राजस्थान के अफसरों ने तलाशने शुरू किए नए ठिकाने
राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने अपने-अपने नए ठिकाने तलाशने शुरू कर दिए है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान विधानसभा चुनाव में मतदान और नतीजे आने में अभी पूरा दो माह का समय शेष है, लेकिन प्रदेश के आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने अपने-अपने नए ठिकाने तलाशने शुरू कर दिए है।
करीब अाधा दर्जन से अधिक आईएएस और आईपीएस अधिकारियों ने राज्य के कार्मिक विभाग के समक्ष केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन कर दिया है। वहीं कुछ अधिकारी एक से दो साल तक की ट्रेनिंग पर जाने की तैयारी में जुटे है।
जानकारी के अनुसार चुनाव के अंतिम चरण में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली जाने वाले अधिकारियों को हरी झंडी दे देंगी। जलदाय विभाग के प्रमुख सचिव रजत मिश्रा,जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव शिखर अग्रवाल,जयपुर के संभागीय आयुक्त टी.रविकांत और वाटरशेड विभाग निदेशक अगुराग भारद्वाज ने केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने की इच्छा राज्य के कार्मिक विभाग के समक्ष जताई है।
इसी तरह आईएफएस अरिंदम तोमर,आईपीएस अधिकारी जंगा श्रीनिवास राव ने भी केन्द्र में प्रतिनियुक्ति पर जाने को लेकर कार्मिक विभाग के समक्ष इच्छा जाहिर की है।
कुछ आईएएस और आईपीएस अधिकारी एक से दो साल तक की ट्रेनिंग पर विदेश जाने की तैयारी कर रहे है । केन्द्र में प्रतिनियुक्ति और ट्रेनिंग पर जाने के इच्छुक सभी अधिकारी में मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निकट माने जाते है ।
गहलोत ने अफसरों चेताया था
पिछले माह पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अशोक गहलोत ने वर्तमान भाजपा सरकार के निकट माने जाने वाले अफसरों को गलत काम नहीं करने को लेकर चेताया था। गहलोत ने कहा था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही सभी मामलों की जांच कराई जाएगी। गहलोत ने राज्य में आईटी विभाग के प्रमुख सचिव अखिल अरोड़ा और उनकी पत्नी खान सचिव अपर्णा अरोड़ा को घेरा था ।