Rajasthan: 21 जिलों में पंचायत चुनाव के अंतिम चरण के लिए मतदान कल
Rajasthan राजस्थान निर्वाचन आयुक्त प्रेम सिंह मेहरा ने बताया कि कोरोना महामारी की गाइडलाइन का चुनाव के दौरान पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चौथे चरण में 21 जिलों की 46 पंचायत समितियों के 908 सदस्यों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान करवाया जाएगा।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के 21 जिलों में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चौथे और अंतिम चरण के लिए मतदान शनिवार को सुबह 7:30 बजे से शाम पांच बजे तक होगा। सभी चरणों के चुनाव की मतगणना मंगलवार को जिला मुख्यालयों पर होगी। राज्य निर्वाचन आयुक्त प्रेम सिंह मेहरा ने बताया कि कोरोना महामारी की गाइडलाइन का चुनाव के दौरान पालन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि चौथे चरण में 21 जिलों की 46 पंचायत समितियों के 908 सदस्यों और उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान करवाया जाएगा। अंतिम चरण में करीब 18 हजार ईवीएम का इस्तेमाल होगा, वहीं 36 हजार सरकारी कर्मचारी चुनाव संपन्न कराएंगे। चौथे चरण में 7346 मतदान केंद्रों पर 52 लाख 55 हजार 889 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगें। मतदान केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कराने को लेकर चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर का प्रबंध किया गया है। मास्क लगाने वालों को ही मतदान केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी।
गौरतसब है कि इससे पहले राजस्थान के 21 जिलों में जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों के तीसरे चरण के लिए मतदान मंगलवार को संपन्न हुआ। सुबह 7:30 से शाम पांच बजे तक 63.5 फीसदी मतदान हुआ। उदयपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, नागौर, झुंझुनूं, अजमेर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, जालौर, चूरू, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, टोंक,राजसमंद,झालावाड़, झुंझुनूं, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद और सीकर जिलों की 52 पंचायत समितियों के 1016 सदस्यों व उनसे संबंधित जिला परिषद सदस्यों के लिए मतदान करवाया गया। तीसरे चरण में 7964 मतदान केंद्रों पर 57 लाख 9 हजार 120 मतदाताताओं ने मतदाधिकार का प्रयोग किया। चुनाव में 20 हजार ईवीएमका इस्तेमाल किया गया,वहीं 40 हजार कर्मचारी चुनाव ड्यूटी में तैनात रहे। राज्य निर्वाचन आयुक्त प्रेम सिंह मेहरा ने बताया कि चुनाव के दौरान कोविड-19 की तय गाइडलाइन का पालन किया गया। मतदान केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ ही सैनिटाइजेशन कराया गया। चुनाव प्रचार के दौरान प्रत्याशियों को तय गाइडलाइन का पालन करने के लिए कहा गया था।