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Rajasthan Panchayat Eection 2021: गजेंद्र सिंह शेखावत व अशोक गहलोत सहित इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर

Rajasthan Panchayat Eection 2021 राजस्थान में पंचायत चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत का भी चुनावी संसदीय क्षेत्र होने के नाते कांग्रेस और भाजपा में तो मुकाबला है ही।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 25 Aug 2021 06:17 PM (IST)Updated: Wed, 25 Aug 2021 06:17 PM (IST)
Rajasthan Panchayat Eection 2021: गजेंद्र सिंह शेखावत व अशोक गहलोत सहित इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर
पंचायत चुनाव में केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री सहित इन नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर। फाइल फोटो

जोधपुर, संवाद सूत्र। पंचायत चुनाव के तहत राजस्थान के छह जिलों में होने जा रहे चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले जोधपुर में भी इन दिनों सियासत चरम पर है। ग्रामीण इलाकों में होने वाले चुनावों को लेकर सरगर्मियां पूरे परवान पर है। यहां मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। मुख्यमंत्री गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत का भी चुनावी संसदीय क्षेत्र होने के नाते कांग्रेस और भाजपा में तो मुकाबला है ही। साथ ही, हनुमान बेनीवाल की आरएलपी पार्टी के भी तकरीबन सभी सीटों पर चुनाव लड़ने से चुनाव में रोचकता आ गई है। वहीं, कांग्रेस में भी सियासी परिवारों के बीच भारी प्रतिस्पर्धा है।

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कांग्रेस के सामने बेहतर प्रदर्शन की चुनौती
जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला, मुख्यमंत्री के बेटे वैभव गहलोत और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का संसदीय क्षेत्र है। जोधपुर में सीएम और केंद्रीय मंत्री शेखावत के बीच मुकाबला है। सीएम के गृह जिले में सियासत चरम पर है। जोधपुर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का गृह जिला है। इस कारण यहां सियासत भी सबसे ज्यादा उलझी है। वैभव ने इन चुनावों में भी प्रचार किया है। कांग्रेस के सामने बेहतर प्रदर्शन की चुनौती है। जोधपुर सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की प्रतिष्ठा भी इन चुनावों से जुड़ी है। जोधपुर में 10 में सात विधायकों के इलाके ग्रामीण क्षेत्र में आते ग्रामीण इलाकों की सात में से पांच सीटों पर कांग्रेस विधायक हैं, इसलिए प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। बिलाड़ा में कांग्रेस विधायक हीराराम मेघवाल, लोहावट में ओसियां में दिव्या मदेरणा शेरगढ़ में मीना किशनाराम विश्नोई, लूणी में महेंद्र विश्नोई, कंवर के सामने प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। फलौदी में बीजेपी विधायक पब्बाराम बिश्नोई और भोपालगढ में आरएलपी विधायक पुखराज गर्ग की ग्रामीण क्षेत्रों में पकड़ का टेस्ट होना है।

भाजपा नेताओं ने भी ताकत झोंकी
इधर, भाजपा नेताओं ने भी अपनी ताकत झोंकी है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी अपने संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में प्रचार करने पहुंचे थे। उनकी भी मंशा भाजपा को जिताने की है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने भाजपा प्रतिनिधियों को जीत दिलाने के लिए जोधपुर जिले की पंचायत समितियों का दौरा किया। भाजपा के प्रत्याशियों को जिताने के मकसद केद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के साथ ही चुनाव संबंधित क्षेत्रों के सांसद और विधायक फील्ड पर उतरे नजर आए। इन सभी वरिष्ठ नेताओं ने सुबह से शाम तक विभिन्न क्षेत्रों के दौरे करते हुए प्रत्याशियों के समर्थन में वोट अपील की है।

सिरोही जिले में भी स्थिति रोचक

ग्रामीण क्षेत्र के चुनाव होने के नाते यह बड़े रोचक चुनाव है। राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों और जोधपुर संभाग के सिरोही जिले में भी इन चुनावों में रोचकता देखने को मिली है। सिरोही में कांग्रेस का कोई विधायक नहीं है। वहां दो बीजेपी विधायकों और एक निर्दलीय का टेस्ट है। सिरोही से गहलोत समर्थक निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ही पंचायती राज चुनावों में कांग्रेस की तरफ से ग्राउंड पर सियासत कर रहे हैं। टिकट वितरण में भी उनकी ही ज्यादा चली है। राज्यसभा सांसद नीरज डांगी भी सिरोही से हैं। उनके भी कुछ समर्थक चुनावी मैदान में हैं। सिरोही में बीजेपी नेता ओटाराम देवासी, रेवदर से बीजेपी विधायक जगसीराम कोली, आबू पिंडवाड़ा से बीजेपी विधायक समाराम गरासिया की प्रतिष्ठा दांव पर है।


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