इवेंट मैनेजमेंट वालों ने सरकार से पूछा, एक जगह 100 विधायक जमा हो सकते हैं तो बाराती क्यों नहीं ?
राज्य सरकार ने जब विवाह समारोह में 50 एवं अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा रखी है तो फिर एक साथ इतने विधायकों कैसे ठहराया गया है ।
जागरण संवाददाता,जयपुर! राज्यसभा चुनाव को लेकर राजस्थान में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस एवं भाजपा ने विधायकों की होटलों में बाड़ेबंदी कर रखी है । दिल्ली रोड़ स्थित मेरियट होटल में कांग्रेस और उसके समर्थक करीब 122 विधायक ठहरे हुए हैं, वहीं जयपुर के एक होटल में भाजपा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के 75 विधायकों की बाड़ेबंदी की गई है । इतने विधायकों को एक साथ ठहराने पर राजस्थान के टैंट व्यापारियों व इवेंट मैनेजमेंट करने वालों ने आपत्ती जताई है । इनका कहना है कि राज्य सरकार ने जब विवाह समारोह में 50 एवं अंतिम संस्कार में 20 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर रोक लगा रखी है तो फिर एक साथ इतने विधायकों कैसे ठहराया गया है । सरकार और राजनीतिक पार्टियां खुद ही तय गाइडलाइन का उल्लंघन कर रही है ।
सुझावों के साथ सरकार से की मांग
राजस्थान टैंट डीलर्स किराया व्यवसाय समिति के अध्य्क्ष रवि जिंदल का कहना है कि 15 मार्च से शादी समारोह बंद है। अप्रेल और मई में शादियों का मुहूर्त था, लेकिन लॉकडाउन के चलते वो भी निकल गया। अब जून में शादियों के कुछ मुहूर्त हैं, 1 जुलाई को अंतिम मुहूर्त है । इसके बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शादियों का सीज़न फिर से शुरू होगा । इस बीच साढ़े 4 महीने तक कोई शादी समारोह नहीं होंगे । ऐसे में हमारी सरकार से मांग है कि बचे हुए दिनों के लिए शादी में 50 लोगों की तय सीमा को हटाया जाए ताकि मैरिज गार्डन, बैंड बाजा, हलवाई, इवेंट और शादी से जुड़े अन्य व्यवसायियों को रोजगार मिल सके।
टैंट व्यवसायियों व इवेंट मैनेजमेंट करने वालों ने अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक गुहार लगाई है। सीएम और पीएम को लिखे पत्र में टैंट व्यवसायियों ने कहा है कि लॉकडाउन के चलते उनका व्यापार पूरी तरह से खराब हो चुका है । गाइडलाइन के चलते प्रदेश के टैंट व्यवसायी और इनसे जुड़े इवेंट, फूल, लाइट, जनरेटर, लवाजमा, बैंड, डीजे साउंड,कैटरिंग और हलवाई के काम मे लगे करीब चार लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं ।
एक तरफ तो गाइडलाइन के कारण आमजन के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है,वहीं दूसरी ओर राज्यसभा चुनाव को जीतने के लिए दोनों ही पार्टियां गाइडलाइन की परवाह नहीं कर रही है । व्यापारियों ने सरकार को सुझाव देते हुए कहा कि समारोह स्थल के गेट पर सेनेटाइजर लगा हो, मास्क लगाना अनिवार्य हो, भोजन व्यवस्था केवल बिठाकर की जाए, बुफे सिस्टम पर पूरी तरह से रोक रहे और प्रति मेहमान के हिसाब से 100 फीट का क्षेत्रफल अनिवार्य किया जाए। इन सुझावों को ध्यान में रखते हुए अनुमति दी जाए ।