Rajasthan Election: वल्लभनगर विधानसभा उप चुनाव- भीण्डर के चुनाव लड़ने की घोषणा से भाजपा मुश्किल में
रणधीर सिंह भीण्डर ने घोषणा की है कि वह जनता सेना से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं और आगामी आठ अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। गौरतलब है कि भीण्डर की पत्नी दीपेंद्र कुंवर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।
उदयपुर, सुभाष शर्मा। राजस्थान में विधानसभा उपचुनाव की चर्चित सीट वल्लभनगर से रणधीर सिंह भीण्डर ने जनता सेना से चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। वह आगामी आठ अक्टूबर को जनता सेना से नामांकन भरेंगे। भीण्डर के चुनाव लड़ने की घोषणा से उनके भाजपा से चुनाव लड़ने की चर्चा थम गई है। भाजपा कोर कमेटी की बैठक में वल्लभनगर के पूर्व विधायक एवं जनता सेना के मुखिया रणधीर सिंह भींडर को टिकट देने को लेकर हुई चर्चा के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि भाजपा उन्हें टिकट दे सकती है।
किन्तु सोमवार को रणधीर सिंह भीण्डर ने आगे आकर घोषणा की है कि वह जनता सेना से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं और आगामी आठ अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। उनकी पत्नी दीपेंद्र कुंवर ने भी इसकी पुष्टि की है रणधीर सिंह जनता सेना से ही लड़ने जा रहे हें। गौरतलब है कि भीण्डर की पत्नी दीपेंद्र कुंवर भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश उपाध्यक्ष हैं।
भाजपा इसलिए मुश्किल में
रणधीर सिंह भींडर और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे गुलाबसिंह शक्तावत वल्लभनगर क्षेत्र में ऐसे परिवार हैं, जहां से ज्यादातर विधायक निर्वाचित होते आए हैं। पिछले चार दशक के परिणाम देखे जाएं तो दो बार रणधीर सिंह भीण्डर विधायक रहे, जबकि सात बार शक्तावत परिवार के सदस्य। भीण्डर शुरू से भाजपा नेता थे लेकिन मेवाड़ में भाजपा के दिग्गज नेता गुलाब चंद कटारिया से अदावत के चलते उन्हें भाजपा छोड़नी पड़ी। जिसका परिणाम यह रहा कि वल्लभनगर में भाजपा तीसरे नंबर पर खिसक गई।
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में यहां कांग्रेस और भीण्डर की गठित जनता सेना के बीच मुकाबला हुआ और भाजपा की जमानत जब्त हो गई। इसी तरह साल 2018 के विधानसभा चुनाव में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और जनता सेना के बीच ही हुआ और इस बार भी भाजपा उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहा। इस बार भी यही संभावना जताई जा रही है कि यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और जनता सेना के बीच ही होगा। इससे भाजपा मुश्किल में है कि वह ऐसे किस उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारें जो जीत दर्ज कर सके। इसी के चलते अंदरखाने यह चर्चा भी थी कि यदि भाजपा को यहां चुनाव जीतना है तो उन्हें रणधीर सिंह भीण्डर को फिर से पार्टी में शामिल करने के साथ टिकट देना होगा।
वसुंधरा राजे से मुलाकात के बाद चर्चा में भीण्डर
जनता सेना के मुखिया रणधीर सिंह भीण्डर भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्षा एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया से मिलने के बाद चर्चा में बने हुए है। इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह भाजपा में लौटेंगे। किन्तु भीण्डर ने साफ कर दिया है कि वह उनकी पारिवारिक मुलाकात थी। भाजपा के किसी भी वरिष्ठ नेता ने अभी तक उनसे या उनकी पत्नी से संपर्क नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि भीण्डर पूर्व में भाजपा से विधायक रह चुके हैं और मेवाड़ में भाजपा के दिग्गज नेता और प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से उनकी नहीं बनती। टिकट काटे जाने पर विधानसभा चुनाव 2013 से पहले भीण्डर ने भाजपा को अलविदा करते हुए जनता सेना का गठन किया, किन्तु उनकी पार्टी का पंजीकरण नहीं होने पर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज कर भाजपा के उम्मीदवार की जमानत जब्त करा दी।
कांग्रेस और भाजपा में उम्मीदवार को लेकर मंथन जारी
इधर, कांग्रेस और भाजपा में उम्मीदवार को लेकर मंथन जारी है। कांग्रेस की ओर से दिवंगत विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत की पत्नी प्रीति शक्तावत, उनके बड़े भाई देवेंद्र सिंह शक्तावत और भीम सिंह चुंडावत प्रमुख उम्मीदवार हैं। संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस दिवंगत विधायक के परिवार के किसी सदस्य को उपचुनाव में उतारेगी। जबकि भाजपा की ओर से गत विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार रहे उदयलाल डांगी के अलावा महावीर वया, आकाश वागरेचा, ललित मेनारिया, धनराज अहीर, हिम्मत सिंह झाला, मदन सिंह बम्बोरा, मान सिंह राठौड और मनोहर लाल कुम्हार उम्मीदवारी जता रहे हैं।
इनमें से उदयलाल डांगी को टिकट दिलाने के लिए राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया अड़े हुए हैं। इसी वजह से वह पिछले दिनों हुई भाजपा कोर कमेटी की बैठक में भी भाग लेने नहीं पहुंचे। हालांकि चर्चा इस बात की भी है कि भाजपा जनता सेना के रणधीर सिंह भीण्डर की पत्नी दीपेंद्र कुंवर को मैदान में उतारकर चौंका सकती है।