अशोक गहलोत पर सचिन पायलट का कटाक्ष- हमेशा कोई पद पर नहीं रहता, लोगों में घमंड आ जाता कि अंतिम पड़ाव तक सत्ता में रहेंगे
गांधी जयंती को सीएम गहलोत ने अपने संबोधन में पायलट खेमे पर निशाना साधते हुए कहा था मेरा अभी 15-20 साल कुछ नहीं बिगड़ेगा। मुझे अब कुछ होने वाला नहीं है। किसी को दुखी होना हो तो हो सकता है। सरकार पूरे पांच साल चलेगी फिर वापस सत्ता में आएंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच खींचतान जारी है। इसी खींचतान के बीच पायलट ने कहा,पद पर बैठा व्यक्ति भी इंसान है। हमेशा कोई पद पर रहता भी नहीं है। यह जनता है, जितना समय देती है, उतने समय सिंहासन पर बैठोगे। जब जनता करवट बदलती है तो इतनी जोर से पलटी पड़ती है कि नेता को पता ही नहीं पड़ता क्या हो रहा है, लेकिन जिन लोगों के अंदर यह घमंड और अहंकार आ जाता है कि हम जीवन के अंतिम पड़ाव तक सत्ता में रहेंगे, वह गलत है।
पायलट ने गहलोत का नाम लिए बिना कई कटाक्ष किए। उन्होंने कहा कि जनता कुर्सी देती है तो वापस लेना भी जानती है। सत्ता सभी के सहयोग से आती है। दिल्ली रवाना होने से पहले मंगलवार देर शाम टोंक में एक कार्यक्रम के दौरान पायलट ने कहा कि सबको साथ लेकर चले वही नेता होता है। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना की सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग करते हुए पायलट ने भाजपा पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि भाजपा को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है। उल्लेखनीय है कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती को सीएम गहलोत ने अपने संबोधन में पायलट खेमे पर निशाना साधते हुए कहा था कि मेरा अभी 15-20 साल कुछ नहीं बिगड़ेगा। मुझे अब कुछ होने वाला नहीं है। किसी को दुखी होना हो तो हो सकता है। सरकार पूरे पांच साल चलेगी, फिर वापस सत्ता में आएंगे।
गहलोत ने कहा था कि एंटी इंकंबेंसी नहीं है। हमारी पार्टी के लोग जरूरत कभी-कभार लेफ्ट राइट कर जाते हैं। सीएम ने कहा था कि लोग कहते थे पंजाब के बाद छत्तीसगढ़ और फिर राजस्थान की बारी है। लेकिन राजस्थान में कुछ नहीं होगा। गहलोत ने भाजपा के बहाने पायलट खेमे पर निशाना साधा था तो अब पायलट ने अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री पर कटाक्ष किया है।