QA : सखी का स्वास्थ्य
मेरी उम्र 45 वर्ष है। मेरे दोनों बच्चे नॉर्मल डिलिवरी से हुए हैं। बेटी 19 वर्ष और बेटा 16 वर्ष का है। बेटे के जन्म के बाद मुझे स्टिचेज आई थीं, जो टूट गईं थीं।
By Edited By: Published: Sat, 13 Aug 2016 01:33 PM (IST)Updated: Sat, 13 Aug 2016 01:33 PM (IST)
मेरी उम्र 45 वर्ष है। मेरे दोनों बच्चे नॉर्मल डिलिवरी से हुए हैं। बेटी 19 वर्ष और बेटा 16 वर्ष का है। बेटे के जन्म के बाद मुझे स्टिचेज आई थीं, जो टूट गईं थीं। मुझे इसका पता बहुत बाद में चला। छोटे शहर से होने के कारण ठीक से देखभाल नहीं कर पाई। बाद में मुझे पेट के निचले हिस्से में दर्द रहने लगा और कई बार ऐसा लगता था कि यूट्रस बाहर आ जाएगा। उसके बाद मैंने होम्योपैथिक डॉक्टर से दवा ली तो कुछ ठीक लगा। लेकिन उन्होंने कहा कि मेरा यूट्रस डिसलोकेट हो गया है। मुझे अब क्या करना चाहिए? दूसरी समस्या यह है कि पिछले डेढ साल से पीरियड्स अनियमित हैं। पहले 2-3 महीने का अंतर रहा। फिर 7-8 महीने तक पीरियड्स नहीं हुए। अभी 15-20 दिन पहले अचानक ब्लीडिंग हुई, जो बहुत हेवी थी और 7-8 दिन तक रही। क्या यह मेनोपॉज की शुरुआत है? सपना माथुर, पटना आपकी दो समस्याएं हैं। लगता है कि आपको यूटरिन प्रोलैप्स है। आप जैसा सोच रही हैं, यह समस्या उस वजह से नहीं है। बच्चे के जन्म के बाद यह समस्या हो सकती है। लेबर पेन और डिलिवरी के समय जो जोर लगाना पडता है, उससे यूट्रस के लिगामेंट्स सपोर्ट टूट जाते हैं, स्ट्रेच हो जाते हैं। मेनोपॉज के समय ये और भी कमजोर हो जाते हैं और इस तरह बाहर निकल आते हैं। इसका टांका टूटने से कोई ताल्लुक नहीं होता है। इसका इलाज सिर्फ सर्जिकल रिपेयर ऑपरेशन या दूरबीन से होता है। आपकी दूसरी समस्या पढकर लगता है कि आपको मेनोपॉज शुरू हो गया है। आपकी ब्लीडिंग जिस तरह से हुई, वह सामान्य नहींहै। इसके लिए अल्ट्रासाउंड करवाएं। इसके अलावा स्त्री रोग विशेषज्ञ यह चेक करेंगी कि बच्चेदानी के अंदर कोई प्री कैंसर, कैंसर या रसौली तो नहीं है। कायदे से डॉक्टर आपका पेपस्मीयर टेस्ट करवाएंगे और डीएंडसी हिस्टेरोस्कोपी भी करनी पडेगी। मेरी उम्र 42 वर्ष है। पति को गुजरे आठ महीने हुए हैं। मेरी समस्या यह है कि मुझे सफेद डिस्चार्ज होता है, कभी-कभी यह बहुत ज्य़ादा होता है लेकिन इसमें दुर्र्गंध नहीं आती। पीरियड्स के पहले और बाद में यह समस्या बढ जाती है। किरण सूद, चंडीगढ जब सेक्सुअल ऐक्टिविटी नहीं होती है तो ऐसा होना सामान्य बात है। आप लोकल साबुन की जगह लैक्टेसिल का इस्तेमाल करें। आपकी समस्या यूं तो सामान्य है, लेकिन अगर पीरियड्स के बाद इसकी क्वॉलिटी बदल जाती है, नाक के म्यूकस जैसा डिस्चार्ज होता है और उसमें दुर्र्गंध आती है या डिस्चार्ज पीले रंग का होता हो तो इसके लिए वजाइनल टैब्लेट जैसे बीटाडिन या क्लिंजेन भी इस्तेमाल कर सकती हैं। मेरी उम्र 22 वर्ष है। मुझे लगभग डेढ वर्ष से ल्यूकोरिया की शिकायत है। पीरियड्स केवल एक या दो दिन होते हैं और अनियमित रहते हैं। उसमें दुर्र्गंध आती है। मैंने डॉक्टर के निर्देशानुसार पेल्विक अल्ट्रासाउंड और ब्लड टेस्ट भी कराया, सभी की रिपोर्ट नॉर्मल है। फिर भी ल्यूकोरिया ठीक नहीं होता। मुझे क्या करना चाहिए? विद्या मिश्रा, गाजियाबाद आप अपने ब्लड प्रोलैक्टिन टेस्ट और थायरॉयड की जांच कराएं। प्रोलैक्टिन हाई हो तो पीरियड्स कम हो जाते हैं। इसकी जांच जरूरी है। पीरियड्स में दुर्र्गंध है तो यह इन्फेक्शन का लक्षण है और गार्डेनेला इन्फेक्शन होने पर ऐसी दुर्र्गंध आती है। लेकिन आप चिंता मत करें, इसका ट्रीटमेंट मेट्रोजिल गोली या अन्य कोई दवा देकर हो सकता है। मेरी उम्र 16 वर्ष है। पीरियड्स के दौरान मेरे पेट के दायें और बायें हिस्से में कभी-कभी बहुत तीव्र दर्द होता है। कभी-कभी तो ब्लीडिंग के साथ क्लॉटिंग भी होती है। मैं कितनी भी सफाई क्यों न रखूं, हर माह उस स्थान पर इन्फेक्शन हो जाता है। मुझे क्या करना चाहिए? सीमा झा, दिल्ली पीरियड्स के समय दिन में आपको पतले पैड इस्तेमाल करने चाहिए और जल्दी-जल्दी बदलने चाहिए। उस समय पेंटी ब्लूमर्स टाइप की पहनें, जो जांघ पर न लगे। रात में मोटे और बडे पैड इस्तेमाल करें। प्रभावित स्थान पर मॉयस्चराइजिंग क्रीम लगाएं। इस उम्र में इतनी क्लॉटिंग नहीं होनी चाहिए। डॉक्टर से मिलकर जांच जरूर कराएं कि कहीं आपको थायरॉयड तो नहींहै। मेरी उम्र 17 वर्ष है। मेरी समस्या यह है कि मुझे ग्याहरवें वर्ष से पीरियड्स आने शुरू हुए थे। पहले ये नौ-दस दिन तक होते थे और पेट में दर्द के साथ-साथ उल्टी जैसा लगता था। अब पेट में दर्द नहीं होता लेकिन पीरियड्स आठ-दस दिन तक रहते हैं। मैं बहुत परेशान हो जाती हूं। मैं क्या करूं। संध्या, लखनऊ सामान्य अवस्था में पीरियड्स 4-5 दिन तक होकर बंद हो जाने चाहिए। यह सही संकेत नहीं है। आप स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें। हॉर्मोन की जांच और अल्ट्रासाउंड कराएं। आपको इन्फेक्शन भी हो सकता है। जो भी समस्या है, उसे आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ जरूर बताएंगी। आप उनके निर्देशानुसार इलाज कराएं। यूट्रस में सूजन यूट्रस में सूजन होने के कई कारण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में स्त्री रोग विशेषज्ञ से संपर्क करके उसका इलाज कराएं। सूजन अगर इन्फेक्शन के कारण है तो उसका उचित इलाज कराएं। अगर ट्यूमर के कारण है तो ऑपरेशन करवाएं। ब्लैडर में भी इन्फेक्शन के कारण ऐसा हो सकता है इसलिए इस समस्या को नजरअंदाज न करें। डॉ. उर्वशी प्रसाद झा, गायनिकोलॉजिस्ट
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