Rajasthan: पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर से चरित्र प्रमाण पत्र बनाने के आरोप में तीन गिरफ्तार
Arrested In Fraud Case जैसलमेर जिले में पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर और सील लगाकर लोगों के चरित्र प्रमाण पत्र देने के गोरखधंधे का पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। पड़ताल के बाद इस मामले में टाइपिस्ट और सील बनाने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Arrested In Fraud Case: राजस्थान में जोधपुर संभाग के जैसलमेर जिले में पुलिस अधीक्षक के फर्जी हस्ताक्षर और सील लगाकर लोगों के चरित्र प्रमाण पत्र देने के गोरखधंधे का पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। पड़ताल के बाद इस मामले में टाइपिस्ट और सील बनाने वाले को भी गिरफ्तार किया गया है। फर्जीवाड़े की तिकड़ी से पूछताछ जारी है। इनके अन्य गोरखधंधों का राज खुलने की भी उम्मीद है। प्रारंभिक पड़ताल में जमीन से जुड़े मामलो में कागजात निर्माण में चरित्र प्रमाण पत्र देने के लिए एक दलाल ने 25 हजार रुपये लेकर पुलिस अधीक्षक की फर्जी सील और हस्ताक्षर कर चरित्र प्रमाण पत्र बना दिया। कई बाहरी लोग जैसलमेर में जमीन खरीदने के लिए आते हैं, जहां हिमाचल प्रदेश से भी कुछ लोग जमीन से जुड़े मामलों में यहां आए थे, तब उन्हें वेरिफिकेशन के लिए पुलिस से चरित्र प्रमाण पत्र सत्यापित करवाने के बारे में जानकारी मिली।
इस दौरान उनका संपर्क कलेक्ट्रेट परिसर में घूम रहे शंभू सिंह से हुआ। उसने 25 हजार रुपये लेकर उनका चरित्र प्रमाण पत्र हाथोंहाथ बनवा कर दे दिया। एक ही दिन में कागजात के वेरिफिकेशन हो जाने पर एसडीएम को संदेह हुआ। जब पड़ताल कराई गई तो इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। एसडीएम अशोक कुमार को एक ही दिन में सभी काम होने का पता चलने पर उन्होंने संदेह के आधार पर पुलिस महकमे में संपर्क कर जानकारी चाही। डिस्पैच रजिस्टर खंगालने पर पुलिस अधीक्षक ऑफिस में इस तरह के कोई आवेदन ही नहीं आने की बात सामने आई।
प्रारंभिक पूछताछ के बाद आरोपी शंभू सिंह सह षड्यंत्रकारी टाइपिस्ट अशोक खत्री और फर्जी सील बनाने वाला गोल्डन स्टेशनर्स इरफान खा को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से पुलिस अधीक्षक की फर्जी सील व कई अन्य कागजात पर फर्जी हस्ताक्षर मिले है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है, आशंका है कि ऐसे ही कई अन्य मामलों का खुलासा भी इस गिरोह से पड़ताल में हो सकता है।