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Rajasthan: बैंक ने कुर्की की तो नाराज अधेड़ जा चढ़ा मोबाइल टावर पर, चित्तौड़गढ़ जिले की घटना

बैंक प्रबंधन का कहना है कि साल 2019 में रमजान खान को बारह लाख रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। न्यायिक हिरासत में रहने के बाद वह जेल से रिहा होकर आया था।

By Priti JhaEdited By: Published: Thu, 04 Aug 2022 02:12 PM (IST)Updated: Thu, 04 Aug 2022 03:16 PM (IST)
Rajasthan: बैंक ने कुर्की की तो नाराज अधेड़ जा चढ़ा मोबाइल टावर पर, चित्तौड़गढ़ जिले की घटना
Rajasthan: बैंक ने कुर्की की तो नाराज अधेड़ जा चढ़ा मोबाइल टावर पर,

उदयपुर, संवाद सूत्र। चित्तौड़गढ़ जिले में बकाया ऋण को चुका नहीं पाने पर कुर्की की कार्रवाई की तो अधेड़ मोबाइल टावर पर चढ़कर धरने पर बैठक गया। उसका कहना है कि जब तक उसके मकान से सील नहीं हटाई जाती, तब तक वह टावर पर ही बैठा रहेगा। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी समझाने में जुटे हैं लेकिन वह इसी जिद पर अड़ा हुआ है कि पहले बैंककर्मी आकर उसके मकान पर लगी सील को हटाए।

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मिली जानकारी के अनुसार मामला चित्तौड़गढ़ जिले के नेतावली महाराज गांव का है। जहां रमजान पुत्र जमाल खान गुरुवार सुबह एयू बैंक द्वारा उसके मकान को लेकर की गई कुर्की कार्रवाई से नाराज होकर मोबाइल टावर पर चढ़ गया। उसका कहना है कि एयू बैंक से उसने बारह लाख रुपए का लोन लिया था। दो लाख रुपए की किश्त जमा कराई जा चुकी है लेकिन बैंक का लोन बढ़कर सोलह लाख रुपए हो चुका है।

इधर, बैंक प्रबंधन का कहना है कि साल 2019 में रमजान खान को बारह लाख रुपए का ऋण स्वीकृत किया गया था। जिसके बाद पुलिस ने उसे मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। कई महीनों तक न्यायिक हिरासत में रहने के बाद वह मार्च 2022 में जेल से रिहा होकर आया था। इस बीच उसकी पत्नी ने दो लाख रुपए जमा कराए थे लेकिन कई किश्तें बाकी रहने से उसके लिए लोन की राशि सोलह लाख हो चुकी थी और बैंक ने उसको बकाया ऋण जमा कराने के लिए नियमानुसार नोटिस भी दिया था। इसके बावजूद बैंक की किश्तों का भुगतान नहीं किया गया। ऐसे में बैंक को उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई करनी पड़ी। बैंक की कुर्की से नाराज होकर उसके मोबाइल टावर पर चढ़ने से मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो चुकी है।

इस घटना की जानकारी मिलते ही घोसुण्डा चौकी पुलिस मौके पर पहुंची। तहसील क्षेत्र से प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। अधेड़ को समझाने के प्रयास जारी हैं लेकिन वह अपनी मांग पर ही अड़िग है। उसका कहना है कि पहले उसके मकान पर लगी सील हटाई जाए तब ही वह मोबाइल टावर से उतरेगा। समाचार लिखे जाने तक वह मोबाइल टावर पर ही बैठा है। पुलिस के जवानों ने टावर पर चढ़कर उसे उतारने की कोशिश की लेकिन उसके नीचे कूदने की धमकी के बाद वह वापस आ गए।  


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