REET 2021: छह लाख रुपये लेकर ब्लूटूथ डिवाइस लगी चप्पलें अभ्यर्थियों को बेची, चार गिरफ्तार
REET 2021 राजस्थान में रीट के दौरान पुलिस ने चार ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया जिन्होंने अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस लगी चप्पल छह-छह लाख रुपये में बेची थी। पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने बताया कि पकड़े गए लोग चप्पल में डिवाइस लगाकर सेंटर पर नकल कराने की कोशिश में थे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के इतिहास में पहली बार 31 पदों के लिए भर्ती परीक्षा रविवार को दो पारियों में संपन्न हुई। राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (रीट) में भर्ती के लिए 3993 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई परीक्षा में करीब 23 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए। प्रश्न-पत्र आउट होने से रोकने, नकल और मूल अभ्यर्थियों के स्थान पर डमी परीक्षार्थी बिठाने से रोकने को लेकर राज्य सरकार ने कड़े बंदोबस्त किए थे, लेकिन फिर भी राज्य के कई जिलों में पेपर आउट और नकल किए जाने की घटनाएं सामने आई हैं। सभी 33 जिलों में रविवार सुबह छह से शाम छह बजे तक इंटरनेट बंद करने के साथ ही प्रत्येक परीक्षा केंद्र के बाहर पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। नकल रोकने के लिए महिलाओं के गहने, बालों के रबरबैंड, क्लचर और पुरुष अभ्यर्थियों के हाथों में बंधे डोरे और ब्रासलेट आदि भी खुलवा लिए गए। अब तक की परीक्षाओं में इन संसाधनों में चिप लगाकर परीक्षा केंद्र के बाहर बैठे व्यक्ति द्वारा नकल कराए जाने की घटनाओं के बाद रविवार को इन्हें उतरवाया गया था। एक तरफ तो प्रशासन सतर्क था। वहीं, दूसरी तरफ परीक्षा में फर्जीवाड़े की भी कई शिकायतें मिली हैं। अलग-अलग मामलों में पुलिस ने रविवार को एक दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार से लेकर अब तक तीन दर्जन से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ब्लूटूथ डिवाइस लगी चप्पलें अभ्यर्थियों को बेची
बीकानेर के गंगाशहर में पुलिस ने चार ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने अभ्यर्थियों को ब्लूटूथ डिवाइस लगी चप्पल छह-छह लाख रुपये में बेची थी। पुलिस अधीक्षक प्रीति चंद्रा ने बताया कि पकड़े गए लोग चप्पल में डिवाइस लगाकर सेंटर पर नकल कराने की कोशिश में थे। इनकी योजना थी कि अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र के अंदर से सवाल भेजेगा और बाहर बैठे लोग उसे हल कर के वापस भेजेंगे। इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। नागौर के एक परीक्षा केंद्र से छह वाकी-टाकी बरामद किए गए हैं। एक निजी कालेज में बने इस परीक्षा केंद्र के संचालक की योजना थी कि वह अभ्यर्थियोें से सवालों की जानकारी लेकर वाकी-टााकी के माध्यम से बाहर बैठे अपने साथियों को भेजेगा और वह वापस हल कर के भेजेंगे। यहां पांच लोगों की गिरफ्तार की गई है। अजमेर जिले में ब्लू टूथ डिवाइस के माध्यम से नकल कराने के प्रयास में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
जयपुर में डमी परीक्षार्थी गिरफ्तार
जयपुर जिले के चौमू में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर डमी परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया है। अलवर जिले के बहरोड़ में एक परीक्षा केंद्र पर शिक्षक द्वारा कक्ष में बैठे 20 अभ्यर्थियों को नकल कराई जा रही थी। इसकी जानकारी मिली तो अन्य स्टूडेंट्स ने हंगामा कर दिया। बाद में पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। अलवर के ही मांढणा में एक परीक्षा केंद्र पर अभ्यर्थियों को आधा घंटा देरी से प्रश्न-पत्र वितरित किया गया। इस पर परीक्षार्थियों ने हंगामा कर दिया और शिक्षकों पर प्रश्न-पत्र लीक करने का आरोप लगाया। शाहजहांपुर में भी देरी से पेपर वितरित किया गया। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार से शनिवार देर रात तक बांसवाड़ा, डूंगरपुर, जयपुर, सीकर, चूरू, दौसा, अलवर, श्रीगंगानगर सहित कई जिलों में दो दर्जन ऐसे लोग पकड़े गए थे, जो या तो प्रश्न पत्र आउट कराने के बदले पैसे ले रहे थे या फिर नकल कराने के डिवाइस अभ्यर्थियों को उपलब्ध करा रहे थे। डमी परीक्षार्थी बिठाने वालों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिदेशक एम.एल.लाठर का कहना है कि तीन दर्जन से अधिक लोगों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है।
नि:शुल्क यात्रा और ठहरने का प्रबंध किया गया
अभ्यर्थियों की सुविधा के के लिए सरकार ने रोड़वेज और निजी बसों में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा प्रदान की थी। बाहर से आने वालों के लिए भोजन और रात्रि विश्राम का भी प्रबंध किया गया था। सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने भी इस काम में सहयोग दिया। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने परीक्षा सफल होने का दावा करते हुए सभी को धन्यवाद दिया है।
चित्तौड़गढ़ दुर्ग किया था बंद, घाटी के रास्ते चढ़े परीक्षार्थी जब मुख्य रास्ते से लौटे तब पुलिस को लगा पता
उदयपुर, संवाद सूत्र। राजस्थान शिक्षक अहर्ता परीक्षा(रीट)के चलते चित्तौड़गढ़ दुर्ग रविवार को बंद रखा गया लेकिन इसकी सूचना पहले से जारी नहीं की। इसके चलते पर्यटकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। दुर्ग के मुख्य रास्ते पर पुलिस का पहरा देखकर रीट की परीक्षा देकर लौट रहे कई परीक्षार्थी घाटी के रास्ते दुर्ग में पहुंच गए, जिसका पुलिस को पता ही नहीं चला। जब वह दुर्ग घूमकर मैन रास्ते से लौट रहे थे तो पुलिस की नजर में आए।
असली परीक्षार्थी के दस्तावेज नकली क्यों, उदयपुर पुलिस ने पकड़ा
प्रदेश में रविवार को संपन्न राजस्थान अध्यापक अहर्ता परीक्षा(रीट)के दौरान उदयपुर संभाग से दो ऐसे परीक्षार्थियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है, जो यूं तो असली परीक्षार्थी थे लेकिन उनके दस्तावेज फर्जी पाए गए। इसको लेकर पुलिस अब जांच में जुटी है। दोनों परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र पर उनकी जगह किसी और के फोटो पाए गए। इसको लेकर यह शंका जता रही है कि इन परीक्षार्थियों ने अवश्य किसी अन्य व्यक्ति से परीक्षा देने के लिए सौदेबाजी की थी लेकिन वह प्रशासन एवं पुलिस की बरती गई विशेष सतर्कता के चलते नहीं आए।
95 फीसद अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा
अजमेर, संवाद सूत्र। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट)-2021 के लिए पूरे राज्य में 4019 केंद्र बनाए गए थे। इन पर कुल 16 लाख 51 हजार 812 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल होने के लिए पंजीकृत थे। इनमें द्वितीय स्तर की परीक्षा में 3993 परीक्षा केन्द्रों पर कुल 12 लाख 67 हजार 539 और प्रथम स्तर की परीक्षा में 3993 परीक्षा केन्द्रों पर 12 लाख 67 हजार 983 परीक्षार्थी परीक्षा में पंजीकृत किए गए थे। परीक्षा समाप्ति पर बोर्ड के पास प्राप्त सूचना के अनुसार करीब 95 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। अलवर जिले के मन्डाना परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र पहुंचने में हुए विलम्ब के कारण अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। बोर्ड ने जिला प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर उस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी है। यहां के लिए परीक्षा की तिथि अलग से निर्धारित की जाएगी। इधर, अजमेर के सेंटर गल्र्स स्कूल सेंटर पर एक युवक युवती को फर्जी परीक्षार्थी के रूप में पकड़ा गया। नागौर जिले के परीक्षा केंद्र सूफिया कॉलेज नागौर का संचालक जावेद और उसका भाई सहित दो अन्य दलाल को पुलिस ने रीट एग्जाम पास कराने की गारंटी लेकर 10 लाख रुपये लेने के आरोप में गिरफ्तार किया।