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खुद के दम पर हूं यहां : सोनम कपूर

चुलबुली और चंचल सोनम कपूर अपने फैशनेबल अंदाज़ के लिए जानी जाती हैं। बॉलीवुड में उनका करियर धीरे-धीरे गति पकड़ रहा है। उनकी पिछली फिल्मों 'रांझणा'

By Edited By: Published: Fri, 18 Sep 2015 02:34 PM (IST)Updated: Fri, 18 Sep 2015 02:34 PM (IST)
खुद के दम पर हूं यहां : सोनम  कपूर

चुलबुली और चंचल सोनम कपूर अपने फैशनेबल अंदाज के लिए जानी जाती हैं। बॉलीवुड में उनका करियर धीरे-धीरे गति पकड रहा है। उनकी पिछली फिल्मों 'रांझणा' और 'ख्ाूबसूरत को दर्शकों ने पसंद किया और उनके अभिनय की सराहना भी हुई।

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हिंदी फिल्मों में अभिनेत्रियों का करियर कम ही माना जाता है। पिछले कुछ सालों से कई अभिनेत्रियों ने इस मिथक को तोडा है। मिसाल के तौर पर दीपिका पादुकोण, प्रियंका चोपडा और कट्रीना कैफ। तीनों इंडस्ट्री में 12-13 साल से राज कर रही हैं। इसी लीग में सोनम कपूर भी शामिल हो गई हैं। वे फिल्मी पारी के आठवें साल में दस्तक दे चुकी हैं और अब उनका करियर ग्राफ भी ऊपर उठने लगा है।

फिल्मों की है बहार

आने वाले दिनों में सोनम 'प्रेम रतन धन पायो, 'नीरजा और 'बैटल फॉर बिटोरा में अभिनय करती नजर आएंगी। 'प्रेम रतन धन पायो में जहां वे सलमान ख्ाान के अपोजिट हैं तो 'बैटल फॉर बिटोरा में पाकिस्तान के चार्मिंग फवाद ख्ाान के साथ दिखेंगी। 'नीरजा एक दिवंगत बहादुर एयरहोस्टेस नीरजा भनोट की बायोपिक है और फिल्म का पूरा दारोमदार सोनम कपूर के कंधों

पर है। ख्ाबरों की मानें तो सोनम रितिक रोशन के संग 'आशिकी-3 में भी नजर आ सकती हैं।

रितिक हैं फेवरिट

सोनम अपने फेवरिट स्टार रितिक रोशन के संग काम करने की ख्वाहिश भी हाल में पूरी कर चुकी हैं। डांस विडियो 'धीरे धीरे से में दोनों प्रेमी युगल के तौर पर दिखाए गए हैं। सोनम का कहना है कि रितिक इतने रिलैक्स और कैज्ाुअल रहते हैं कि वह हैरान रह जाती हैं। वो अपने आसपास के लोगों से बहुत अच्छा बर्ताव करते हैं। ऐसे बहुत सारे लोग होते हैं जो दूसरों के साथ सही तरह से पेश नहीं आते, लेकिन रितिक साधारण और विनम्र हैं। सोनम आगे भी रितिक के साथ काम करने की इच्छुक हैं।

पापा हैं ताकत

अपने परिवार को अपनी ताकत मानने वाली सोनम अपनी हर सफलता का श्रेय पापा की परवरिश को देती हैं। सोनम का कहना है, 'मेरे माता-पिता ने मुझे पूरे ऐशो-आराम दिए और मुंबई से बाहर की दुनिया देखने व समझने का अवसर भी। बेहतर अभिनेता और इंसान की संतान होने के कई फायदे होते हैं। मैं छोटे शहरों के लोगों और वहां की दुनिया को महसूस कर सकती हूं, क्योंकि मेरे पिता की जडें छोटे शहरों से जुडी हैं। उनकी सिखाई गई बातों का असर ही था, जो मैं 'दिल्ली 6 की बिट्टू तो 'रांझणा की जोया के किरदार प्ले कर सकी। दोनों ही किरदार मेरी असल जिंदगी से बिलकुल विपरीत हैं। अब मैं फिल्मों का चयन और ज्य़ादा सावधानी से करने लगी हूं।

खुदपर है भरोसा

सोनम अपने दम पर चीजों को करने में यकीन रखती हैं। उनका कहना है कि अकसर उन्हें सुनने को मिलता कि पापा अनिल कपूर के कारण ही उन्हें फिल्में मिलती हैं। वह कहती हैं, 'मेरे पापा ऐसा कर सकते तो मेरे पास 'प्रेम रतन धन पायो जैसी अनेक फिल्में होतीं। सिफारिश से ऐसी फिल्में मिल सकती हैं क्या? सोनम ख्ाुद पर पूरा भरोसा करती हैं और अपने दम पर आगे बढऩा चाहती हैं। सोनम आगे कहती हैं, 'मुझे मेरे परिवार का पूरा सपोर्ट और प्यार मिला है। मैं मेहनत करती रहूंगी और फिल्मों के माध्यम से आप सबसे हमेशा जुडी रहूंगी।

अमित कर्ण


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