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क्या कहते हैं आपके बाल

जब बात हो खूबसूरत, स्वस्थ और चमकदार बालों की तो किसी भी नए उपाय को अपनाने में देरी नहीं लगती लेकिन ऐसा करते वक्त अकसर हम उसकी सच्चाई जांचना भूल जाते हैं। बालों से जुड़ी कई धारणाओं को परखने की कोशिश की है सखी ने।

By Edited By: Published: Fri, 11 Nov 2016 01:56 PM (IST)Updated: Fri, 11 Nov 2016 01:56 PM (IST)
क्या कहते हैं आपके बाल
बालों को लेकर लोग काफी सजग रहते हैं। कमजोर व पतले बालों के अलावा उनका सफेद होना, झडऩा और बालों में रूसी की समस्या अकसर लोगों को परेशान करती है। यही नहीं, इन समस्याओं के बारे में सलाह देने वाले लोगों की भी कोई कमी नहीं है। हर किसी के पास कोई न कोई नुस्खा तो होता ही है। ऐसी स्थिति में कई बार लोग गलत तरीके से अपने बालों का खयाल रखने लगते हैं। यदि आप बालों को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो किसी भी उपाय को अपनाने से पहले उनसे जुडे मिथकों को जान लें। भ्रम : ज्यादा शैंपू यानी हेयरफॉल सच्चाई : आपने अकसर लोगों से यह सुना होगा कि बालों को ज्य़ादा शैंपू नहींकरना चाहिए। इसका मतलब है- ज्य़ादा हेयरफॉल लेकिन इसमें जरा भी सच्चाई नहीं है। बालों के टूटने के पीछे शैंपू को जिम्मेदार नहीं माना जा सकता। ऐसा सोचने की वजह यह है कि गिरे हुए बाल सबसे ज्यादा बाथरूम में नंजर आते हैं, इसलिए हम सोचते हैं कि शैंपू करने से ही बाल गिरते हैं। सच्चाई यह है कि खानपान और जलवायु के अलावा धूल-मिट्टी भी बालों के लिए नुकसानदेह है। रोज बाहर जाने वाले लोगों को रोजाना शैंपू करने की जरूरत पडेगी। इसके लिए किसी माइल्ड शैंपू का इस्तेमाल करें। शैंपू अगर बालों की क्वॉलिटी और टेक्सचर के हिसाब से सही नहीं है तो वह नुकसानदेह हो सकता है। भ्रम : न तोडें सफेद बाल सच्चाई : दादी-नानी अकसर कहा करती थीं कि सफेद बाल नहीं तोडऩे चाहिए क्योंकि इससे अन्य बाल भी सफेद होने लगते हैं। इस बात की शुरुआत इस तरह हुई होगी कि लोगों ने एक सफेद बाल तोडा होगा और उसके बाद उन्हें और सफेद बाल दिखे होंगे। इसका यह मतलब भी नहीं कि सफेद बाल तोडते रहें क्योंकि ऐसा करने से बाल कमजोर हो जाएंगे और फिर उगना बंद हो जाएंगे। बालों की सफेदी के पीछे मेलनिन एक कारक है। मेलनिन तत्व काले रंग को बनाए रखने का काम करता है और इसके खत्म होने या कम हो जाने से बाल सफेद हो जाते हैं। इसके साथ ही बालों के असमय सफेद होने के पीछे आनुवंशिक कारण भी हो सकते हैं। भ्रम : ज्यादा ऑयलिंग से बचें सच्चाई : तेल का बालों के स्वास्थ्य या उनकी ग्रोथ से कोई लेना-देना नहीं है। तेल सिर्फ बालों को बाहरी तौर पर मुलायम और स्कैल्प की नमी बनाए रखता है। इसलिए एक रात पहले या सिर्फ 20 मिनट पहले तेल लगाना भी काफी है। इसके विपरीत ज्य़ादा समय तक बालों में तेल लगा कर रखने से बाल नरम हो जाते हैं और टूटने लगते हैं। भ्रम : ऑयली स्कैल्प पर तेल नहीं सच्चाई : इस बात में भी सच्चाई नहीं है कि अगर स्कैल्प ऑयली है तो तेल लगाने की जरूरत नहीं है। बाल चाहे जैसे हों, उन्हें डीप कंडीशनिंग और हाइड्रेटिंग की पडती ही है। बालों की ऑयलिंग बेहद जरूरी है। शैंपू करते वक्त सारा अतिरिक्त तेल निकल जाता है। अगर बाल ऑयली हैं तो उनके लिए खासतौर पर इस प्रकार के बालों के लिए बने तेल का इस्तेमाल करें। भ्रम : स्प्लिट एंड्स रिपेयर प्रोडक्ट्स सच्चाई : ऐसे ब्रैंड्स पर बिलकुल विश्वास न करें जो अपने प्रोडक्ट्स से स्प्लिट एंड्स ठीक करने का दावा करते हैं। कोई भी चीज स्प्लिट एंड्स को ठीक नहीं कर सकती है। जिस तरह आप टूटे हुए अंडे को जोड नहीं सकते, वैसे ही दोमुंहे बालों को भी ठीक नहीं किया जा सकता है। इसलिए महंगे प्रोडक्ट्स भी इन्हें नहीं बचा सकते हैं। बार-बार कलर करना, बालों के लिए स्ट्रेटनिंग मशीन का इस्तेमाल करने से भी कई बार स्प्लिट एंड्स की समस्या पैदा हो सकती है। इसके लिए डॉक्टर से परामर्श करें और विटमिन सप्लीमेंट्स लें। भ्रम : ड्राई स्कैल्प से डैंड्रफ होता है सच्चाई : हम आमतौर पर ड्राई स्कैल्प को डैंड्रफ से जोडकर देखते हैं, जोकि सही नहीं है। सच तो यह है कि ऑयली स्कैल्प पर डैंड्रफ की गुंजाइश ज्यादा होती है क्योंकि यह एक तरह का इन्फेक्शन है जो ऑयली सतह पर आसानी से पैदा होता है। भ्रम : ज्यादा कंघी, अच्छे बाल सच्चाई : बालों को कंघी करना या ब्रश करना इन्हें स्वस्थ रखने का एक तरीका तो जरूर है पर हद से ज्य़ादा कोई भी चीज बुरी ही होती है। इसलिए अगर आप दिन में कई बार बालों में कंघी फेरती हैं तो इससे फायदा कम और नुकसान अधिक हो सकता है। ऐसा करने से आपके बालों की ऊपरी परत खराब हो सकती है और फ्रीजीनेस भी बढ सकती है। बालों में तभी कंघी करें जब वे उलझे या बिखरे हों वरना इन्हें ऐसे ही छोड दें। दिन में तीन बार से ज्य़ादा कंघी नहीं करनी चाहिए। भ्रम : बाल कटवाने से बढेंगे बाल सच्चाई : बाल रूट से बढते हैं, ट्रिमिंग से नहीं। अगर रूट हेल्दी है तो बाल भी हेल्दी रहेंगे। नियमित रूप से ट्रिमिंग करवाने से बेकार बाल निकल जाते हैं। इससे आपके बाल स्वस्थ और घने लगने लगते हैं लेकिन इसका बालों के बढऩे से कोई लेना-देना नहीं है। बालों की ग्रोथ के लिए उसकी असल वजह को जानना जरूरी है। इसमें डर्मेटोलॉजिस्ट ही आपकी मदद कर सकता है। भ्रम : ज्यादा झाग, साफ बाल सच्चाई : हमें झाग को सफाई से जोडकर देखने की आदत है। जब तक शैंपू में ढेर सारा झाग न बने, लगता ही नहीं कि बाल साफ हो रहे हैं जबकि बालों को साफ करने के लिए शैंपू से ढेर सारा झाग निकलना जरूरी नहीं है। शैंपू में झाग सल्फेट की वजह से आता है, जिसके कई नुकसान भी हैं। इसलिए अगली बार सल्फेट-फ्री शैंपू इस्तेमाल करके देखें, उससे भी आपको वैसा ही फायदा मिलेगा। भ्रम : कलर से सफेद होते हैं बाल सच्चाई : यह भी एक धारणा है कि सफेद बालों में कलर करने से उनकी सफेदी और बढ जाती है। बालों की सफेदी से कलर का कोई लेना-देना नहीं है। हां, कलर चुनते वक्त ब्रैंड और क्वॉलिटी का खयाल जरूर रखना चाहिए। उसमें कैसे तत्व इस्तेमाल किए गए हैं, इसका भी ध्यान रखना चाहिए। केमिकल वाले कलर्स इस्तेमाल नहीं करने चाहिए। ऐसा करने से बालों के झडऩे की समस्या हो सकती है। अच्छे बाल वैसे तो आनुवंशिक होते हैं लेकिन बालों की सेहत के लिए खानपान का खास खयाल रखना चाहिए। अपने भोजन में प्रोटीन की पर्याप्त मात्रा का ध्यान जरूर रखना चाहिए। भ्रम : ऊपर से नीचे की ओर कंघी सच्चाई : परंपरागत रूप से बालों को ऊपर से नीचे की ओर ही कंघी कर सुलझाया जाता है लेकिन ऐसा करने से काफी बाल टूट सकते हैं। कंघी करने का सही तरीका है- बाल को छोटे-छोटे हिस्सों में बांट लें और फिर इन्हें बीच से नीचे की तरफ कंघी करें। साथ ही मोटे दांतों वाली कंघी ( जिसमें ज्य़ादा गैप हो) से ही अपने बाल संवारें। संगीता सिंह इनपुट्स : डॉ. रमनजीत सिंह, सीनियर कंसल्टेंट, डर्मेटोलॉजिस्ट, मेदांता हॉस्पिटल

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