सांवलिया मंदिर में गार्ड की भर्ती के नाम से चार युवकों से ठगी, आरोपित युवक फरार
Udaipur Crime ठगी के शिकार चारों युवक मध्यप्रदेश के रहने वाले। अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी चित्तौड़गढ़ रतन कुमार से मध्यप्रदेश के युवक दीपक कुमार बैरागी पुरुषोत्तम पाटीदार रामजस पाटीदार व वृद्धिचंद पाटीदार ने शिकायत की।
जासं, उदयपुर। चित्तौड़गढ़ के प्रसिद्ध कृष्णधाम श्री सांवलिया मंदिर में गार्ड की भर्ती के नाम पर एक युवक ने चार युवकों को ठग लिया। आरोपी युवक ने इन युवकों को 18 हजार रुपए प्रति महीने वेतन दिलाए जाने का झांसा देकर प्रत्येक से 7500 रुपए ठग लिए। मामले का भंडाफोड़ होने पर वह फरार हो गया, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। बताया गया कि आरोपित युवक ने चार युवकों को सांवलिया मंदिर में गार्ड की भर्ती के लिए उपखंड कार्यालय बुलाया था। चारों ने उसने अठारह हजार रुपए ले लिए और कुछ समय बाद फोन बंद कर फरार हो गया। चारों पीड़ित मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्हें ठगी का शिकार होने का पता चला तो पीड़ित युवकों ने अतिरिक्त जिला कलक्टर एवं श्रीसांवलियाजी मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को इसकी शिकायत की। जिसके बाद मामला पुलिस तक पहुंचा।
सांवलियाजी मंदिर में गार्ड की भर्ती निकली
मिली जानकारी के अनुसार अतिरिक्त जिला कलेक्टर एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी चित्तौड़गढ़ रतन कुमार से मध्यप्रदेश के युवक दीपक कुमार बैरागी, पुरुषोत्तम पाटीदार, रामजस पाटीदार व वृद्धिचंद पाटीदार ने शिकायत की। उन्होंने ठगी को लेकर चरलिया निवासी मुकेश वैष्णव के खिलाफ शिकायत दी है। उन्होंने बताया कि गत 30 जनवरी को उन्हें एक युवक ने फोन किया और बताया कि सांवलियाजी मंदिर में गार्ड की भर्ती निकली है।
कलेक्टर कार्यालय के बाहर दस्तावेज लिए
आप लोग नौकरी करना चाहते हैं तो अपने दस्तावेज और 7500 रुपए प्रति व्यक्ति लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कार्यालय चित्तौड़गढ़ आ जाएं, जो श्रीसांवलियाजी मंदिर मंडल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं। इस पर चारों प्रार्थी एडीएम कार्यालय पहुंचे। फोन करने वाला युवक उन्हें कलेक्ट्रेट परिसर में मिल गया। उसने चारों युवकों को अतिरिक्त जिला कलेक्टर के कार्यालय के बाहर आकर दस्तावेज लिए और प्रति व्यक्ति 7500 रुपए भी ले लिए।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट से किया संपर्क
इसके बाद उसने कहा कि तुम बाहर इंतजार करो और वह एडीएम साहब से ऑर्डर कराकर लाता हूं। चारों ने काफी देर इंतजार करने के बाद भी वह व्यक्ति नहीं लौटा तो उसके नंबर पर फोन किए। फोन बंद आने पर चारों प्रार्थीगण को ठगी होने का एहसास हुआ। इस पर ठगी के शिकार चारों युवक अधिवक्ता अर्जुनदास वैष्णव से मिले, जिन्होंने उन्हें अतिरिक्त जिला कलेक्टर से संपर्क कराया। जहां अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट ने उन्हें ऐसी किसी भी भर्ती से इंकार कर दिया। जानकारी में सामने आया कि इससे पूर्व भी इसी तरह ठगी का मामला इसी युवक के खिलाफ दर्ज कराया गया था लेकिन पुलिस ने उस मामले में एफआर लगा दी थी।