Udaipur Murder Case: कन्हैयालाल के हत्यारों का अजमेर से कनेक्शन, हत्यारों का किस-किस से था सम्पर्क?
Udaipur Murder Case अजमेर में आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की रिश्तेदारियां अथवा ताल्लुकात सामने आने पर अजमेर में पुलिस और खुफिया तंत्र सतर्कता बरतने लगा है। पुलिस ने अजमेर में विभिन्न स्थानों पर दबिश भी दी है। पुलिस कुछ नामजद लोगों की तलाश भी कर रही है।
अजमेर, संवादसूत्र । उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या करने के आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद का अजमेर कलेक्शन मिलने के बाद पुलिस अलर्ट पर है। अजमेर पुलिस ने सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
इधर बीती देर रात हत्यारे रियाज और गौस मोहम्मद को अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में लाया गया है। कड़ी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच हत्यारों को उदयपुर से अजमेर पहुंचाया गया। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों द्वारा उकसाने वाले बयान के वीडियो वायरल होने पर स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है। इन लोगों ने दरगाह ख्वाजा साहब के निजाम गेट के बाहर खड़े होकर भीड़ को उकसाने वाले आपत्तिजनक नारे लगाए थे।
बता दे कि अजमेर साम्प्रदायिक सौहार्द्र और भाईचारे की मिसाल कायम रखने वाला नगर है। यहां गंगा-जमुनी संस्कृति को तरजीह दी जाती है। सूफीसंत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह और पुष्कर तीर्थगुरु होने के खातिर हिन्दू और मुस्लिम समुदाय के लाखों लोग प्रतिदिन अजमेर धार्मिक व सामाजिक पर्यटन को आते हैं। ऐस हालात में अजमेर में आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों की रिश्तेदारियां अथवा ताल्लुकात सामने आने पर अजमेर में पुलिस और खुफिया तंत्र बहुत ही सतर्कता बरतने लगा है। पुलिस ने पिछले दो-तीन दिनों में अजमेर में विभिन्न स्थानों पर दबिश भी दी है। पुलिस कुछ नामजद लोगों की तलाश भी कर रही है।
इधर आदर्श नगर थाना प्रभारी सुगन सिंह के अनुसार कन्हैयालाल दर्जी के हत्यारे रियाज अत्तारी की अजमेर में रिश्तेदारी की जानकारी मिलने पर रिश्तेदारों से बात की गई। थाना प्रभारी ने बताया कि रिश्तेदारों ने रियाज का विगत तीन सालों से उनसे सम्पर्क नहीं होने की जानकारी दी। रिश्तेदारी में रियाज की बहन और भांजे अजमेर के आदर्श नगर थाना क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। यह बात स्वयं हत्यारे रियाज ने भी जांच एजेंसियों के समक्ष कबूल किया है कि वे दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद अजमेर में फरारी काटने का इरादा रखते थे।
मालूम हो कि अजमेर में हत्यारे किस—किस के सम्पर्क में थे यही बात पुलिस और खुफिया एजेंसियों के लिए अब जांच का अहम विषय बना हुआ है। पुलिस ने सभी तरफ अपने खुफियातंत्र को सक्रिय कर दिया है।
बताते हैं रियाज की बहन से नाता तोड़ने को लेकर स्वयं रियाज ने ही वीडियों संदेश भेजा था। यह घटना तब की बताई जाती है, जब रियाज उमरा पर सउदी अरब से लौटा था।
अजमेर दरगाह पुलिस थाने के वृताधिकारी सुमित सारस्वत के अनुसार, भाजपा से निलम्बित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में अजमेर में मुस्लिम समुदाय ने 17 जून को मौन जुलूस निकाले जाने का एलान किया था। इस जुलूस को दरगाह के मुख्य दरवाजे से शुरू होना था। जुलूस के शुरू होने के दौरान भीड़ को भड़काने वाले नारे लगाने और भाषण देने वाले वीडियो वायरल होने के बाद खादिम मोहल्ला पन्नीग्रान चौक निवासी फखर जमाली, गुजरात राजकोट मोरबी निवासी रियाज हसन और अजमेर दरगाह बाजार फूलगली निवासी ताजिम सिद्धिकी, जयपुर शास्त्री नगर हाल अजमेर दरगाह बाजार संजरी होटल निवासी मोइन खान पठान को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
वहीं, पुलिस गोहर चिश्ती नामक एक अन्य आरोपी की तलाश कर रही है। आरोप है कि गौहर चिश्ती वह शख्स है जिसने जुलूस से एक दिन पूर्व यानी 16 जून को ही जुलूस में विवादित नारे लगाने और भीड़ को उकसाने का इरादा दर्शाते हुए अपने साथियों के साथ साजिश रच रखी थी।
यहां विचारणीय है कि उस दौरान गौहर द्वारा लगाए गए नारे पर अन्य लोगों ने आवाज मिला दी। पुलिस ने इस बात का संज्ञान भी लिया, किन्तु तब उन्हें पकड़ा नहीं गया। इधर जब कन्हैयालाल की हत्या हुई तो पुलिस के कान खड़े हुए और गत रातोंरात पुलिस ने अरोपियों की तलाश कर उन्हें पकड़ा।
अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल के अधीक्षक पारस जांगिड़ के अनुसार, कन्हैयालाल के हत्यारों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजे जाने के बाद गुरुवार आधी रात बाद करीब 2.30 बजे रियाज और गौस मोहम्मद को अजमेर लाया गया। यहां उन्हें जेल के अन्दर तीन स्तरीय सुरक्षा घेरे में अलग-अलग गहन बैरेकों में रखा गया है। आरोपियों का मेडिकल भी जेल के अंदर ही कराए जाने को लेकर कवायद की गई है।