान के साथ उन्होंने सोनाक्षी को रखा है। सोनाक्षी इन दिनों लखनऊ में इसी फिल्म की शूटिंग कर रही हैं। बुलेट राजा पूर्वी उत्तर प्रदेश की कथाभूमि में उद्वेलित किरदारों की कहानी है। सबसे आगे इन तीनों फिल्मों से सोनाक्षी अपने आलोचकों को करारा जवाब देंगी। तीनों ही फिल्में हिंदी की फॉम्र्युला फिल्मों से अलग और जमीनी किस्म की हैं। तीनों फिल्मों के निर्देशकों की पिछली फिल्मों को याद करें तो वे कलाकारों से उत्कृष्ट अभिनय करवाने में माहिर हैं। निश्चित ही हमें सोनाक्षी की प्रतिभा के नए आयाम इन फिल्मों में दिखेंगे। सोनाक्षी सफलता के लिहाज से अपनी पीढी की अन्य अभिनेत्रियों से काफी आगे हैं। इन तीनों फिल्मों के आने के बाद मुमकिन है उन्हें प्रतिभा और अभिनय के लिहाज से भी आगे माना जाए।
अजय ब्रह्मात्मज