राजस्थान की हारने वाली विस. सीटों पर रणनीति बना रही कांग्रेस, 50 सीटों पर विशेष रहेगा फोकस
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ऐसी 55 सीटों पर विशेष फोकस कर रहे हैं। इन सीटों पर आगामी विधानसभा चुनाव में कैसे जीत दर्ज कराई जा सके इसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान की जिन विधानसभा सीटों पर कांग्रेस लगातार तीन चुनाव हार रही है,उनके लिए विशेष कार्य योजना बनाई जा रही है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ऐसी 55 सीटों पर विशेष फोकस कर रहे हैं। इन सीटों पर आगामी विधानसभा चुनाव में कैसे जीत दर्ज कराई जा सके इसके लिए कार्य योजना बनाई जा रही है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन ने लगातार तीन और उससे ज्यादा बार हारने वाली सीटों की सूची प्रदेश कांग्रेस कमेटी से मांगी है। इसके साथ ही यह भी तथ्य मांगे गए हैं कि इन सीटों पर हार के क्या कारण हैं और अब जीत दर्ज कराने के लिए क्या किया जा सकता है।
कांग्रेस आलाकमान यह जानना चाहता है कि इन सीटों पर लगातार हार क्यों हो रही है। कांग्रेस आलाकमान तक यह जानकारी पहुंची है कि इनमें से कुछ सीटें ऐसी है जिन पर वरिष्ठ नेता अपने समर्थकों को टिकट दिलाते हैं और वे लगातार चुनाव हारते हैं। प्रदेश कुछ नेताओं ने अजय माकन सहित अन्य नेताओं से कहा था कि ऐसे नेताओं को भविष्य में चुनाव नहीं लड़ाया जाना चाहिए। प्रदेश के नेताओं से मिली जानकारी के बाद आलाकमान ने इन सीटों पर विशेष ध्यान देना शुरू किया है।
ऐसे विधानसभा क्षेत्रों में मंत्रियों व संगठन के नेताओं को भेजकर आगामी चुनाव के लिए आधार तैयार करने का काम किया जाएगा। जानकारी के अनुसार लगातार तीन या इससे अधिक बार चुनाव हारने वाली सीटों में गंगापुरसिटी, अनुपगढ़, श्रीगंगानगर, भादरा, बीकाने पूर्व, नगर, पिलीबंगा, सांगानेर, मालवीय नगर, कपासन, मनोहरथान, उदयपुरवाटी, रामगंजमंडी, मारवाड़ जंक्शन, मालपुरा, रेवदर, नागौर, रतनगढ़, चूरू, बहरोड़, खंड़ेला, शाहपुरा, फुलेरा, किशनगढ़, अलवर शहर, थानागाजी, भरतपुर, नदबई, धौलपुर, मालपुरा, महवा, अजमेर उत्तर, अजमेर दक्षिण, ब्यावर, खींवसर, मेडतासिटी, सोजत, बाली, पाली, भोपालगढ़, सूरसागर, सिवाना, भीनमाल, सिरोही, उदयपुर शहर, कुशलगढ़, राजसमंद, आसींद, भीलवाड़ा, बूंदी, कोटा दक्षिण, लाडपुरा, झालारापाटन, खानपुर, छबड़ा और सागवाड़ा शामिल है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पहले तीन या इससे अधिक बार हारने वाली सीटों के लिए रणनीति बनाई जा रही है उसके बाद दो बार हारने वाली सीटों को लेकर योजना बनाई जाएगी।