Udaipur Killing: जहां कन्हैयालाल की हत्या की साजिश रची, वहां से बीस कदम दूर है सीआईडी का दफ्तर
Udaipur Killing टेलर कन्हैयालाल की गर्दन काटकर की गई हत्या के बाद जांच में कई नये खुलासे हो रहे हैं।उदयपुर के जिस गांजीपीर में कन्हैयालाल की हत्या की साजिश रची गई वह सीआईडीसीबी के कार्यालय से मात्र बीस कदम दूर है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की गर्दन काटकर की गई हत्या के बाद जांच में कई नये खुलासे हो रहे हैं। राजस्थान एटीएस की जांच में सामने आया कि उदयपुर में पुलिस अपराध जांच विभाग (सीआईडी,सीबी) के अधिकारी काफी समय से सक्रिय नहीं थे। उदयपुर के जिस गांजीपीर में कन्हैयालाल की हत्या की साजिश रची गई वह सीआईडी,सीबी के कार्यालय से मात्र बीस कदम दूर है। लेकिन इस एजेंसी को साजिश की भनक तक नहीं लगी।
अब सवाल उठ रहा है कि सीआईडी, सीबी आतंकियों पर निगाह रख रही थी या फिर आतंकी सीआईडी पर नजर रख रहे थे। उधर अजमेर स्थित दरगाह बाजार पुलिस थाने के हिस्ट्रीशीटर सलमान चिश्ती का विवादित वीडियो सामने आया है। वीडियो में सलमान खुलेआम भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा को जान से मारने की धमकी दे रहा है। वीडियो में सलमान ने कहा कि नुपुर की गर्दन कर के जो व्यक्ति लाएगा उसके नाम वह अपना मकान और अन्य सम्पति कर देगा।
वीडियो में सलमान ने कहा, यह मुल्क पहले जैसा नहीं रहा है। करीब दो मिनट 50 सेकंड के वीडियो में सलमान अपनी धार्मिक भावनाओं का हवाला देकर नुपुर शर्मा को धमकी दे रहा है। वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल होने के बाद अजमेर पुलिस सक्रिय हो गई। अजमेर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विकास सागवान ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद सलमान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। वह फरार है,उसकी तलाश की जा रही है। ऐसा लग रहा है कि वीडियो उसने नशे की हालत में बनाया है। वह मकान और पैसा इनाम में देने की बात कह रहा है। इस बीच उदयपुर सीआईडी,सीबी के खुफिया जानकारी हासिल करने में विफल रहने पर राजेश भारद्वाज को निलंबित किया गया है।
हत्यारों को पकड़ने में दो युवकों ने की पुलिस की मदद
28 जून को कन्हैयालाल की हत्या के बाद जब हत्यारे मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद उदयपुर से आरजे-27-सीएच-2611 नंबर की बाइक से फरार होकर अजमेर के लिए रवाना हुए तो वे राजसमंद जिले के भीम में पहुंच गए। इस बीच पुलिस के वायरलेस सैट पर चारों तरफ संदेश वायरल हो गए। संदेश में कन्हैयालाल की हत्या और आरोपितों के राजसमंद की तरफ फरार होने की बात कही गई। इस बीच लसानी गांव के दो युवकों शक्तिसिंह और प्रहलाद सिंह के पास पुलिसकर्मी बाबू सिंह का मोबाइल से फोन आया।
बाबूसिंह ने हत्यारों के भीम के किसी गांव में होने की बात कही। बाबूसिंह ने यह भी कहा कि हत्यारे भीलवाड़ा-देवगढ़ मार्ग पर फरार हो सकते हैं। इस पर शक्तिसिंह और प्रहलाद सिंह ने सूरजपुरा बस स्टैंड पर नजर रखना शुरू किया। शाम करीब पांच बजे रियाज और गौस बाइक से बस स्टैंड से गुजरे तो दोनों ने बाबूसिंह को दी।
पुलिस उप अधीक्षक राजेंद्र सिंह ने दोनों युवकों से हत्यारों का पीछा करने का आग्रह किया। इस पर वे दोनों अपनी बाइक से हत्यारों का पीछा करने लगे। कुछ दूर जाने पर हत्यारों ने उन्हे धमकाया, लेकिन वे नहीं माने। दोनों युवक अपने मोबाइल की लोकेशन पुलिसकर्मियों को लगातार भेजते रहे। इस तरह हत्यारे जैसे ही ब्यावर-भीम मार्ग पर पहुंचे तो पहले से वहां नाकेबंदी कर के खड़े पुलिसकर्मियों ने उन्हे पकड़ लिया।
सीकर में एक गिरफ्तार
सीकर जिले के अजीतगढ़ में पुलिस ने 40 वर्षीय रामधन यादव को गिरफ्तार किया है। रामधन यादव ने इंटरनेट मीडिया में संदेश वायरल कर कहा था कि जो भी कन्हैयालाल के हत्यारों को जान से मारेगा उसे वह एक लाख की रकम इनाम में देगा। पुलिस थाना अधिकारी सुनिल जांगीड ने बताया कि रामधन का मोबाइल जब्त किया गया है।