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राजस्थान पुजारी हत्याकांड: पीड़ित परिवार को मिल रही धमकियां, सुरक्षा मांगी

गहलोत बोले- उत्तरप्रदेश सरकार गोंडा की घटना में जल्द कार्रवाई करे देशभर में किरकिरी के बाद पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता करौली में पुजारी को जिंदा जलाकर मारने के मामले को लेकर पीड़ित परिवार ने धमकियां मिलने की बात कही है।

By Preeti jhaEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 01:45 PM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 01:45 PM (IST)
राजस्थान पुजारी हत्याकांड: पीड़ित परिवार को मिल रही धमकियां, सुरक्षा मांगी
राजस्थान में करौली जिले के बूकना गांव में पुजारी को जिंदा जलाया

जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में करौली जिले के बूकना गांव में पुजारी को जिंदा जलाकर मारने के मामले को लेकर एक तरफ जहां पीड़ित परिवार ने धमकियां मिलने की बात कही है, वहीं दूसरी तरफ घटना के पांच दिन बाद सोमवार को कांग्रेस नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मौके पर पहुंचा। कांग्रेस के नेताओं ने पीड़ित परिवार को सरकार की तरफ से 10 लाख की सहायता का चेक सौंपा।

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सरकार ने मामले की जांच सीआईडी,सीबी को सौंपी है। उधर इस मामले को लेकर राजनीति में तेज हो गई है । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है। गहलोत ने लिखा, राजस्थान में हमारे यहां घटना हो गई थी, जिसमें पुलिस ने तत्परता दिखाकर तुरंत मुख्य मुजरिम को गिरफ्तार भी कर लिया। उत्तरप्रदेश सरकार को चाहिए कि वो गोंडा में पुजारी की गोली मारे जाने की घटना में जल्द कार्रवाई करे। गहलोत ने भाजपा पर इस घटना को जातीय रंग देने के प्रयास का आरोप लगाया है।

पीड़ित परिवार को अनहोनी का भय

मृतक पुजारी बाबूलाल वैष्णव की पत्नी विमला का कहना है कि पिछले दो दिन से आरोपित पक्ष लगातार धमकियां दे रहा है। उन्हे कहा जा रहा है कि वे पुलिस के समक्ष यही बयान दे कि बाबूलाल वैष्णव ने खुद आग लगाई । विमला ने प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है। विमला ने बताया कि उसके 6 बेटियां और एक बेटा है। चार बेटियां विवाहित और दो अविवाहित है। इनमें से एक बेटी विकलांग है। 24 साल के बेटे की मानसिक स्थिति भी सही नहीं रहती है। पीड़ित परिवार का कहना है कि उन्हे अब भी किसी अनहोनी की आशंका है। आरोपित पक्ष और अधिक नुकसान पहुंचा सकता है।

पांच दिन बाद हरकत में आया सत्तापक्ष

पुजारी पर पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने के मामले में देशभर में हुई किरकिरी के पांच दिन बाद सत्तापक्ष कांग्रेस हरकत में आई। सत्ता और संगठन के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को बूकना गांव पहुंचा। खेल मंत्री अशोक चांदना, सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी व क्षेत्रीय विधायक रमेश मीणा ने पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी और आरोपितों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल ने सरकार की तरफ से 10 लाख की सहायता का चेक भी पीड़ित परिवार को सौंपा। तीनों नेताओं ने ग्रामीणों से भी बात की।

सीआईडी,सीबी ने जांच शुरू की

सीआईडी, सीबी के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने रविवार देर रात मामले की जांच सीआईडी,सीबी को सौंपने के निर्देश दिए थे । पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने करौली के जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा से सोमवार को पूरे प्रकरण की जानकारी ली। उन्होंने मामले की जांच कर रहे अधिकारियों से बात करने के साथ ही आवश्यक दस्तावेज जुटाए। सीआईडी,सीबी की टीम अगले दो दिन बूकना गांव में ही रहकर ग्रामीणों व पीड़ित पक्ष के बयान लेगी । राजस्व विभाग से उस जमीन के दस्तावेज भी मांगे गए हैं,जिस को लेकर विवाद था। इस मामले में मुख्य आरोपित कैलाश मीणा और उसके साथी शंकर को गिरफ्तार कर लिया गया है। अभी 6 आरोपित फरार है,जिनकी तलाश में पुलिस की 6 टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।

यह है पूरा विवाद

मृतक पुजारी बाबूलाल वैष्णव बूकना गांव के पुराने राधाकृष्ण मंदिर में पूजा करते थे। ग्रामीणों ने मंदिर के लिए खेती की जमीन दान दी थी, जो राजस्व रिकॉर्ड में मंदिर माफी में दर्ज है। करीब एक महीने पहले कैलाश मीणा सहित कुछ लोग जमीन पर कब्जा करने की कोशिश करने लगे। पुजारी ने गांव के पंच-पटेलों से शिकायत की थी। 4-5 दिन पहले भी गांव के 100 घरों की बैठक हुई थी, जिसमे पंचों ने पुजारी का समर्थन किया था। 


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