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Reet Exam 2021: शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मूख्य सूत्रधार गिरफ्तार

Reet Exam 2021 रीट के पेपर लीक मामले के मुख्य सूत्रधार भजनलाल बिश्नोई को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम ने बिश्नोई को बुधवार रात गिरफ्तार किया। टीम गुरुवार को बिश्नोई को लेकर जयपुर पहुंची।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 09:30 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 09:30 PM (IST)
Reet Exam 2021: शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मूख्य सूत्रधार गिरफ्तार
शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मूख्य सूत्रधार गिरफ्तार। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में शिक्षक भर्ती परीक्षा (रीट) के पेपर लीक मामले के मुख्य सूत्रधार भजनलाल बिश्नोई को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल आपरेशन ग्रुप (एसओजी) की टीम ने बिश्नोई को बुधवार रात गिरफ्तार किया। टीम गुरुवार को बिश्नोई को लेकर जयपुर पहुंची। अब उससे यहां पूछताछ की जाएगी। इस मामले में पुलिस अब तक 20 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। बिश्नोई के सहयोगी बत्तीलाल को पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था। बिश्नोई ने रीट का पेपर 30 से 40 रुपये में दलालों को बेचा था। दलालों ने बाद में अभ्यर्थियों को पेपर बेचा था। एसओजी की टीम पिछले चार महीने से बिश्नोई की तलाश में जुटी थी। बिश्नोई को तलाशने के लिए एसओजी के अधिकारी गुजरात और उत्तर प्रदेश भी गई। आखिरकार बिश्नोई को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया है। बिश्नोई से हुई प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि उसने तीन साल पहले हुई पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में भी डमी परीक्षार्थी बिठाए थे, जिसके बदले मूल अभ्यर्थियों से 10 से 12 लाख की नकदी ली थी। उल्लेखनीय है कि रीट की परीक्षा अप्रैल, 2021 में हुई थी। इस परीक्षा में पेपर लीक होने के साथ ही डमी परीक्षार्थियों को बिठाए जाने की बात सामने आई थी। सरकार ने मामले की जांच एसओजी को सौंपी थी। 

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गौरतलब है कि राजस्थान के शिक्षा मंत्री व कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा था कि  राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट परीक्षा) में ब्लू टूथ के जरिए नकल के प्रयास के मामले पहली बार नहीं, पहले भी सामने आए हैं। ऐसे मामलों में पहले कभी सीबीआइ जांच हुई, जो अब करानी जरूरत है। यह सब पहले भी चलता रहा है और इस बार भी ऐसे गिरोह को पकड़ने में पुलिस कामयाब रही। इस मामले में जिस गिरोह का हाथ सामने आया, उसमें गिरफ्तारियां भी हुईं और जांच जारी है। ऐसे में सीबीआइ जांच की जरूरत कहां है। यदि जरूरत महसूस हुई तो सीबीआइ जांच की सिफारिश की जाएगी।


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