Udaipur Killing: उदयपुर में बर्बरता में विदेशी साजिश के संकेत; 10 मोबाइल नंबर हुए ट्रेस, तीन अन्य गिरफ्तार, तनाव के चलते कई शहर बंद
उदयपुर हत्याकांड की जांच की कमान एनआइए ने संभाल ली है। वहीं एसटीएफ को इस वारदात के पीछे विदेशी कनेक्शन का शक है। छानबीन के दौरान संदिग्ध 10 मोबाइल नंबर ट्रेस हुए हैं जबकि तीन अन्य को पकड़ा गया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। नुपुर शर्मा के समर्थन में इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट को लेकर राजस्थान के उदयपुर में गत मंगलवार को टेलर कन्हैयालाल की बर्बर हत्या के तार पाकिस्तान से जुड़ रहे हैं। राजस्थान के पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हत्या के मामले में गिरफ्तार गौस मोहम्मद पाकिस्तान स्थित कट्टरपंथी संगठन दावत-ए-इस्लामी से जुड़ा था और वर्ष 2014 में कराची भी गया था। जानें इस वारदात में अब तक क्या मिले सुराग...
- गौस मोहम्मद का कट्टरपंथी संगठन दावत-ए-इस्लामी से संपर्क, कराची भी गया था
- एसटीएफ को मिले विदेशी साजिश के संकेत, मंत्री ने कहा-आतंकियों से संपर्क
- रियाज अख्तरी के भी पाकिस्तान जाने और लौटकर युवाओं को भड़काने का शक
- तीन अन्य भी किए गए गिरफ्तार, इंटरनेट अगले आदेश तक बंद
- 10 मोबाइल नंबर हुए ट्रेस, तनाव के चलते कई शहर बंद
हत्याकांड में विदेशी लिंक
राजस्थान पुलिस की एसटीएफ की प्रारंभिक जांच में हत्याकांड के विदेशी लिंक की बात सामने आ रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रियाज अख्तरी के संबंध भी दावत-ए-इस्लामी से हैं और वह भी पाकिस्तान गया था। वहां से लौटकर युवाओं को भड़काने की बात भी सामने आ रही है।
तीन और गिरफ्तार
पुलिस ने मामले में तीन और लोगों को पकड़ा है। इस बीच जांच की कमान एनआइए ने संभाल ली है। गौरतलब है कि दोनों मुस्लिम युवकों ने गत मंगलवार को दुकान में घुसकर धारदार हथियार से कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। उन्होंने घटना और उसके बाद रक्त से सने हथियार लेकर हंसते हुए वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर साझा किए थे।
दस मोबाइल नंबर किए गए ट्रेस
जानकारी के अनुसार जांच एजेंसियों ने लगभग दस मोबाइल नंबर ट्रेस किए हैं, जिनकी लोकेशन पाकिस्तान से लेकर भारत तक मिल रही है। इन नंबरों से दोनों हत्यारों की लगातार बातचीत हो रही थी।
आतंकियों से संबंध
राजस्थान पुलिस और प्रदेश के गृह राज्यमंत्री राजेंद्र सिंह यादव ने कहा कि दोनों हत्यारों के आतंकियों और कट्टरपंथियों से संबंध के पुख्ता सुबूत मिले हैं। वे पाकिस्तान और कुछ अरब देशों के संपर्क में थे। इनके मोबाइल में पाकिस्तान और अरब देशों के फोन नंबर मिले हैं। दोनों आठ वर्ष पहले लगभग 45 दिन तक कराची में रहे थे। वह नेपाल के रास्ते पाकिस्तान गए थे।
डीजीपी ने मानी हुई है पुलिस से लापरवाही
डीजीपी लाठर ने कहा कि गत 10 जून को कन्हैयालाल के खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट करने को लेकर धानमंडी थाने में मामला दर्ज किया गया था। 11 जून को उसको गिरफ्तार करने के बाद अगले दिन जमानत पर रिहा कर दिया गया। 15 जून को उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि चार-पांच लोग उसका पीछा करते हैं। उसने अपनी जान को खतरा बताया।
नहीं की गई कार्रवाई
हालांकि थानाप्रभारी ने शिकायत पर प्रभावी कार्रवाई नहीं की। लापरवाही पर एक सहायक पुलिस निरीक्षक को मंगलवार को ही निलंबित कर दिया गया था। थानाप्रभारी को भी अब निलंबित कर दिया गया है। लाठर ने कहा कि हत्यारों के खिलाफ यूएपीए के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है। सरकार ने इंटरनेट सेवा आगामी आदेश तक बंद रखने और धारा-144 का सख्ती से पालन कराने का निर्देश दिया है।
अंतिम संस्कार में जुटी भीड़, कई शहर रहे बंद
कर्फ्यू बावजूद उदयपुर में बड़ी संख्या में कन्हैयालाल के अंतिम संस्कार में शामिल होने पहुंचे लोगों ने 'हत्यारों को फांसी दो' के नारे लगाए। हत्या के विरोध में हिंदू संगठनों के आह्वान पर उदयपुर, डूंगरपुर, राजसमंद और झालावाड़ बंद रहे।
पुलिसकर्मी पर धारदार हथियार से हमला
राजसमंद के भीम में बुधवार को बंद के दौरान पुलिसकर्मियों और प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव हुआ। इस दौरान अज्ञात लोगों ने एक पुलिसकर्मी प्रदीप पर धारदार हथियार से वार कर दिया, जिससे वह घायल हो गया। पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने आंसूगैस के गोले भी दागे। कुछ हिंदू संगठनों की ओर से गुरुवार को जयपुर बंद का एलान किया गया है।
युवाओं का करते थे ब्रेनवाश
राजस्थान पुलिस के उच्चाधिकारियों का मानना है कि कन्हैयालाल की हत्या का षड्यंत्र पहले से ही रचा गया था। रियाज और गौस ने एक वाट्सएप ग्रुप भी बना रखा था, जिसके जरिये ये भड़काऊ वीडियो भेजकर युवाओं का ब्रेनवाश करते थे।
एक वर्ष पहले भी भड़काने का किया था प्रयास
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि जिस अंदाज में कन्हैयालाल को मारा गया, वह तालिबानी तरीका है। पुलिस के अनुसार रियाज ने करीब एक वर्ष पहले भी उदयपुर में लोगों को भड़काने का प्रयास किया था। रियाज भीलवाड़ा का रहने वाला है, लेकिन करीब बीस वर्ष से उदयपुर में रह रहा है।