Monkeypox: राजस्थान में मंकीपाक्स के दो संदिग्ध मामले सामने आए
Monkeypox राजस्थान में मंकीपाक्स के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं। दोनों संदिग्धों को जयपुर स्थित राजस्थान स्वास्थ्य विश्विघालय के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। दोनों के शरीर में दाने नजर आ रहे हैं। एक मरीज अजमेर जिले में किशनगढ़ और दूसरा भरतपुर का रहने वाला है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में मंकीपाक्स के दो संदिग्ध मामले सामने आए हैं। दोनों संदिग्धों को जयपुर स्थित राजस्थान स्वास्थ्य विश्विघालय के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। दोनों के शरीर में दाने नजर आ रहे हैं। एक मरीज अजमेर जिले में किशनगढ़ और दूसरा भरतपुर का रहने वाला है।
अस्पताल के अधीक्षक डा. अजीत सिंह ने बताया कि 20 वर्षीय युवक रविवार देर रात किशनगढ़ अस्पताल से रेफर होकर यहां आया है। वह बेंगलुरू में पढ़ाई करता है। पिछले दिनों अपने घर आया हुआ था। उसे बुखार आने और शरीर में दाने नजर आने पर संदिग्ध मानते हुए जयपुर रेफर किया गया था। युवक की अभी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि युवक की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो सकेगा कि वह मंकीपाक्स वायरस से पीडित है या फिर चिकन पाक्स है। ऐसे में युवक का सामान्य उपचार शुरू किया गया है। भरतपुर के 19 वर्षीय युवक को सोमवार सुबह अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। उसके हल्का बुखार होने के साथ ही शरीर में दाने नजर आ रहे हैं। संदिग्ध मानते हुए युवक को को अस्पताल में भर्ती किया गया है।
सैंपल लेकर जांच के लिए भेजवा दिए हैं। जयपुर स्थित सवाई मान सिंह अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डा. रमन शर्मा ने बताया कि ने बताया कि यह संक्रमण कोरोना की तरह हवा में नहीं फैलता है। विदेश यात्रा कर के आने वालों को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अफ्रीकी देशों से आने वालों को ज्यादा सर्तक रहना चाहिए। जिन लोगों के बुखार,गर्दन में गांठें और पूरी शरीर में चिकनपाक्स जैसे दाने की समस्या आ रही है तो वह तुरंत चिकित्सक को दिखाए ।
देश में मंकीपाक्स के मामलों की निगरानी और जांच सुविधाओं के विस्तार पर सलाह देने के लिए केंद्र सरकार ने एक टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स संक्रमण के खिलाफ टीकाकरण की संभावना का भी पता लगाएगी। सूत्रों ने बताया, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पाल टास्क फोर्स के अध्यक्ष होंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव समेत कुछ अन्य अधिकारी इसके सदस्य बनाए गए हैं। कुछ दिनों पहले वरिष्ठ अधिकारियों की एक बैठक में टास्क फोर्स गठित करने का फैसला लिया गया था। भारत में अब तक मंकीपाक्स के चार मामले सामने आए हैं। इनमें तीन मामले केरल और एक मामला दिल्ली का है। केरल में मंकीपाक्स जैसे लक्षणों वाले एक युवक की मौत हो गई। इसके बाद राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जार्ज ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है। जार्ज ने बताया कि किसी अन्य देश में युवक की जांच रिपोर्ट पाजिटिव आई थी। त्रिशूर में उसने इलाज कराया था।