Rajasthan: आम आदमी पार्टी के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष रामपाल जाट का इस्तीफा मंजूर
Rampal Jat. रामपाल जाट पूर्व में भाजपा के प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। भाजपा छोड़ने के बाद किसान महापंचायत के नाम से किसान संगठन बनाया और फिर आप में शामिल हुए थे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rampal Jat. आम आदमी पार्टी (आप) की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष रामपाल जाट का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है। जाट ने बताया कि उन्होंन अध्यक्ष पद व पार्टी दोनों छोड़े हैं।
उन्होंने कहा कि अपना इस्तीफा दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले ही दे दिया था, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल ने कुछ समय के लिए पद पर बने रहने के लिए कहा था। अब केजरीवाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि जाट पूर्व में भाजपा के प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। भाजपा छोड़ने के बाद किसान महापंचायत के नाम से किसान संगठन बनाया और फिर आप में शामिल हुए थे।
इधर, राजस्थान कांग्रेस में संघर्ष तेज होता जा रहा है। वैसे तो पौने दो साल पूर्व जब कांग्रेस सत्ता में आई, तब से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच खींचतान चल रही है, लेकिन पिछले कुछ समय से यह खींचतान तेज हो गई। गहलोत खेमा पार्टी में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत लागू करने की बात कर रहा है। गहलोत खेमा इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास कर रहा है। गहलोत समर्थकों का तर्क है कि सचिन पायलट पिछले साढ़े छह साल से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पौने दो साल से उप मुख्यमंत्री पद पर कार्यरत है। उन्हें एक पद छोड़ना चाहिए।
इसी बीच, मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए पायलट ने कहा कि मैं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर रहूं या नहीं रहूं ये फैसला कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी करेगी। पायलटल ने कहा कि राजनीति में कब क्या होगा यह कहा नहीं जा सकता, जिसका जहां उपयोग लेना है, चाहे सरकार हो या संगठन उसका फैसला कांग्रेस हाईकमान करता है। कार्यकर्ताओं के खून पसीने से हम सरकार में आए हैं। सीएम गहलोत द्वारा राजनीतिक नियुक्तयों को लेकर की जा रही कसरत के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में पायलट ने कहा कि कोआर्डिनेशन कमेटी के माध्यम से राजनीतिक नियुक्तयां होगी। मंत्रिमंडल में फेरबदल सहित सभी निर्णय सत्ता व संगठन मिलकर करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन कार्यकर्ताओं की विपक्ष में रहते हुए रगड़ाई हुई, उनके मान-सम्मान का बीड़ा मैने उठाया है।