Move to Jagran APP

एक नहीं चार मोबाइल निकले जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी के गुप्तांग से, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाले बाहर

जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी के गुप्तांग से कीपैड स्टाइल के 4 मोबाइल निकले हैं जिसे जेल में अन्य कैदियों को देने के लिए उसने अपने मलद्वार में छुपाया था।

By Vijay KumarEdited By: Published: Sat, 19 Sep 2020 07:11 PM (IST)Updated: Sat, 19 Sep 2020 07:11 PM (IST)
एक नहीं चार मोबाइल निकले जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी के गुप्तांग से, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाले बाहर
एक नहीं चार मोबाइल निकले जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी के गुप्तांग से, डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर निकाले बाहर

रंजन दवे, जोधपुर : जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद कैदी के गुप्तांग से एक नही चार मोबाइल निकाले गए हैं। बीते दिन कैदी के पेट में असहनीय दर्द होने पर उसे जेल से मथुरादास माथुर अस्पताल लाया गया था, जिसके बाद सभी प्रकार की जांच कर ऑपरेशन किया गया। इसमें की कीपैड स्टाइल के 4 मोबाइल निकले हैं, जिसे की जेल में अन्य कैदियों को देने के लिए उसने अपने मलद्वार में छुपाया था। बाड़मेर मूल निवासी देवाराम कैदी की स्थिति में अब सुधार है। वह नाबालिग बालक के साथ कुकर्म करने पर पोक्सो एक्ट में 10 साल की सजा काट रहा है।

loksabha election banner

पोक्सो एक्ट में 10 साल की सजा काट रहा आरोपित

जोधपुर केंद्रीय कारागृह के अधीक्षक कैलाश त्रिवेदी से मिली जानकारी के अनुसार बाड़मेर निवासी देवाराम (32) डेढ़ साल से सेंट्रल जेल में है। वह नाबालिग बालक के साथ कुकर्म करने पर पोक्सो एक्ट में 10 साल की सजा काट रहा है।

एक्स-रे व सोनोग्राफी में साफतौर पर मोबाइल दिखा

जिसके जेल की उद्योग शाला में काम करते समय असहनीय दर्द हुआ, जिसको उपचार के लिए मथुरादास माथुर अस्पताल ले जाया गया। जहां एक्स-रे व सोनोग्राफी में साफतौर पर मोबाइल दिखाई दिया। जिसके बाद एमडीएम अस्पताल में कैदी का आपरेशन किया गया , जहां चार मोबाइल को देख कर डॉक्टर भी दंग रह गए।

मोबाइल एफएसएल टीम को, रातानाड़ा थाने शिकायत

चिकित्सको के द्वारा गुप्तांग से निकाले गए मोबाइल एफएसएल टीम को सौंपे गए, जिसके बाद जेल अधीक्षक ने इस मामले में रातानाड़ा थाने में लिखित में शिकायत दर्ज करवाई है। वहीं कैदी देवाराम एमडीएम में भर्ती है, जिसकी स्थिति बेहतर है। मामले में पड़ताल जारी है।

एफएसएल टीम को दिए गए हैं मोबाइल : डॉ. आसेरी 

कैदी के गुप्तांग में मोबाइल होने की जानकारी मिली, जिसका चिकित्सकीय जांच के बाद ऑपरेशन किया गया, जिसमे गुप्तांग से कुल चार की पेड मोबाइल निकाले गए हैं। जिनको एफएसएल टीम को दिया गया है।

डॉ एम के आसेरी, अधीक्षक, एमडीएम हॉस्पिटल जोधपुर

मादक पदार्थों को लेकर तलाशी अभियान चलते रहते हैं

जेल में लगातार मादक पदार्थों व मोबाइल सहित अन्य वस्तुओं को लेकर सघन तलाशी अभियान चलते रहते है, उससे बचने के लिए कैदी ने ये कृत्य किया होगा। इस मामले में रातानाड़ा थाना में लिखित में अवगत करवा दिया गया है। 

कैलाश त्रिवेदी, जेल अधीक्षक, जोधपुर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.