आरएसएस पर आरोप लगाना राष्ट्रीयता को गाली: वासुदेव देवनानी
कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई द्वारा राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर आरोप लगाना राष्ट्रीयता को गाली देने के समान है।
अजमेर, जेएनएन। कांग्रेस सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालजी देसाई द्वारा राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ पर आरोप लगाना राष्ट्रीयता को गाली देने के समान है। अजमेर उत्तर विधायक व पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने आज कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष देसाई द्वारा अजमेर में दिये गये बयान पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि आरएसएस एक देशभक्त सामाजिक संस्था है जिसे गद्दार बताना इनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है जो कि घोर निन्दनीय है।
देवनानी ने कहा कि कांग्रेस सेवादल द्वारा अपने राजनैतिक स्वार्थो के लिए एसे अनर्गल आरोप लगाये गये है जबकि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संस्था है जिसकी स्वतंत्रता आंदोलन में भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। देश में करोड़ो स्वंय सेवक राष्ट्र निर्माण व सामाजिक उत्थान के विभिन्न कार्यो में लगे है। देश के किसी भी कोने में कैसी भी प्राकृतिक आपदा आए उस समय आरएसएस का स्वंय सेवक मदद के लिए सबसे आगे रहता है। ऐसे में आरएसएस पर किसी भी प्रकार का आरोप लगाना सच्चे राष्ट्रभक्तों का अपमान है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सेवादल को ना तो देश के इतिहास की कोई जानकारी है और ना ही आरएसएस द्वारा देश, समाज व राष्ट्रीयता के लिए किये जा रहे कार्यो की जानकारी है। ये तो अपने राजनैतिक एजेण्डे पर काम करते हुए इस प्रकार के घटिया स्तर पर उतरकर मात्र दुष्प्रचार के लिए मनगढंत आरोप लगाते रहते है।
देवनानी ने कहा कि क्या इन्हें यह नहीं मालूम कि स्वंय महात्मा गांधी ने कहा था कि आजादी के बाद कांग्रेस को समाप्त कर देना चाहिए। क्या इन्हें यह नहीं मालूम कि चीन के आक्रमण के समय देश में आरएसएस की भूमिका को देखते पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने 26 जनवरी को दिल्ली में होने वाली परेड के लिए आरएसएस को आमंत्रित किया था।
देवनानी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जिनके खुद के हाथ घोटालों से रंगे हो उन्हें आरएसएस जैसी देशभक्त व राष्ट्रवादी संस्था पर कोई आरोप लगाने की हिमाकत नहीं करनी चाहिए।