Sachin Pilot: ताकत दिखाने के लिए सचिन पायलट ने शुरू किया राजस्थान का दौरा
Sachin Pilot अपने समर्थकों को सत्ता में भागीदारी नहीं मिलते देख सचिन पायलट ने राजस्थान का दौरा प्रारंभ कर दिया। पायलट सबसे पहले गहलोत के गृह संभाग जोधपुर में पहुंचे। जोधपुर में अपनी ताकत दिखाने के बाद बाड़मेर पहुंचे।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही खींचतान खत्म होने के स्थान पर अब ज्यादा बढ़ गई है। अपने समर्थकों को सत्ता में भागीदारी नहीं मिलते देख पायलट ने राज्य का दौरा प्रारंभ कर दिया। पायलट सबसे पहले गहलोत के गृह संभाग जोधपुर में पहुंचे। जोधपुर में अपनी ताकत दिखाने के बाद बाड़मेर पहुंचे पायलट ने सीएम और पार्टी नेतृत्व को संकेत दिया कि अब वह शांत बैठने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए जागरूक हैं। आगे भी आवाज उठाते रहेंगे। दोनों जिलों में उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सरकार में सुनवाई होने और विधानसभा चुनाव से पूर्व किए गए वादों को पूरा करने का मुद्दा उठाया। पायलट बुधवार को दौसा और अलवर जिलों के दौरे पर रहे।
विधायक राकेश पारीक ने कही ये बात
दौसा और अलवर में पायलट के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ पहुंची। पायलट समर्थक इसे अपनी ताकत मान रहे हैं। विधायक राकेश पारीक का कहना है कि पूरे राज्य में पायलट की मांग है। कार्यकर्ताओं और आम जनता को पायलट से काफी उम्मीद है। पायलट की मेहनत और चुनाव प्रबंधन के कारण राज्य में कांग्रेस की सरकार बनी है। सूत्रों के अनुसार, रणनीति के तहत पायलट खुद गहलोत सरकार पर टिप्पणी करने से बचेंगे, लेकिन उनके समर्थक विधायक और संगठन के पदाधिकारी विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार को घेरेंगे। नौ सितंबर से शुरू होने रहे विधानसभा के मानसून सत्र में पायलट समर्थक अलग-अलग नियमों के तहत सरकार को परेशानी में डालने वाले मुद्दे उठाएंगे।
दिल्ली में नेताओं से मुलाकात करेंगे
अपने समर्थकों को मंत्रिमंडल और राजनीतिक नियुक्तियों में स्थान नहीं मिलने से नाराज पायलट बृहस्पतिवार को एक बार फिर दिल्ली में केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करेंगे । उनका संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल व प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मुलाकात का कार्यक्रम है । पायलट द्वारा पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा से भी मिलने का समय मांगे जाने की बात सामने आई है। पिछले साल प्रियंका गांधी की मौजूदगी में ही पायलट समर्थकों को सत्ता व संगठन में महत्व देने को लेकर फार्मूला तय हुआ था ।
समाजों के कार्यक्रमों में शामिल होंगे
विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद सचिन पायलट अलग-अलग समाजों के कार्यक्रमों में भी शामिल होंगे। अब तक जयपुर और कोटा संभाग में सक्रिय रहे पायलट आगामी दिनों में जोधपुर व बीकानेर पर ज्यादा फोकस करेंगे। इन दोनों संभागों के सभी जिलों के विधायकों व नेताओं से पायलट खेमे ने संपर्क किया है। दौसा में उन्होंने कहा कि छह जिलों में पंचायत चुनाव हो रहे हैं। चुनाव में बहुत से लोग दावेदार हैं, लेकिन पार्टी सिर्फ एक को ही टिकट दे सकती है। ऐसे में कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पार्टी को जिताना होगा।