Rajasthan: सचिन पायलट के जन्मदिन से पहले सर्मथकों ने लगाए 10 लाख पौधे
Rajasthan सचिन पायलट मंगलवार को जयपुर के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर समर्थकों से मिलेंगे। पायलट समर्थकों ने मेरे सपनों का राजस्थान नाम से एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में राज्य के विकास के बारे में पायलट की सोच के बारे में बताया गया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का मंगलवार को 44वां जन्मदिन है। पायलट के समर्थकों ने जन्मदिन से एक दिन पूर्व सोमवार को राज्य के 200 विधानसभा क्षेत्रों में 10 लाख से ज्यादा पौधे लगाए। पायलट समर्थकों ने प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच हजार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन आधा दर्जन जिलों में लक्ष्य से अधिक पौधारोपण हुआ। मंगलवार को जयपुर सहित राज्य के अलग-अलग स्थानों पर रक्तदान शिविर लगाए जाएंगे। पायलट मंगलवार को जयपुर के सिविल लाइंस स्थित सरकारी आवास पर समर्थकों से मिलेंगे। पायलट समर्थकों ने "मेरे सपनों का राजस्थान" नाम से एक वीडियो भी जारी किया है। इस वीडियो में राज्य के विकास के बारे में पायलट की सोच के बारे में बताया गया है।
करीब 57 सेकेंड के इस वीडियो को पिछले दो दिन से मोबाइल पर वायरल किया जा रहा है। पायलट खेमा लंबे समय से सत्ता में भागीदारी की मांग कर रहा है। कांग्रेस आलाकमान ने इस संबंध में पायलट को आश्वासन भी दिया। प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने पायलट समर्थकों को मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों में स्थान देने की बात सार्वजनिक रूप से कई बार कही, लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पायलट खेमे को सत्ता में हिस्सा देने को तैयार नहीं हैं। इस कारण गहलोत और पायलट खेमों में खींचतान लगातार बढ़ रही है। जन्मदिन पर बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण कर पायलट खेमे ने शक्ति प्रदर्शन किया है। नौ सितंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र की समाप्ति के बाद पायलट बीकानेर, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों का दौरा करने की तैयारी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान खत्म होने के स्थान पर अब ज्यादा बढ़ गई है। अपने समर्थकों को सत्ता में भागीदारी नहीं मिलते देख पायलट ने राज्य का दौरा प्रारंभ कर दिया। पायलट सबसे पहले गहलोत के गृह संभाग जोधपुर में पहुंचे। जोधपुर में अपनी ताकत दिखाने के बाद बाड़मेर पहुंचे पायलट ने सीएम और पार्टी नेतृत्व को संकेत दिया कि अब वह शांत बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए जागरूक हैं। आगे भी आवाज उठाते रहेंगे। दोनों जिलों में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सरकार में सुनवाई होने और विधानसभा चुनाव से पूर्व किए गए वादों को पूरा करने का मुद्दा उठाया। पायलट गत दिनों दौसा और अलवर जिलों के दौरे पर रहे थे।