नीट-जेईई परीक्षा और किसानों को लेकर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का गहलोत सरकार पर तीखा हमला
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नीट-जेईई परीक्षा का विरोध करने और किसानों की समस्याओं को लेकर राजस्थान सरकार पर तीखा हमला बोला।
जोधपुर, [रंजन दवे]। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने नीट-जेईई परीक्षा का विरोध करने और किसानों की समस्याओं को लेकर राजस्थान सरकार पर तीखा हमला बोला। शेखावत ने कहा कि षड्यंत्रों में व्यस्त गहलोत सरकार विफलता की पराकाष्ठा है। कानूनी अव्यवस्था, असुरक्षा और डर के माहौल में रह रहा प्रदेश का हर एक नागरिक आपके हर एक षड्यंत्र को समझ रहा है।
शनिवार को शेखावत ने कहा कि नीट और जेईई की परीक्षा टालने पर उतारू होकर अब आप लोग देश की युवा पीढ़ी के भविष्य से खिलवाड़ करने का षड्यंत्र करने लगे हैं। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब स्कूली परीक्षाएं हुईं, तब गहलोत सरकार होटल में बैठ आपसी षड्यंत्र में मशगूल थी और अब होटल से बाहर आई तो प्रदेशवासियों के साथ षड्यंत्र में लग गई। केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि गहलोत जी, जब कांग्रेस पार्टी के प्रदर्शनकारी ज़िला कलेक्ट्रेट में बिना कोई सावधानी बरते प्रदर्शन करते हैं, तब कोरोना के बढ़ जाने का आपका डर कहां चला जाता है?
किसानों का मुद्दा उठाते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश का किसान बेहाल है। कोरोना संकट काल में बिजली के दामों में बढ़ोतरी निंदनीय है। उस किसान समुदाय को आज छला जा रहा है, जिससे बिजली के दाम न बढ़ाने का वादा कर वोट मांगे गए थे, जिससे कर्जमाफी की बात कही गई थी, लेकिन आज भी 22 लाख किसान भाइयों के कर्ज माफ नहीं हुए हैं। राज्य सरकार की असंवेदनशीलता के चलते किसान सड़क पर आने के लिए मजबूर है।
शेखावत ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि जब मुख्यमंत्री के पास अपने विधायकों को खुश करने के लिए पैसों की कमी नहीं थी तो गरीब किसान का बिजली का बिल माफ करना उनके लिए कैसे संभव नहीं है। शेखावत ने सवाल किया कि गहलोत सरकार ने क्या सोचकर पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा प्रतिमाह बिजली बिल पर दिए जाने वाले अनुदान को पिछले साल बंद कर दिया।