Stone Pelting On Police: चित्तौड़गढ़ में अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस टीम पर पथराव, जान बचाकर भागना पड़ा
Stone Pelting On Police चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में पालिका की भूमि पर अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस की टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। उग्र लोगों ने पुलिस की कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए।
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के रावतभाटा में रविवार को पालिका की भूमि पर अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस की टीम पर लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस को जान बचाकर भागना पड़ा। उग्र लोगों ने पुलिस की कई गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए। बाद में मौके पर पहुंचे भारी पुलिस बल ने उग्र लोगों को काबू में किया और बीस लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना को लेकर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई की निंदा की है। रविवार सुबह रावतभाटा पालिका क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी सरकारी वाहनों से जेसीबी लेकर पहुंचे थे।
जैसे ही पुलिस ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की तो लोग उग्र लोगों ने पुलिस की टीम पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिसकर्मी जान बचाकर भागे। उग्र लोगों ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के वाहनों के शीशे तोड़ दिए। बाद में अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया और उसने उग्र लोगों पर काबू पाया और बीस लोगों को हिरासत में ले लिया। बाद में सभी के खिलाफ राजकार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। मौके पर एडिशनल एसपी रावतभाटा ज्ञान प्रकाश नवल, डीवाइएसपी रावतभाटा झाबरमल यादव, डीवाइएसपी बेगूं राजेंद्र सिंह जैन, रावतभाटा थाना अधिकारी राजाराम गुर्जर और भैंसरोडगढ़ संजय गुर्जर मौजूद हैं।
रावतभाटा पालिका के अधिशासी अधिकारी मोहम्मद सोहेल शेख का कहना है कि समीपवर्ती बडोलिया गांव को पालिका क्षेत्र में शामिल किया गया। वहां सरकारी जमीन पर वर्षों से जमे अतिक्रमण हटाने के लिए रविवार सुबह कार्रवाई की गई थी। उस भूमि पर मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 1400 मकान बनाए जाने प्रस्तावित हैं और इसके लिए बजट भी मिल चुका है। नगर पालिका के अतिक्रमण दस्ता से प्रशासन और पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। सभी को देखकर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और अचानक से पथराव शुरू कर दिया। उस दौरान मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासन ने इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाई। वहीं, अतिक्रमण हटाने के विरोध में एक महिला ने कीटनाशक पी लिया। उसकी पहचान गौराबाई भील (30) के रूप में हुई है। उसे पुलिस रावतभाटा के अस्पताल लेकर पहुंची। जहां उसकी स्थिति गंभीर होने पर उसे कोटा के लिए रेफर कर दिया गया। इस घटना को लेकर चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी ने प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि राजस्थान सरकार को बेसहारे को सहारे के लिए प्रयास करना चाहिए ना कि गरीब को सर्दी में बेसहारा करने का।