वसुंधरा सरकार के अफसर कर रहे मनमानी, मंत्री बने असहाय
राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार के मंत्रियों और अफसरों के बीच सार्वजनिक रूप से हो रहे विवादों के चलते सरकारी कामकाज थम गया है ।
जयपुर, [नरेन्द्र शर्मा] । राजस्थान की वसुंधरा राजे सरकार के मंत्रियों और अफसरों के बीच सार्वजनिक रूप से हो रहे विवादों के चलते सरकारी कामकाज थम गया है । मंत्रियों और अफसरों के बीच तालमेल नहीं होने से सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं को अमल में लाना मुश्किल होता जा रहा है ।
अफसरों की मनमानी के चलते कई मंत्रियों ने अपने विभाग के कामकाज में दिलचस्पी लेना कम कर दिया है । मंत्रियों की पीड़ा है कि अफसर हमारी सुनते नहीं और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आम जनता भी काम के लिए हम पर दबाव बनाते है ।
सरकार के कद्दावर मंत्रियों में से एक पंचायती राज विभाग के मंत्री राजेन्द्र राठौड़ और विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुदर्शन सेठी के बीच विवाद इस हद तक पहुंच गया कि दोनों के बीच बातचीत ही बंद हो गई । राठौड़ द्वारा भेजी गई फाइलों को सेठी लौटा रहे हैं । वहीं राठौड़ ने सेठी के साथ अधिकारिक रूप से बैठक करना ही बंद कर दिया । सेठी के व्यवहार से नाराज राठौड़ ने मुख्य सचिव एन.सी.गोयल को पत्र लिखा है । इससे पहले राठौड़ का पंचायती राज सचिव राजीव सिंह ठाकुर के साथ भी विवाद हो चुका है ।
आम लोगों से जुड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महकमें में भी मंत्री कालीचण सराफ और प्रमुख सचिव वीनू गुप्ता के बीच बढ़ रहे तनाव के चलते महत्वपूर्ण कामकाज अटके पड़े हैं । मंत्री और प्रमुख सचिव के बीच तालमेल नहीं होने के कारण ही राज्य में डॉक्टरों ही हड़ताल तीन सप्ताह तक चली,इस दौरान प्रदेश में 50 लोगों की मौत विभिन्न कारणों से हुई । सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक और डेयरी फैडरेशन के एमडी राजेश यादव के बीच विवाद इस हद तक बढ़ गया कि दोनों के बीच लम्बे समय से बातचीत बंद है ।
स्वायत्त शासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी भी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मुकेश शर्मा के कामकाज के तरीके से नाराज है । श्रम मंत्री जसवंत यादव और आजीविका मिशन के निदेशक कृष्ण कुणाल के बीच विवाद के चलते युवाओं को ट्रेनिंग से संबंधित कई फाइलों का निस्तारण नहीं हो पा रहा। कृष्ण कुणाल जयपुर कलेक्टर रहते हुए भी विवादों में रहें हैं। हालांकि जसवंत यादव फिलहाल अलवर संसदीय सीट से लोकसभा का उप चुनाव लड़ रहे हैं ।
खान मंत्री सुरेन्द्र पाल सिंह टीटी और शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी इस बात से परेशान है कि उनके विभागों के प्रमुख सचिव उन्हे कोई तवज्जो नहीं देते,ये अधिकारी सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय के सम्पर्क में रहते हैं ।पंचायती राज मंत्री राजेन्द्र राठौड़ का कहना है कि उनके विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुदर्शन सेठी मनमानी कर रहे हैं।
इसी तरह चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने प्रमुख सचिव विनु गुप्ता और एनआरएचएम निदेशक नवीन जैन के साथ चल रही तनातनी की बात को स्वीकारी। सहकारिता मंत्री अजय किलक का कहना है कि मैने अपनी बात सरकार में उच्च् स्तर तक पहुंचा दी है।