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Rajasthan: जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सफेद बाघ 'राजा' की मौत

Nahargarh Biological Park राजस्थान में जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सफेद बाघ राजा की मौत हो गई। यह बाघ पिछले सप्ताह से बीमार चल रह रहा था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2020 08:36 PM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2020 08:36 PM (IST)
Rajasthan: जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सफेद बाघ 'राजा' की मौत
Rajasthan: जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में सफेद बाघ 'राजा' की मौत

जागरण संवाददाता, जयपुर। Nahargarh Biological Park: जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में मंगलवार को सफेद बाघ "राजा" की मौत हो गई। यह बाघ पिछले सप्ताह से बीमार चल रह रहा था। बाघ राजा की एक अगस्त को अचानक ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर उसके रक्त के नमूने इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट (आइवीआरआइ) बरेली भेजे गए थे। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के अतिरिक्त वन्यजीव अधिकारी जगदीश गुप्ता ने बताया कि एक अगस्त को राजा के पेशाब से खून आने लगा था। इसके बाद आइवीआरआइ के वैज्ञानिकों की सलाह पर उसे नियमित दवा दी जा रही थी, लेकिन सफेद बाघ किडनी की बीमारी से उबर नहीं पाया और आज दम तोड़ दिया। हालांकि मौत के कारणों का स्पष्ट पता पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद चलेगा। मौत का प्रारंभिक कारण किडनी खराब होना ही माना जा रहा है।

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रविवार को प्रदेश के ही मुकंदरा टाइगर रिजर्व में बाघिन एमटी-2 की मौत हुई थी । उसकी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पिछले दिनों दो शावकों के जन्म की खुशखबरी देने वाली बाघिन की मौत से तमाम सवाल उठ रहे हैं। जानकारी के अनुसार पिछले चार दिन से बाघिन नजर नहीं आ रही थी। उसकी लोकेशन भी एक ही जगह आ रही थी। यह भी संभव है कि बाघिन की मौत हुए 2 से 3 दिन हो गए हो, हालांकि रिजर्व प्रशासन सोमवार को ही मौत होने की बात कह रहा है। इस घटना से हड़कंप मचा हुआ है। मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर सोमवार को मुकुंदरा पहुंचे। वहीं एक टीम दिल्ली से नेशनल टाइगर अथॉरिटी की भी आ रही है, जो पूरे मामले की तफ्तीश करेगी।

पिछले दिनों बाघिन के दोनों शावक लापता हो गए थे, उनमें से एक तो मिल गया है, लेकिन दूसरे का अभी तक सुराग नहीं लग पाया है। उसकी तलाश जारी है। वन विभाग को उम्मीद है कि जल्द ही दूसरे शावक का भी मूवमेंट मिल जाएगा। करीब 10 दिन पहले 23 जुलाई को ही यहां बाघ एमटी-3 की मौत हुई थी। उसकी मौत का कारण फेफड़ों में संक्रमण बताया गया था। मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व प्रशासन जानकारियां छिपाने में पहले भी बदनाम रहा है। बाघ एमटी-3 की मौत के समय भी उसने गलतियों पर पर्दा डाल दिया था।


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