Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में हंगामा, 4 बार स्थगित करनी पड़ी सदन की कार्यवाही
15वीं विधानसभा के पांचवें सत्र की तीसरी बैठक में सोमवार को प्रश्नकाल व शून्यकाल रद्द करने और विधेयकों को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ । एक दिन में 13 विधेयक पारित हुए
जयपुर, जागरण संवाददाता। 15वीं विधानसभा के पांचवें सत्र की तीसरी बैठक में सोमवार को प्रश्नकाल व शून्यकाल रद्द करने और विधेयकों को लेकर सदन में जमकर हंगामा हुआ । हंगामा भी इस कदर हुआ कि सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी । हंगामे के बीच प्रतिपक्ष के उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ वैल में आकर जोरजोर से बोलने लगे तो अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी ने संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल से उन्हे सदन से निलंबित का प्रस्ताव पेश करने के लिए कहा । इस पर धारीवाल ने मौजूदा सत्र की अवधि के लिए राठौड़ को सदन की कार्यवाही से निलंबित करने प्रस्ताव पेश किया,जिसे पारित कर दिया गया ।
अध्यक्ष के निर्देश पर मार्शल सहित अन्य सुरक्षाकर्मी राठौड़ को सदन से बाहर निकालने के लिए आए तो भाजपा विधायकों ने उन्हे चारों तरफ से घेर लिया । महिला विधायकों ने राठौड़ सहित अन्य विधायकों के घेरा बना लिया । इस दौरान भाजपा विधायकों की सुरक्षाकर्मियों के साथ धक्कामुक्की भी हुई । सुरक्षाकर्मियों ने कई बार राठौड़ को बाहर निकालने का प्रयास किया,लेकिन वे सफल नहीं हुए । इस दौरान भाजपा विधायक धरने पर बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लग गए । काफी देर तक चले गतिरोध के बीच अध्यक्ष ने कहा कि राठौड़ वरिष्ठ सदस्य हैं । लेकिन जब मैने उन्हे सदन से बाहर जाने के लिए कह दिया तो उन्हे जाना होगा,चाहे मैने गलत ही कहा है । उन्होंने कहा अध्यक्ष पर की गरिमा बनाए रखना सभी का दायित्व है ।
हंगामे के बीच 8 विधेयक पारित कराए गए । इसी बीच प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया शेष कार्यवाही का बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया । बाद में विपक्ष की गैर मौजूदगी में 5 विधेयक पारित कराए गए । इस तरह एक दिन में 13 विधेयक पारित कराने का भी विधानसभा इतिहास बना ।
ऐसे होता रहा हंगामा
विधानसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई हुई। आज सरकार की ओर से 8 विधेयक लाये जाने थे। लेकिन इससे पहले कार्य सलाहकार की हुई बैठक में पांच नये विधेयक लाने का प्रस्ताव तैयार किया गया। इस पर विपक्षी भाजपा ने आपत्ति जताई और वाकआॅउट किया । सदन के पटल पर 13 विधेयक रखने पर शुरुआत में ही हंगामा हो गया। हंगामा बढ़ने पर आसन ने सदन की कार्यवाही को कुछ समय के लिये स्थगित कर दिया । दुबारा सदन जुटने पर भी हालात वे ही रहे । इस पर धारीवाल ने राठौड़ को सदन से बाहर निकालने का प्रस्ताव रखा। हालात को देखते हुए अध्यक्ष ने उनके प्रस्ताव को मान लिया और राठौड़ को बाहर जाने के लिये कहा।इस पर सदन में फिर हंगामा हो गया और भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। राठौड़ को बाहर निकालने के मसले पर सदन में गतिरोध पैदा हो गया । लिहाजा आसन ने सदन की कार्यवाही को चार बार स्थगित किया ।