फिलहाल टला हॉवित्जर तोपों का परीक्षण
जानकारी के अनुसार सेना ने डेढ़ माह तक इन तोपों का परीक्षण भारतीय गोलों से करने की योजना बनाई है।
जयपुर,[ जागरण संवाददाता] । अमेरिका से खरीदी गई हॉवित्जर तोपों का परीक्षण फिलहाल टल गया है। राजस्थान में जैसलमेर जिले के पोकरण में जिस क्षेत्र में इन अत्याधुनिक तोनों का परीक्षण होना था उसके अधिकार को लेकर विवाद हो गया।
करीब 1.10 लाख बीघा जमीन को एक तरफ तो जहां सेना अपनी बता रही है,वहीं भदिरया मंदिर सेवा समिति अपना अधिकार जता रही है। वैसे तो जमीन को लेकर सेना और मंदिर समिति के बीच जमीन के अधिकार को लेकर काफी समय से विवाद चल रहा था,लेकिन जैसे ही इस विवादित जमीन पर हॉवित्जर तापों के परीक्षण किए जाने की बात सार्वजनिक हुई तो मंदिर समिति ने जिला कलेक्टर के समक्ष विरोध दर्ज कराया,वहीं सेना ने हाईकोर्ट मे अपील कर दी।
अब इस विवाद के चलते एम 777अल्ट्रा लाइट हॉवित्जर तोपों का परीक्षण फिलहाल टल गया। सैन्य प्रवक्ता इस बारे में अधिकारिक रूप से कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वहीं मंदिर समिति के मंत्री घनश्याम का कहना है कि इस जमीन को लेकर पहले भी नीचली अदालत से फैसला मंदिर समिति के पक्ष में आ चुका है,लेकिन कब्जा नहीं दिया जा रहा,जिला प्रशासन सेना की मदद कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने अमेरिका की बीएई कम्पनी से कुल 145 हॉवित्जर तोप खरीदने का करार किया है। इनमें से 25 तोप तो तैयार होकर ही भारत लाई जाएगी,शेष तोप बीएई कम्पनी महेन्द्रा कम्पनी के साथ मिलकर भारत में ही तैयार करेगी।
अमेरिका से जो 25 तैयार तोप आनी है उनमें से 2 तोप पिछले दिनों भारत पहुंची है। यहां जैसलमे के पोकरण में ये तोप चार दिन पूर्व ही पहुंची है। जिला प्रशासन के अधिकारी इस बारे में अधिकारि रूप से तो बोलने को तैयार नहीं है,लेकिन उनका कहना है कि आखिरकार सेना के पक्ष में ही निर्णय होना है,संभवतया जून में इन तोपों का परीक्षण प्रारम्भ होगा ।
जानकारी के अनुसार सेना ने डेढ़ माह तक इन तोपों का परीक्षण भारतीय गोलों से करने की योजना बनाई है।
यह भी पढ़ें: रूचिर मोदी और सीपीजोशी की तकदीर का फैसला 2 जून को होगा