Rajasthan By Election: बेरोजगार महासंघ ने कांग्रेस के खिलाफ प्रत्याशी उतारे
Rajasthan By Election उप चुनाव वाली चार सीटों सुजानगढ़ में भागीरथ सहाड़ा में प्रकाश चंद शर्मावल्लभनगर में सविता कंवर और राजसमंद में नंदलाल भील को उम्मीदवार घोषित किया है। अब तक चुनाव आयोग ने चारों सीटों पर होने वाले उप चुनाव की तारीख घोषित नहीं की है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan By Election: राजस्थान के बेरोजगारों ने चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ प्रत्याशी खड़े करने की घोषणा की है। राजस्थान एकीकृत बेरोजगार महासंघ ने लोगों से कहा कि चाहे हमें वोट दे या नहीं दें, लेकिन कांग्रेस अवश्य हराएं। महासंघ के अध्यक्ष उपेन यादव ने कहा कि कांग्रेस ने बेरोजगारों के साथ धोखा किया है। कांग्रेस ने बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया। इस कारण बेरोजगार युवा खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने तक कांग्रेस का विरोध जारी रहेगा। प्रदेश के सरकारी विभागों में चल रही भर्तियों को पूरा करने और नियुक्तियां देने की मांग को लेकर बेरोजगार पिछले तीन दिन से जयपुर में धरना दे रहे हैं। सरकार ने अब तक इनसे बात नहीं की तो इन्होंने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
अब इन्होंने उप चुनाव वाली चार सीटों सुजानगढ़ में भागीरथ, सहाड़ा में प्रकाश चंद शर्मा,वल्लभनगर में सविता कंवर और राजसमंद में नंदलाल भील को उम्मीदवार घोषित किया है। अब तक चुनाव आयोग ने चारों सीटों पर होने वाले उप चुनाव की तारीख घोषित नहीं की है, लेकिन बेरोजगार महासंघ ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्यों ये उम्मीदवार मैदान में चुनाव होने तक टिक पाएंगे या फिर पुराना इतिहास दोहराया जाएगा। पिछली भाजपा सरकार के समय महासंघ ने उम्मीदवार मैदान में उतारे थे, लेकिन बाद में कांग्रेस को समर्थन दे दिया था। यादव ने कहा कि अब वे कांग्रेस सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
गौरतलब है कि राजस्थान के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पार्टी महासचिव अजय माकन द्वारा किया गया वादा एक बार फिर पूरा नहीं हो सका। प्रदेश के नेताओं और कार्यकर्ताओं से किए गए वादे माकन दूसरी बार पूरा नहीं कर पाए हैं। माकन ने इस माह के शुरू में कहा था कि 15 फरवरी तक जिला स्तर पर राजनीतिक नियुक्तियों का काम पूरा कर लिया जाएगा। तय समयसीमा बीतने के बाद कांग्रेसियों में खलबली मचने लगी है। कांग्रेसियों के बीच इस बात की भी चर्चा हो रही है कि क्या माकन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बिना चर्चा किए ही वादा करते हैं? मुख्यमंत्री फिलहाल किसी भी तरह की राजनीतिक नियुक्ति करने के मूड में नहीं हैं।