Rajya Sabha Election 2020: होटल में जुटे विधायकों को भाजपा की स्पष्ट चेतावनी, क्रॉस वोटिंग बर्दाश्त नहीं
राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 19 जून को होने वाले मतदान के लिए प्रतिपक्षी भाजपा ने भी अपने विधायकों को जयपुर के एक पांच सितारा होटल में इकटठा कर लिया है।
राज्य ब्यूरो, जयपुर। राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए 19 जून को होने वाले मतदान के लिए प्रतिपक्षी भाजपा ने भी अपने विधायकों को जयपुर के एक पांच सितारा होटल में इकटठा कर लिया है। पार्टी ने विधायक दल की बैठक में विधायकों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि क्रॉस वोटिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए चार प्रत्याशी मैदान में है। इनमें दो कांग्रेस और दो भाजपा के है। इसी के चलते 19 जून को मतदान की जरूरत पड रही है। क्राॅस वोटिंग की आशंका से बचने के लिए कांग्रेस जहां पिछले चार दिन से अपने विधायकों को एक होटल में लेकर बैठी है, वहीं प्रशिक्षण देने के नाम पर प्रतिपक्षी भाजपा ने भी मंगलवार को अपने विधायकों को एकत्र कर लिया और इन्हें जयपुर के ही एक पांच सितारा होटल में ले गई।
भाजपा के विधायकों के साथ सांसद हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के भी तीन विधायक है। ये सभी अगले दो दिन एक साथ रहेगे। पार्टी ने इन्हें राज्यसभा में मतदान करने का प्रशिक्षण देगी और फिर ये एक साथ ही वोट देने विधानसभा पहुंचेंगे। मंगलवार को विधायकों को होटल भेजने से पहले पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर इनकी बैठक हुई। जिसे प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने सम्बोधित किया। बैठक में पार्टी के केन्द्रीय पर्यवेक्षक मुरलीधर राव भी मौजूद थे।
सख्त संदेश- बैठक में पार्टी नेताओं ने विधायकों को सख्त संदेश दिया है और कहा है कि मतदान के लिए चाहे कितनी बार भी प्रशिक्षण लें, लेकिन क्राॅस वोटिंग न करें। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी के किसी भी विधायक ने क्रॉस वोटिंग की तो वह एक क्षण भी पार्टी में नहीं रहेगा। बैठक में पार्टी के प्रत्याशियों राजेन्द्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत ने विधायकों से उन्हें वोट देेने की अपील की। बैठक के बाद विधायकों को बसों में बैठा कर होटल रवाना कर दिया गया।
वसुंधरा सहित कुछ वरिष्ठ विधायक नहीं आए- भाजपा के 72 विधायक है, लेकिन वसुंधरा राजे सहित कुछ वरिष्ठ विधायक जैसे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल, सिद्धी कुमारी, सूर्यकांता व्यास आदि बैठक में शामिल नहीं हुए। बताया जा रहा है कि वसुंधरा राजे 18 जून को सीधे होटल पहुंच कर विधायकों से मिलेंगी, वहीं वरिष्ठ विधायक और अधिक उम्र के विधायकों को पार्टी ने इस प्रशिक्षण से छूट दी है, क्योंकि वे मतदान की प्रक्रिया को पहले से जानते है। भाजपा के विधायकों के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन विधायक भी रहेंगे।
राठौड ने कहा कि नाचगाना नहीं होगा- पार्टी के उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड ने कहा कि विधायकों का कैंप करने का मकसद उन्हें राज्यसभा चुनाव के लिए प्रशिक्षण देना है। हम कांगे्रस की तरह दस दिन का नहीं बल्कि सिर्फ 2 दिन का कैंप कर रहे है। जिसमें नए विधायकों को मतदान की जानकारी दी जाएगी। भाजपा विधायकों के कैंप में किसी प्रकार के मनोरंजन की कोई गुंजाइश नहीं है, क्योंकि यहां इन्हें प्रशिक्षण के लिए लाया गया है। राठौड़ के अनुसार देश और प्रदेश में कोरोना का संक्रमण चल रहा है. ऐसी स्थिति में भाजपा विधायक होटल में रुक कर सांस्कृतिक संध्या, गेम, मनोरंजन नहीं करेंगे।
स्क्रीनिंग के बाद जाने दिया बैठक में- मंगलवार को पार्टी की विधायक दल की बैठक में सोशल डिस्टेंसिंग और स्क्रीनिग का विशेष ध्यान रखा गया। प्रवेश करने वाले तमाम विधायकों को पहले मेन गेट पर रखें साबुन और पानी से हाथ धुलाए गए। सैनिटाइजर से हाथ साफ करके अंदर प्रवेश दिया गया। इस दौरान उनकी थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई।