अपनी गायकी से खुश हूं: अरिजीत सिंह
युवा गायक अरिजीत सिंह के गाए गीतों की युवा पीढ़ी दीवानी है। आज वे लगातार गीत गा रहे हैं, जो हिट हो रहे हैं। लेकिन यह खुशनुमा वक़्त आसानी से उनके हाथ नहीं आया है। बीते दिनों और आज के पलों को वे साझा कर रहे हैं सखी के साथ।
युवा गायक अरिजीत सिंह के गाए गीतों की युवा पीढी दीवानी है। आज वे लगातार गीत गा रहे हैं, जो हिट हो रहे हैं। लेकिन यह खुशनुमा वक्त आसानी से उनके हाथ नहीं आया है। बीते दिनों और आज के पलों को वे साझा कर रहे हैं सखी के साथ।
1. आपकी नजर में सफलता?
सफलता तभी मिलती है, जब मेहनत के साथ किस्मत भी आपकी मदद करे। मैं खुश हूं गायकी के अपने सफर से।
2. यानी अब आप अपने जीवन से निराश नहीं हैं। यह खुशी कब आई और आप इस मुश्किल से कैसे बाहर निकले?
रिअलिटी शो 'फेम गुरुकुल' के बाद मुझे लगा कि लोग जानने लगेंगे। मुझे आसानी से प्लेबैक का मौका भी मिल जाएगा। मैं इस बात से इनकार नहीं करता कि उस शो के जरिये मेरा संगीत की दुनिया से जुडे लोगों से संपर्क तो हो गया, लेकिन काम नहीं मिला। यह समय ऐसा था, जब मैं बिलकुल खाली था। कोई काम नहीं मिल रहा था। मैं ऑडिशन में जाकर सोता था, क्योंकि इतने लंबे-लंबे ऑडिशन में भाग लेने के बाद मुझे अंत में यह कह दिया जाता था कि फिर कभी देखेंगे, अभी और तैयारी करो। रही बात इस मुश्किल से उबरने की, तो इसके लिए मैंने कभी प्लान नहीं किया। हां, यह जरूर जानता था कि मैं संगीत में ही रहना चाहता हूं। यही वजह थी कि जब सिंगर के तौर पर मौका नहीं मिला, तो मैं म्यूजिक प्रोड्यूसर बन गया। म्यूजिक डायरेक्टर्स प्रीतम, विशाल-शेखर, शंकर-एहसान-लॉय, मिथुन आदि के साथ उनकी सहायकी करने लगा। उस दौरान मुझे संगीत को और ज्यादा जानने का मौका मिला, साथ ही सिंगर के तौर पर देर से ही सही, मुझे मौका मिला।
3. अब आप पीछे मुडकर देखते हैं, तब कैसा लगता है?
सब कुछ सपने जैसा लगता है। 'फेम गुरुकुल' के मंच पर दुबला-पतला दिखने वाला लडका 'वंदे मातरम...' गा रहा है। लोग उसकी आवाज की तारीफ तो कर रहे हैं, लेकिन कहीं-न कहीं यह बात भी सुनने को मिल रही है कि रिअलिटी शो केजरिए चुने गए गायक कब आते हैं और कब चले जाते, पता नहीं चलता। जब टॉप चुने गए गायकों का यह हाल था तो मैं तो 'फेम गुरुकुल' में टॉप फाइव में भी नहीं आया था। मैं उसमें छठी पोजीशन पर था। आज इंडस्ट्री में अपनी एक पहचान बना रहा हूं। बहुत खुश हूं। लोगों का प्यार है कि मैं गीत गा रहा हूं और लोग उसे पसंद कर रहे हैं। मेरा 2005 से संघर्ष जारी था। पहचान अब बनी है, लेकिन किसी से कोई शिकायत नहीं है। यह मेरी किस्मत है।
4. जीवन को किस तरह देखते हैं?
मेरी समझ से जीवन खुशी का दूसरा नाम है। अगर आप किसी को खुशी दे सकते हैं, तो इससे बडी बात क्या हो सकती है। मुझे इस बात से बहुत खुशी होती है कि मैं इस इंडस्ट्री का हिस्सा हो गया हूं, जो लोगों में एक अलग ही तरह की खुशियां बांट रहा है। जब मैं ऑटो से ट्रैवल करता हूं और ऑटो में मेरा गाना बजता है, तो मुझे बहुत खुशी मिलती है। वे आगे कहते हैं, 'एक बार मैंने एक ऑटो वाले से पूछा था कि आमतौर पर लोग ड्राइव करते हुए फोन बंद करने को कहते हैं, लेकिन तुम लोग ड्राइव करते हुए ही ज्यादा गाना सुनना पसंद करते हो। उसका जवाब हुआ, यह हमारी थकान को कम कर देता है। सुकून और राहत देता है। वाकई जीवन इसी का नाम है। आपको विपरीत परिस्थितियों में खुश रहना आना चाहिए। जिंदगी अच्छी लगेगी।
5. जीवन में सफलता और उसके मायने को आप किस तरह से लेते हैं?
सफलता के मायने के बारे में अगर काम को लेकर बोलूं तो यदि आप सफल हैं तो आपके पास बहुत काम है, जिसमें आप पूरी तरह व्यस्त हैं। आपके पास कभी-कभी अपने लिए भी समय नहीं होता है। दूसरी बात यह भी है कि अब मैं सडक पर पहले की तरह नहीं घूम सकता। अपना पसंदीदा पानी पूरी रोड पर नहीं खा सकता, लेकिन हम उसे भी एंजॉय करते हैं। यही सफलता है।
6. आप कभी तनाव में रहते हैं और तनाव रहित जीवन का क्या मतलब है?
तनाव शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है। मुझे लगता है कि अगर आपको अपना एक मुकाम बनाना है, तो आपको संघर्ष करना ही होगा। आपको तनाव लेना ही होगा। ये सब जिंदगी के हिस्से हैं, साथी हैं। ये साथ आते और जाते रहेंगे। उसके बारे में सोचकर आप उसे खुद पर हावी करते हैं। मैं इनसे ज्यादा लगाव नहीं रखता। ये आते हैं तो तुरंत रास्ता खोजता हूं और उधर को निकल जाता हूं।
रतन