जिंदगी अच्छी लगती है: यामी गौतम
अभिनेत्री यामी गौतम भी उन्हीं हीरोइनों में शुमार हैं, जो सि़र्फ चुनिंदा फिल्में ही करती हैं। यही वजह है कि उनकी फिल्मोग्राफी में न तो रिलीज हुई ढेर सारी फिल्में हैं और न ही ज्यादा फिल्मों में वे काम कर रही हैं। लेकिन उनका काम नोटिस खूब किया गया। कुछ सवाल यामी से।
1. आपकी पहली फिल्म विकी डोनर सफल हुई, फिर भी आपकी झोली में ज्यादा फिल्में नहीं हैं?
हां और इसकी वजह मेरा नेचर है। मैं कम लेकिन अच्छी फिल्मों में काम करना चाहती हूं। यही वजह है कि मेरे पास कम फिल्में हैं।
2. आपकी नजर में प्यार?
प्यार तो प्यार है। हां, यह उम्र के हिसाब से होने पर थोडा अलग रंग दिखता है। अगर 16 साल में प्यार हुआ तो वह अंधा होता है। मेच्योर होने पर होता है तो वह समझदारी के साथ किया गया प्यार होता है।
3. आपकी नजर में जिंदगी क्या है?
जिंदगी को हम जीते हैं। अच्छी सोच रखी तो जिंदगी अच्छी लगती है और खराब तो खराब। जिंदगी हमारी इच्छा और सोच से अच्छी-खराब होती है।
4. आपने जीवन से क्या बात सीखी?
अभी तो जिंदगी जी रही हूं। मैंने यही सीखा है कि तो कुछ करना है उसे अभी कर लो। वरना जिंदगी इंतजार नहीं करती और न ही दोबारा मिलती है। मैं खुश हूं तो मानती हूं कि जिंदगी अच्छी है। फिलहाल ठीक-ठाक चल रही है जिंदगी।
5. आप इस मकाम तक बडी मेहनत से पहुंची हैं। क्या अब संघर्ष खत्म हो गया है?
नहीं जी, यह शब्द इंसान की जिंदगी से चला जाए, तो फिर वह जिंदगी कैसी? कहते हैं न कि जीवन एक संघर्ष है। यह यथार्थ है।
6. क्या आप बचपन से अभिनय की दुनिया में आना चाहती थीं?
नहीं, मैं पहले आइएएस बनना चाहती थी। अगर मैं इस फील्ड में नहीं आती तो उसी में होती।
7. कैसे आ गई, अभिनय की दुनिया में?
मेरे पापा मुंबई में एक चैनल में थे तो कॉलेज में पढाई के दौरान मन में यह बात भी आई कि क्यों न अभिनय की दुनिया में ट्राई किया जाए? घर में भी ऐसा माहौल था। लोग फिल्म और टीवी को लेकर चर्चा करते थे तो मन बनाया और आ गई मुंबई काम की तलाश में। पहला काम मिला टीवी सीरियल में। चांद के पार चलो में काम किया, फिर ये प्यार न होगा कम मिला। लोग जब पहचानने लगे तो ऐड फिल्में भी मिलीं। उसके बाद साउथ और फिर हिंदी फिल्मों के ऑफर आए। साउथ की फिल्में कीं। उसने मुझे अनुशासन के साथ काम करने का तरीका सिखाया।
8. अब तक की फिल्मों में आपकी एक पहचान बन गई है। क्या सोचती हैं?
यही कि मैं जहां तक आई हूं, उससे आगे जाऊं। कुछ नया और अच्छा करूं। अपनी कामयाबी को बरकरार रखूं। मैं लंबे समय तक इस इंडस्ट्री में रहना चाहती हूं। अच्छा काम करना चाहती हूं।
9. आत्मसंतोष कैसे मिलता है?
अच्छा काम करके। रोल छोटा हो, पर हो दमदार। मैं उसी से संतुष्ट हो जाती हूं।
10. क्या मानती हैं कि अगर कोई गॉडफादर होता तो उसका फायदा मिलता?
मैं ऐसा मानती हूं, पर अब अपने करियर की स्थिति से खुश हूं। संतुष्टि है कि मैंने किसी से मदद नहीं ली। कोई यह नहीं कह सकता कि मैंने यामी की हेल्प की है। वैसे अनुभवी लोगों के साथ होने का फायदा भी है।
11. परिवार का सपोर्ट मिलता है?
पूरा सपोर्ट मिलता है। वे सब आज खुश हैं।
12. आपको मेल या फीमेल ओरिएंटेड फिल्मों में से किसमें काम करना पसंद है?
मेल ओरिएंटेड फिल्मों में तो किसी को भी काम मिल जाता है। मुझे उम्मीद है, आगे फीमेल ओरिएंटेड रोल मुझे जरूर मिलेंगे।
रतन