Move to Jagran APP

व्यक्तिगत समस्याएं : कॉण्डोम के प्रति जागरूकता है कम

एक ऐसे देश में जहां बढ़ती आबादी के साथ ही सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिजीज की समस्या बढ़ती जा रही हो, यह सुनकर आश्चर्य होता है कि कॉण्डोम अधिकतर लोगों की दिनचर्या में शामिल नहीं है।

By Edited By: Published: Wed, 12 Oct 2016 02:43 PM (IST)Updated: Wed, 12 Oct 2016 02:43 PM (IST)
व्यक्तिगत समस्याएं : कॉण्डोम  के प्रति जागरूकता है कम
एक ऐसे देश में जहां बढती आबादी के साथ ही सेक्सुअली ट्रांस्मिटेड डिजीज की समस्या बढती जा रही हो, यह सुनकर आश्चर्य होता है कि कॉण्डोम अधिकतर लोगों की दिनचर्या में शामिल नहीं है। इस वर्ष की शुरुआत में हुए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य (एनएफएच) सर्वे के मुताबिक इस मामले में आंध्र प्रदेश में सर्वाधिक जागरूकता है, जहां लगभग 86 प्रतिशत स्त्रियां कॉण्डोम के लाभ के बारे में जानती हैं। भारत में अभी भी परिवार नियोजन की सर्जिकल प्रक्रिया लोकप्रिय है। हालांकि इसके खतरे भी यहां कम नहीं हैं। इंट्रायूटरिन डिवाइसेज और कंट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल बढा है लेकिन यह भी सच है कि ये सारे उपाय केवल प्रेग्नेंसी से बचाते हैं, एसटीडी से नहीं। मेरी शादी को तीन साल हुए हैं। शादी से पहले एक कलीग से अफेयर था मगर परिवार के विरोध के कारण उससे शादी नहीं हो सकी। शादी के बाद मैं कभी उससे नहीं मिली। तीन-चार महीने पहले एक इवेंट में वह मिला। मेरे पति शहर में नहीं थे। मैंने उसे घर बुलाया, जहां हमारे बीच संबंध भी बने मगर इसके बाद मुझे बेहद ग्लानि हुई और मैंने उससे स्पष्ट कह दिया कि अब हम कभी नहीं मिलेंगे। समस्या यह है कि अब पति के साथ पहले की तरह सहज नहीं हो पा रही हूं। जितनी बार पति के साथ इंटीमेट होती हूं, कलीग के साथ बिताए पल याद आते हैं। मेरे पति बहुत केयरिंग हैं। वह मुझे काउंसलर से मिलने को कहते हैं। ए. गुलाटी, चंडीगढ देखिए जो हो चुका, उसे तो बदला नहीं जा सकता। भविष्य से खिलवाड करना ठीक नहीं। इस बात का ध्यान रखें कि भविष्य में कभी उस कलीग से मुलाकात न हो। खुद को शांत रखते हुए उसे समझाने की कोशिश करें कि आप अब पास्ट को भूलना चाहती हैं और ऐसे किसी भी संबंध को आगे नहीं बढाना चाहतीं। उसे भी थोडा समय दें और समझदारी से रिश्ते को खत्म करें क्योंकि ऐसे रिश्ते को आगे बढाने पर दोनों का जीवन उलझेगा। ऐसी स्थिति को समझदारी से सुलझाने की जरूरत होती है। आप दोनों परिपक्व हैं और उम्मीद है कि आप इसे समझते हुए फैसला लेंगी। मेरी उम्र 58 साल है और पत्नी की 55 वर्ष। कृपया मुझे बताएं कि क्या अब हमारी सेक्स लाइफ खत्म हो जानी चाहिए? मेरी पत्नी का यही मानना है। पिछले दो-तीन वर्षों से एकाएक वह बहुत व्रत-उपवास और पूजा-पाठ करने लगी हैं। सेक्स संबंधों से इंकार करती हैं। पवित्रता का उनका कॉन्सेप्ट इतना अजीब है कि एक कमरे में रहने से भी मना करने लगी हैं। उन्हें कैसे समझाऊं? एम. खट्टर, दिल्ली ज्यादातर उन बुजुर्ग दंपतियों के साथ यह समस्या आती है, जो मानते हैं कि बचपन, युवावस्था, प्रौढावस्था और वृद्धावस्था के अनुसार जीवन को चलाना चाहिए। पुराने समय से ही संन्यास की यह अवधारणा चली आ रही है, जिसे स्त्रियों ने खुद पर ज्यादा ओढ लिया है। लोग मानते हैं कि 60 की उम्र में आकर काम-क्रोध-मद-लोभ से मुक्त हो जाना चाहिए। ऐसी भावना के शारीरिक आधार भी हैं। मेनोपॉज के बाद स्त्रियों की वजाइना ड्राई होने लगती है और सेक्स संबंध उनके लिए असहज हो जाते हैं। कई बार फोरप्ले से भी ल्युब्रिकेशन नहीं आ पाता, इसलिए कई स्त्रियां दर्द महसूस करती हैं। आपको पत्नी के साथ वक्त बिताना चाहिए और उन्हें समझाना चाहिए कि दांपत्य का अर्थ एक-दूसरे की फीलिंग्स का सम्मान करना भी है। यदि उन्हें वजाइनल पेन की शिकायत हो तो ल्युब्रिकेंट का इस्तेमाल करें। जहां तक पूजा-पाठ की बात है तो अधिकतर भारतीय स्त्रियां ऐसा करती हैं लेकिन उन्हें अपने दांपत्य जीवन के लिए भी कोशिशें करनी चाहिए। मेरी उम्र 32 साल है। पिछले एक साल से माइग्रेन से पीडित हूं। पीरियड्स शुरू होने के 2-3 दिन पहले और खत्म होने के दो दिन बाद यह समस्या ज्य़ादा परेशान करती है। इसके लिए जांचें भी कराई हैं लेकिन समाधान नहीं मिला। होम्योपैथी मेडिसिंस ले रही हूं। इस समस्या का असर मेरी सेक्स लाइफ पर पड रहा है। सेक्स संबंधों के दौरान भी सिर के आधे हिस्से में तेज दर्द महसूस करती हूं। लगभग सात-आठ महीने से दवा ले रही हूं और कई डॉक्टर्स बदल चुकी हूं। पति मेरी समस्या नहीं समझ पाते। उन्हें लगता है कि मैं सेक्स से बचने के लिए ऐसा कर रही हूं। बी. बुंदेला, मुंबई माइग्रेन के कारणों को लेकर सटीक ढंग से कुछ भी नहीं कहा जा सकता। बेहतर होगा कि आप किसी न्यूरोलॉजिस्ट से परामर्श लें और उनके बताए अनुसार इलाज कराएं। माइग्रेन के लिए कई टेस्ट होते हैं और आजकल चिकित्सा विज्ञान ने काफी तरक्की कर ली है। इसका सही ट्रीटमेंट उपलब्ध है। इसमें देरी न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें। मेरी उम्र 26 साल है। मैंने चार महीने पहले सी-सेक्शन से एक बेटे को जन्म दिया है। प्रेग्नेंसी के दौरान काफी मुश्किलें आईं लिहाज उस दौरान हमने सेक्स संबंध नहीं बनाए। अब पति दोबारा सब कुछ नॉर्मल करना चाहते हैं। मैं जानना चाहती हूं कि सिजेरियन के कितने समय बाद सेक्स संबंध बनाए जा सकते हैं? मुझे कई बार ब्लोटिंग महसूस होती है जबकि मैं तला-भुना नहीं खाती। पेट के निचले हिस्से में हलका दर्द भी होता है। अभी मुझे पीरियड्स शुरू नहीं हुए हैं। कृपया मुझे गाइड करें ताकि भविष्य में सेहत ठीक रहे। एम. के. शर्मा, दिल्ली सी-सेक्शन के बाद सेक्स संबंध में किसी तरह की समस्या नहीं आनी चाहिए। यह नियम अलग-अलग लोगों पर अलग ढंग से लागू होता है। अमूमन स्त्रियों का शरीर सिजेरियन केस के तीन महीने बाद सेक्स संबंधों के लिए तैयार होता है। अगर आपको दर्द या गैस जैसी समस्याएं हैं तो दवाएं ले सकती हैं। दवाओं के बाद भी समस्या बनी रहती है तो किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ या सर्जन से परामर्श लें। आमतौर पर जैसे ही मां बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग कराना रोकती है, पीरियड्स फिर शुरू हो जाते हैं। इसलिए इस बारे में चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है। आप स्ट्रेस-फ्री होकर सेक्स संबंध बना सकती हैं, हां अगर दोबारा जल्दी प्रेग्नेंट नहीं होना चाहतीं तो कोई कंट्रासेप्टिव मेथड जरूर अपनाएं।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.